जबलपुर। मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण (corona case in jabalpur) को देखते हुए शासन-प्रशासन ने प्रयास तेज कर दिए हैं. जिलों में कोविड उपचार केंद्र खोले गए हैं. इन केंद्रों में वह सभी सुविधाएं रखी गई हैं, जिनसे जनता को राहत हो. आम जनता के कोरोना टेस्ट और आसानी से रिपोर्ट मिलने को लेकर भी जिला स्तर पर प्रयास किए गए हैं. राज्य सरकार के निर्देश पर आनन-फानन में जबलपुर के पनागर सहित कई स्थानों पर कोविड उपचार केंद्र खोला गया. जिसका उद्घाटन कलेक्टर कर्मवीर शर्मा और पनागर विधानसभा विधायक सुशील इंदु तिवारी ने किया है.
सफेद हाथी बना पनागर कोविड सेंटर
पनागर में कोविड सेंटर (covid center in jabalpur) का शुभारंभ हुआ पर यह सेंटर सफेद हाथी बनकर रह गया है. 19 जनवरी को कलेक्टर कर्मवीर शर्मा और विधायक इंदू तिवारी ने उद्घाटन तो किया पर उस दिन के बाद से यह नहीं खुला और न ही आज तक यहां किसी का उपचार हुआ. कोविड सेंटर में जिस बीएमओ की ड्यूटी लगाई गई थी. वह कोरोना पॉजिटिव हो गए. लिहाजा उनके पॉजिटिव होने के बाद से ही यह उपचार केंद्र बंद हो गया. आज भी पनागर स्थित कोविड उपचार केंद्र में ताला लटका है.
आम जनता की जान से खिलवाड़
बंद पड़े सेंटर पर स्थानीय लोगों का कहना है कि डॉक्टर के न होने के चलते यह कोविड सेंटर बंद हो गया है. आम जनता की जान से यहां पर खिलवाड़ किया जा रहा है. जबलपुर में लगातार संक्रमण बढ़ रहा है. जिला प्रशासन ने पनागर में कोविड सेंटर को खोलने की महज खानापूर्ति की और बाद में इसे भूल गए. स्थानीय लोगों ने कलेक्टर से मांग की है कि अगर लोगों को कोरोना से बचाना है तो इस केंद्र पर डॉक्टरों की तैनाती की जाए.