जबलपुर। एक बार फिर ई टीवी भारत की खबर का असर हुआ है. करूणा नवजीवन रिहेबिलिटेशन सेंटर के खिलाफ बरेला थाना में FIR दर्ज की गई है. हाल ही में राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग की टीम ने निरीक्षण के दौरान पाया गया था कि इस रिहैबिलिटेशन सेंटर में बच्चों को जबरन बाइबिल पढ़ाई जाती है.
करुणा रिहैबिलिटेशन के खिलाफ दर्ज हुई FIR
आयोग के निर्देश पर जबलपुर जिला प्रशासन ने बरेला थाना में एफआईआर दर्ज करवाई है. ASP संजय अग्रवाल ने बताया कि महिला बाल विकास की शिकायत पर जुविनाइल जस्टिस एक्ट की धारा 140-41 मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.(fir against jabalpur karuna cente)आयोग ने निरीक्षण में यह भी पाया था कि करुणा रिहैबिलिटेशन सेंटर का रजिस्ट्रेशन भी नंही था.
NCPCR की टीम ने किया निरीक्षण-प्रशासन को नहीं लगी जानकारी
एनसीपीसीआर ने अपने निरीक्षण के दौरान पाया था कि रिहैबिलिटेशन में बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन किया गया है. बच्चो को जबरन पादरी द्वारा ईसाई धर्म ग्रंथों का पाठ पढ़वाया जा रहा है.आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लिया और कलेक्टर को एफआईआर दर्ज करावने के निर्देश दिए. खास बात यह भी है कि बीते कई सालों से बिना रजिस्ट्रेशन के करुणा रिहैबिलिटेशन सेंटर चल रहा था और प्रशासन को इसकी भनक ही (irregularities karuna center jabalpur ) नहीं थी.
सेंटर में रहने वाले बच्चे हैं अनाथ
NCPCR की टीम ने निरीक्षण के दौरान पाया था कि शेल्टर होम में रहने वाले ज्यादातर बच्चे अनाथ हैं.आयोग ने संस्थान के इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में भी असंतुष्टि जताई थी .साथ ही बच्चों के धार्मिक अधिकारों के हनन को लेकर भी टिप्पणी की है. रिपोर्ट में संस्थान के खिलाफ FIR (ncpcr team inspection karuna center jabalpur)दर्ज करने को कहा गया था.