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अनलॉक में भी विमान सेवाओं पर कोरोना का कहर, इंदौर का अहिल्याबाई होल्कर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पड़ा सूना

अनलॉक के बाद भी इंदौर के अहिल्याबाई होल्कर इंटरनेशनल एयरपोर्ट में आलम यह है कि यहां कोरोना संक्रमण के पहले 140 फ्लाइट उड़ान भर रहीं थीं, जिनकी संख्या घटकर अब 20 हो चुकी है.

Ahilyabai Holkar International Airport was deserted
हिल्याबाई होल्कर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पड़ा सूना
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Published : Jul 29, 2020, 3:41 PM IST

इंदौर। दुनिया भर में कोरोना महामारी के चलते रोकी गई विमान सेवाएं अब तक आर्थिक मंदी से नहीं उबर पा रही हैं, संक्रमण की आशंका से दुनिया भर में घटे एयर ट्रैफिक के मद्देनजर इंदौर के अहिल्याबाई होल्कर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आलम यह है कि यहां कोरोना संक्रमण के पहले 140 फ्लाइट उड़ान भर रहीं थीं, जिनकी संख्या घटकर अब 20 हो चुकी है. हालांकि एयरपोर्ट प्रशासन ने बताया की कोरोना का कहर कम हुआ तो उम्मीद है कि आगामी 6 माह में विमानन सेक्टर की स्थिति में सुधार आएगा.

अनलॉक में भी विमान सेवाओं पर कोरोना का कहर

अनलॉक से भी नहीं सुधरे हालात


25 मई से घरेलू उड़ान शुरू होने की औपचारिक घोषणा के बाद अप और डाउन की कुल 26 उड़ानों का संचालन शुरू किया गया था. बावजूद इसके यात्रियों के न मिल पाने के कारण विमानन सेवाएं बार-बार बंद करनी पड़ रही हैं. इंदौर में ही बीते महीने में शुरू की गई 10 उड़ानें बंद हो चुकी हैं, फिलहाल सिर्फ 8 उड़ानें ही चल पा रही हैं. इनमें भी आधे सप्ताह में 3 से 4 दिन ही फ्लाइट संचालित हो पा रही हैं.

Air India aircraft
एयर इंडिया विमान

समर शेड्यूल में थी 120 उड़ानों की तैयारी


लॉकडाउन के पहले इंदौर का देवी अहिल्या बाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट अपनी श्रेणी में पहले स्थान पर था. जहां से इंटरनेशनल फ्लाइट के अलावा देश के लगभग सभी शहरों को जोड़ने वाली 92 उड़ानें सुचारू रूप से चल रही थीं. जबकि इस बार समर शेड्यूल में यहां 120 उड़ानों की तैयारी थी, जिसके मद्देनजर एयरपोर्ट में यात्रियों की ग्रोथ रेट 43 फीसदी हो गई थी.

यात्रियों को सता रहा कोरोना का डर


इंदौर एयरपोर्ट से साल भर में 26 हजार 135 यात्री लगभग सफर करते थे, लेकिन बीते 4 महीने के दौरान एयरपोर्ट पर कोरोना का कहर ऐसा टूटा कि अब इंदौर एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या में भारी कमी आई है. यहां जो गिनती की फ्लाइट आ रही हैं उनमें भी यात्रियों का टोटा है. अधिकांश यात्री संक्रमण की आशंका के चलते सफर नहीं कर रहे हैं, वहीं करीब सप्ताह भर की होम क्वॉरेंटाइन की शर्तों के कारण भी यात्री सफर से तौबा कर रहे हैं, जिसके परिणाम स्वरूप एयरपोर्ट ऑथारटी और विमान सेवा प्रदाता कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है.

The plane in the air
हवा में विमान

अभी चल रही हैं ये उड़ानें


फिलहाल इंदौर से दिल्ली, बेंगलुरु अहमदाबाद के लिए दो-दो और हैदराबाद, किशनगढ़ वा बेलगांव के लिए एक-एक फ्लाइट उड़ान भर रही है. इन उड़ानों को इंडिगो, एयर एशिया, स्टार-एयरवेस और टू-जेट एयरलाइंस संचालित कर रही हैं, लेकिन कुछ दिनों में ही यात्री का टोटा पढ़ने से इन उड़ानों को कंपनियों ने रोजाना की वजह अब 3 से 4 दिन कर दिया गया है. इधर इंडिगो एयरलाइंस ने 2 जून से बेंगलुरु के लिए एक उड़ान शुरू की थी, इसे भी कुछ ही दिनों में सप्ताह में 4 दिन करना पड़ा है.

Aircraft on the way
रलवे में विमान

उड़ानों के निरस्त होने पर रिफंड नहीं


जो यात्री उड़ानों के शुरू होने के बाद टिकट बुक करवा चुके हैं, वे उड़ानों के बाद में कैंसिल होने पर टिकट रिफंड को लेकर परेशान हैं. विमानन कंपनियां टिकट की राशि क्रेडिट की तरह जमा रख रही हैं, जिसका उपयोग यात्री बाद में उड़ान भरने के समय बतौर किराया कर सकेंगे. इधर टिकट कैंसिल होने के बावजूद रिफंड नहीं होने के कारण कई यात्री खासे परेशान हैं.

इंदौर। दुनिया भर में कोरोना महामारी के चलते रोकी गई विमान सेवाएं अब तक आर्थिक मंदी से नहीं उबर पा रही हैं, संक्रमण की आशंका से दुनिया भर में घटे एयर ट्रैफिक के मद्देनजर इंदौर के अहिल्याबाई होल्कर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आलम यह है कि यहां कोरोना संक्रमण के पहले 140 फ्लाइट उड़ान भर रहीं थीं, जिनकी संख्या घटकर अब 20 हो चुकी है. हालांकि एयरपोर्ट प्रशासन ने बताया की कोरोना का कहर कम हुआ तो उम्मीद है कि आगामी 6 माह में विमानन सेक्टर की स्थिति में सुधार आएगा.

अनलॉक में भी विमान सेवाओं पर कोरोना का कहर

अनलॉक से भी नहीं सुधरे हालात


25 मई से घरेलू उड़ान शुरू होने की औपचारिक घोषणा के बाद अप और डाउन की कुल 26 उड़ानों का संचालन शुरू किया गया था. बावजूद इसके यात्रियों के न मिल पाने के कारण विमानन सेवाएं बार-बार बंद करनी पड़ रही हैं. इंदौर में ही बीते महीने में शुरू की गई 10 उड़ानें बंद हो चुकी हैं, फिलहाल सिर्फ 8 उड़ानें ही चल पा रही हैं. इनमें भी आधे सप्ताह में 3 से 4 दिन ही फ्लाइट संचालित हो पा रही हैं.

Air India aircraft
एयर इंडिया विमान

समर शेड्यूल में थी 120 उड़ानों की तैयारी


लॉकडाउन के पहले इंदौर का देवी अहिल्या बाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट अपनी श्रेणी में पहले स्थान पर था. जहां से इंटरनेशनल फ्लाइट के अलावा देश के लगभग सभी शहरों को जोड़ने वाली 92 उड़ानें सुचारू रूप से चल रही थीं. जबकि इस बार समर शेड्यूल में यहां 120 उड़ानों की तैयारी थी, जिसके मद्देनजर एयरपोर्ट में यात्रियों की ग्रोथ रेट 43 फीसदी हो गई थी.

यात्रियों को सता रहा कोरोना का डर


इंदौर एयरपोर्ट से साल भर में 26 हजार 135 यात्री लगभग सफर करते थे, लेकिन बीते 4 महीने के दौरान एयरपोर्ट पर कोरोना का कहर ऐसा टूटा कि अब इंदौर एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या में भारी कमी आई है. यहां जो गिनती की फ्लाइट आ रही हैं उनमें भी यात्रियों का टोटा है. अधिकांश यात्री संक्रमण की आशंका के चलते सफर नहीं कर रहे हैं, वहीं करीब सप्ताह भर की होम क्वॉरेंटाइन की शर्तों के कारण भी यात्री सफर से तौबा कर रहे हैं, जिसके परिणाम स्वरूप एयरपोर्ट ऑथारटी और विमान सेवा प्रदाता कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है.

The plane in the air
हवा में विमान

अभी चल रही हैं ये उड़ानें


फिलहाल इंदौर से दिल्ली, बेंगलुरु अहमदाबाद के लिए दो-दो और हैदराबाद, किशनगढ़ वा बेलगांव के लिए एक-एक फ्लाइट उड़ान भर रही है. इन उड़ानों को इंडिगो, एयर एशिया, स्टार-एयरवेस और टू-जेट एयरलाइंस संचालित कर रही हैं, लेकिन कुछ दिनों में ही यात्री का टोटा पढ़ने से इन उड़ानों को कंपनियों ने रोजाना की वजह अब 3 से 4 दिन कर दिया गया है. इधर इंडिगो एयरलाइंस ने 2 जून से बेंगलुरु के लिए एक उड़ान शुरू की थी, इसे भी कुछ ही दिनों में सप्ताह में 4 दिन करना पड़ा है.

Aircraft on the way
रलवे में विमान

उड़ानों के निरस्त होने पर रिफंड नहीं


जो यात्री उड़ानों के शुरू होने के बाद टिकट बुक करवा चुके हैं, वे उड़ानों के बाद में कैंसिल होने पर टिकट रिफंड को लेकर परेशान हैं. विमानन कंपनियां टिकट की राशि क्रेडिट की तरह जमा रख रही हैं, जिसका उपयोग यात्री बाद में उड़ान भरने के समय बतौर किराया कर सकेंगे. इधर टिकट कैंसिल होने के बावजूद रिफंड नहीं होने के कारण कई यात्री खासे परेशान हैं.

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