जबलपुर। लंबे समय बाद मध्यप्रदेश में किसानों के दम पर आई कमलनाथ सरकार के राज में अभी भी किसान परेशान है. ताजा मामला शहपुरा और पाटन के किसानों से लाखों रुपए की ठगी का सामने आया है.पाटन-शहपुरा के सैकड़ों किसानों ने बीते साल अपना चना पाटन मंडी में बेचा, जिसकी मेफिट कंपनी ने खरीद करते हुए बाकायदा किसानों को रसीद भी दी, लेकिन एक साल से ज्यादा हो गए हो जाने के बावजूद भी किसानों को भुगतान के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. हालांकि किसानों के इन आरोपों को लेकर कलेक्टर की दलील कुछ और ही है. कलेक्टर का कहना है जो भी सर्वे के दौरान चिन्हित हुए है उनका ही भुगतान किया गया है.
कलेक्टर से भुगतान की गुहार लगाने पहुंचे किसान ने बताया कि बीते साल पाटन मंडी में उसने अपना चना बेचा था. जिसकी उन्हें रसीद भी मिली लेकिन अब कंपनी द्वारा भुगतान करने में आनाकानी की जा रही है.किसानों के चना संबंधित भुगतान को लेकर कलेक्टर छवि भारद्वाज का कहना है कि किसानों के भुगतान को लेकर कई तरह की शिकायतें आई थी और उनकी जब जांच की तो करीब 77 किसानों को चिन्हित किया गया है जिनके दस्तावेजों की जांच कर उन्हें ढाई करोड़ रुपए का भुगतान करना है. कलेक्टर की माने तो 25 फरवरी तक इन किसानों के खाते में राशि हस्तांतरित कर दी जाएगी जबकि बाकी के जो किसान है वो पात्र नहीं पाए गए हैं.