हरिद्वार/ हैदराबाद। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया है, जहां से कोर्ट ने 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया है. ऑन ड्यूटी नगर निगम कर्मचारी को बैट से पीटने पर आकाश के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया है.
स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी को श्रद्धांजलि देने हरिद्वार में राघव कुटीर पहुंचे बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मामले में कुछ भी बोलने से इनकार किया है. कैलाश विजयवर्गी ने कहा कि वो श्रद्धांजलि सभा में आये हैं, लिहाजा यहां कुछ नहीं बोलेंगे. वहीं सदस्यता अभियान के लिए हैदराबाद पहुंचे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी मामले में कुछ नहीं बोला है.
निवर्तमान शंकराचार्य पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी पार्थिव देह को आश्रम राघव कुटीर में भू-समाधि दी गई. इस दौरान सत्यमित्रानंद गिरी को श्रद्धांजलि देने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी पहुंचे थे.
गौर हो कि मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में नगर निगम की टीम मुख्यालय के पास गंजी कंपाउंड स्थित जर्जर मकान तोड़ने के लिये पहुंची थी. यहां रहवासियों ने मकान तोड़ने का विरोध किया. इस बीच लोगों ने फोन कर विधायक आकाश विजयवर्गीय को सूचना दी. जिसके बाद मौके पर पहुंचे आकाश विजयवर्गीय ने निगम को कार्रवाई रोकने का दबाव बनाया.
विधायक की बात को नजरअंदाज करते हुए रिमूवल टीम कार्रवाई के लिए डटी रही तो उन्होंने निगम अधिकारियों को चेताया कि वो 5 मिनट में वहां से नहीं गए तो इसकी जिम्मेदारी उनकी होगी. इस दौरान जेसीबी पोकलेन की चाबी भी निकाली गई. तभी आकाश विजयवर्गीय ने बैट से एक निगम अधिकारी की पिटाई कर दी. इसके बाद आकाश के साथ मौजूद कार्यकर्ता भी निगम कर्मियों की पिटाई शुरू कर दी.
पिटाई के चलते मौके पर अफरा-तफरी मच गई. निगम कर्मचारियों और विधायक के बीच जमकर विवाद हुआ, जिसके बाद दोनों पक्ष थाने पहुंच गए. पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा डालने, मारपीट और बलवा मामले में विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया, जहां से 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया गया है.