जबलपुर। शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद बीजेपी में अंतर्कलह थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिन वरिष्ठ विधायकों को इस बार मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है, वे खुद भी सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं, साथ ही उनके समर्थक भी मोर्चा खोले हुए हैं. जबलपुर की पाटन विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक अजय विश्वोई के समर्थकों ने उन्हें मंत्री बनाए जाने की मांग को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. विश्नोई के समर्थकों ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि, 'अजय विश्वोई को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाए. पहले जब वे मंत्री थे, तब ना सिर्फ जबलपुर का, बल्कि पूरे महाकौशल का विकास हुआ था, लेकिन इस बार महाकौशल से अजय विश्नोई को मंत्री न बनाए जाने से क्षेत्र का विकास रुक जाएगा'.
अजय विश्नोई ने पार्टी के कार्यक्रमों से बनाई दूरी
एक तरफ जहां अजय विश्नोई के समर्थक उन्हें मंत्री बनाए जाने की मांग पर अड़े हैं, तो दूसरी तरफ अजय विश्नोई ने भी पार्टी से दूरी बना ली है. वे इन दिनों पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो रहे हैं. लगातार सोशल मीडिया पर अपनी ही सरकार के फैसलों पर सवालियां निशान भी खड़े कर रहे हैं. जबलपुर और रीवा जिले के किसी भी विधायक को मंत्री न बनाए जाने पर उन्होंने सीएम शिवराज से इन जिलों का प्रभार लेने की मांग की थी. जबकि सिंधिया समर्थक विधायकों को भी मंत्री बनाए जाने पर उन्होंने नाराजगी जताई थी.
राकेश सिंह ने कहा- नहीं है कोई नाराज
अजय विश्नोई के पार्टी के कई कार्यक्रम से दूरियां बनाने पर जब जबलपुर से बीजेपी सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि, 'कोई भी नाराज नहीं है. सभी लोग मिलकर उपचुनाव की तैयारी में जुटे हुए हैं. शिवराज सिंह के नेतृत्व में सभी सीटें उपचुनाव में बीजेपी जीतेगी'.
विश्नोई को बनाया जा सकता है विधानसभा अध्यक्ष
हालांकि अंदरखाने इस बात की चर्चा तेज है कि, अजय विश्नोई को मनाने के लिए बीजेपी उन्हें विधानसभा अध्यक्ष का दायित्व सौंप सकती है. क्योंकि वरिष्ठता के आधार पर उन्हें यह पद मिल सकता है. हालांकि पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल भी विधानसभा अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हैं.