जबलपुर। मध्य प्रदेश में फर्जी ईसाई धर्मगुरु का मामला और गर्माता जा रहा है. मिशनरी संस्था ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस मामले को नया मोड़ दे दिया है. पत्र में प्रधानमंत्री से इस मामले में बड़ी एजेंसी से जांच की मांग की गई है. मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक बिशप के घर पर ईओडब्ल्यू ने छापेमारी की थी. बिशप पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कई संस्थाओं का चेयरमैन बनकर करोड़ों की रकम की हेराफेरी करने का मामला सामने आया है. द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया के चेयरमैन बिशप पीसी सिंह के खिलाफ 2 करोड़ 70 लाख रुपए की राशि धार्मिक संस्थाओं में ट्रांसफर करने और खुद के इस्तेमाल करने की शिकायतें मिली थी. शिकायत की जांच के बाद ईओडब्ल्यू ने गत गुरुवार को बिशप हाउस में छापे की कार्रवाई की थी. छापेमारी में ईओडब्ल्यू को बिशप के घर से विदेशी मुद्रा सहित दो हजार और पांच सौ के नोटों में करोड़ों रुपये की नकदी मिली है. (Jabalpur EOW action stirred Christian missionary)
MP: जबलपुर में EOW की RAID, ईसाई धर्म गुरु के घर मिली करोड़ों की नगदी और विदेशी करेंसी
पीएम मोदी तक पहुंच सकता है कारवाई का लेखा जोखाः अगर प्रधानमंत्री कार्यालय इस मामले में हस्तक्षेप करता है तो हो सकता है आगे इसमें और चौकानें वाले तथ्य सामने आ सकते हैं.फर्जी बिशप पीसी सिंह पर ईडी और सीबीआई भी शिकंजा कस सकती है. बिशप पीसी के साथ काम करने वाले सहयोगी इस समय काफी डरे हुए हैं. जबलपुर EOW बिशप की इस मामले में पूरी कुंडली तैयार रही है. माना जा रहा है दाऊद गैंग के खास गुर्गे से पीसी सिंह के संबंध हैं. इन्हीं संबंधों के चलते सायनड चर्च आफ नार्थ इण्डिया ने पीएम नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र लिखा है. यह जानकारी सामने आने के बाद पीसी सिंह को डॉन के रूप में देखा जा रहा है. अवैध गतिविधियों का उसे मुख्य सरगना माना जा रहा है. उसे धर्म माफिया कहना भी गलत न होगा. इस बात की जांच की जा रही है फर्जी ईसाई धर्मगुरू धर्म परिवर्तन के मामले में शामिल रहा होगा. चर्च ऑफ नार्थ इंडिया के मॉडरेटर डीजी भांबल सीएनआई व यूसीएनआई संगठन फाउंडर मिशन के ट्रस्टी ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी से पूरे मामले की पड़ताल कराने की मांग की है. कलेरा ब्रूस गर्ल्स स्कूल के प्रेयर हाल में हुई बैठक के बाद सायनड चर्च ऑफ नार्थ इंडिया से भी पीसी सिंह को निलंबित कर दिया गया है. (Jabalpur official wrote a letter to PM Modi)