इंदौर। शहर की पुरानी इमारतों का वैभव अब फिर से वैसा ही किया जा रहा है, जैसा कि उनके निर्माण के बाद था. इंदौर के राजवाड़ा और गोपाल मंदिर पर स्मार्ट सिटी के तहत किए जा रहे कामों को 2019 में पूरा किया जाने का दावा किया जा रहा है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है इंदौर शहर के राजवाड़ा का भी पुराना वैभवशाली स्वरूप देखने को मिलेगा.साथ ही शहर के सबसे पुराने गोपाल मंदिर को भी उसके पुराने स्वरूप में लाया जा रहा है. दरअसल इंदौर में स्मार्ट सिटी के अंतर्गत हेरिटेज को संवारने का काम भी किया जा रहा है. इसके तहत इंदौर के राजवाड़ा और गोपाल मंदिर का काम भी जोरों पर है. इंदौर का राजवाड़ा धीरे-धीरे झुकने लगा था, जिसके बाद अब राजवाड़ा को स्ट्रक्चर लगाकर उस पर काम किया जा रहा है.
अधिकारियों की मानें तो राजवाड़ा का ऊपरी हिस्सा जो की पूरी तरह लकड़ी का बना हुआ था, वह कमजोर हो चुका है और यही उसके झुकने का कारण भी है. इस कारण बारीकी से उस जगह का काम किया जा रहा है. इसके साथ ही राजवाड़ा के पुराने कमरों को भी तराशा जा रहा है. राजवाड़ा को वापस से अपने पुराने वैभव में लाने के लिए सीमेंट कंक्रीट का इस्तेमाल भी नहीं किया जा रहा है, ताकि उसे वापस से उसके पुराने स्वरूप में लाया जा सके.फिलहाल इंदौर के राजवाड़ा में आम दर्शकों और पर्यटकों का प्रवेश बंद है. राजवाड़ा के साथ ही इंदौर के सबसे पुराने गोपाल मंदिर का काम भी किया जा रहा है. गोपाल मंदिर में आर्ट गैलरी भी बनाई जा रही है, जिसमें शहर के कलाकारों की कला की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. वहीं गोपाल मंदिर में ही मार्केट भी बनाया जा रहा है. यहां राजवाड़ा से हटाए गए दुकानदारों को जगह दी जाएगी.