जबलपुर। शहर के नागरिकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जबलपुर नगर निगम प्रशासक बी चंद्रशेखर और निगमायुक्त अनूप कुमार ने निर्णय लिया है कि सुबह 6 बजे से 10 बजे तक सभी उम्र के व्यक्तियों का भंवरताल, सहित अन्य पार्कों में प्रवेश निःशुल्क रहेगा. निगमायुक्त अनूप कुमार ने इस बारे में जानकारी दी है. यह नियम गुलौआ ताल, एवं शैलपर्ण उद्यान में भी लागू होगा. बता दें ईटीवी भारत ने 'जबलपुर: शुद्ध हवा के लिए अब चुकाना होगा शुल्क' शीर्षक से एक खबर प्रकाशित की थी. वहीं अब प्रशासन ने अपना फैसला बदला है, शहर के लोग इसे तुगलकी फरमान बता रहे थे.
निगमायुक्त बोले प्रशासन ने लिया था फैसला
निगमायुक्त अनूप कुमार ने बताया कि पूर्व में जो निगम हित में शुल्क बढ़ाने का निर्णय प्रशासक महोदय ने लिया था, उस पर आज नागरिकों के स्वास्थ्य और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए वापस लिया गया है.
गौरतलब है कि गार्डन में सैर करने के लिए एंट्री फीस देने के निर्णय शहर के हितों को ध्यान में रखते हुए वापिस लेने की मांग शहर के नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों ने की थी जिस पर विचार कर उक्त निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि शेष सुविधाएं यथावत रहेंगी.
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फरमान से नाराज थे जबलपुर के लोग
जबलपुर में प्रशासन ने नया फरमान जारी किया था, जिसके तहत मॉर्निंग वॉक पर जाने वालों को गार्डन में एंट्री के लिए शुल्क अदा करना पड़ेगा. इस आदेश के बाद से शहर में लोगों में काफी आक्रोश देखा गया. हालांकि जबलपुर नगर निगम प्रशासक बी चंद्रशेखर और निगमायुक्त अनूप कुमार ने इस आदेश को निरस्त कर दिया है.
तुगलकी और तानाशाही भरा कदम
जबलपुर के एकमात्र बड़े और विशाल प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण भंवरताल गार्डन में घूमने वालों से शुल्क लिए जाने के फरमान से शहरवासी उबल पड़े थे. राजनीतिक दलों से लेकर सामाजिक संगठन और गार्डन में रोजाना व्यायाम और कसरत करने वाले जागरुक लोगों ने इसे नगर निगम आयुक्त का तुगलकी और तानाशाही भरा कदम करार दिया था.