इंदौर। वेब सीरीज में काम दिलाने के बहाने मॉडल्स के साथ शारीरिक और आर्थिक शोषण करने वाले गिरोह के दो और आरोपी साइबर सेल की गिरफ्त में आ गए हैं. पुलिस ने माॅडल के वीडियो को अश्लील बेवसाइड पर प्रसारित करने वाले प्लेटफॉर्म फिनियों मूवीज के कर्ताधर्ता दीपक सैनी और केशव सिंह को पकड़ा है. आरोपी को देश-विदेश में चल रहे ओटीटी प्लेटफॉर्म को देखकर खुद का ओटीटी प्लेटफॉर्म बनाने का आइडिया आया था, जिसके लिए उसने पाकिसतानी नागरिक से मदद ली थी.
साइबर सेल एसपी जितेन्द्र सिंह ने बताया कि अल्ट बालाजी में वेब सीरीज बनाने के नाम पर एक एडल्ड वेब सीरीज बनाकर पोर्न साइट पर डालने के संबंध में आई शिकायत के बाद लगातार आरोपियों की धरपकड़ की जा रही है. इसी कड़ी में न्यू विजय बिहार कॉलोनी काशीपुरा मुरार ग्वालियर का रहने वाला फिनियों मूवीज का मालिक आरोपी दीपक सैनी और पालिकापुरा पोरसा मुरैना के रहने वाले उसके सहयोगी केशव सिंह को गिरफ्तार किया है.
2019 में बनवाई थी वेबसाइट
दीपक सैनी के ओटीटी प्लेटफॉर्म का नेटवर्क भारत सहित 22 देशों में फैला हुआ है. दीपक सैनी 2019 में फ्रीलांसर वेबसाइड के जरिए वह पाकिस्तान के हुसैन अली के संपर्क में आया था, जिसके बाद से ओटीटी प्लेटफॉर्म का रख रखाव पाकिस्तान का हुसैन अली ही करता है, जिसके एवज में दीपक उसे पैसे देता है. बता दें पुलिस ने इससे पहले मामले के मास्टरमाइंड बृजेंद्र सिंह गुर्जर को 11 अगस्त के रोज गिरफ्तार किया था.
वेबसाइट बनवाने में खर्च हुए 20 हजार
पुलिस पूछताछ में दीपक ने बताया कि फिनियो मूवीज ओटीटी प्लैटफॉर्म तैयार कराने के लिए उसने पाक नागरिक हुसैन को 20 हजार रुपए दिए थे. इसके मैंटेनेंस का काम हुसैन ही देखता था. वह 30 से 40 हजार रुपए (पाकिस्तानी करंसी के हिसाब से 60 से 80 हजार रुपए महिना ) लेता था. दीपक पूरा काम ग्वालियर से करता था. पूछताछ में उसने बताया कि फिल्म बनाने में डायरेक्टर बृजेंद्र गुर्जर, राजेश बजाड़ उर्फ राज गुर्जर, अंकित चावड़ा, मिलिंद डाबर, सुनील जैन, अनिल द्विवेदी, विजयानंद पांडेय, अजय गोयल, गजेंद्र सिंह, युवराज, प्रमोद सिमरिया, योगेन्द्र जाट भी शामिल हैं.
कई देशों में फैला है नेटवर्क
इस ओटीटी प्लेटफॉर्म के माध्यम से देश दुनिया के अश्लील फिल्मों को इस पर डालकर यह कारोबार अमेरिका, कनाडा, टर्की, कुवैत, इंडोनेशिया और मलेशिया सहित 22 देशों में उसका नेटवर्क फैलाया जा रहा है. इस मामले में इन दो आरोपियों को मिलाकर पुलिस ने अब तक छह आरोपी गिरफ्तार किया है. इसमें आगे और आरोपी बढ़ सकते हैं.
महंगे दामों पर बेच देते थे वीडियो
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि एडल्ट फ़िल्म, पोर्न वेब साइट्स, एडल्ट वेब साइट्स, ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ऐसे एडल्ट कंटेंट की अच्छी खासी डिमांड है. इसमें लाखों रुपये एक बार में मिल जाते हैं. पूछताछ के दौरान सामने आया कि आरोपी मिलिंद इंदौर में होने वाले फैशन शो और एड के लिए भी बैकग्राउंड आर्टिस्ट और कास्टिंग का काम कर चुका है. आरोपी मिलिंद डाबर अपना व्यवसाय एमडीएफएम मॉडलिंग एजेंसी के नाम से चलाता था जबकि आरोपी अंकित चावड़ा एनएमएच फिल्म प्रोडक्शन हाउस में कैमरामैन ऑपरेटर के पद पर काम करता है.