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Karam Dam Leakage Case नरोत्तम मिश्रा ने स्वीकारा डैम बनाने वाला मेरा मित्र है और मित्रता होना कोई गुनाह नहीं

धार जिले की कारम नदी पर बने डैम के ध्वस्त होने के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने स्वीकार किया है कि धार का कारम डैम बनाने वाले कंपनी के प्रमोटर अशोक भारद्वाज उनके मित्र हैं और डेम बनाने वाले से मित्रता होना कोई गुनाह नहीं है. Karam Dam Leakage Case Dhar Karam Dam, Narottam on Karam Dam

Karam Dam Leakage Case Narottam Mishra accepted dam builder was his friend
नरोत्तम ने स्वीकारा डैम बनाने वाला मेरा मित्र है और मित्रता होना कोई गुनाह नहीं
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Published : Aug 24, 2022, 5:16 PM IST

Updated : Aug 24, 2022, 8:15 PM IST

इंदौर। धार की कारम नदी पर बने डैम के ध्वस्त होने के बाद बुधवार को इंदौर में इस मामले को लेकर प्रेस से चर्चा के दौरान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि- "धार में कारम नदी पर बना डैम दरअसल, तालाब है क्योंकि इसमें गेट नहीं लगे थे. यह तालाब नुमा संरचना थी इसलिए इसे बड़ा बांध नहीं कहा जा सकता." उन्होंने ठेका कंपनी के प्रमोटर से मित्रता के सवाल पर कहा कि- " हम सार्वजनिक जीवन जीते हैं, अशोक भारद्वाज मेरे मित्र हैं इसे लेकर हमने मना नहीं किया है." उन्होंने कहा इस मामले में डैम को लेकर वस्तुस्थिति पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट कर चुके हैं.

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा

सारथी कंस्ट्रक्शन को 2018 में ही ब्लैकलिस्टेड किया जा चुका है: धार जिले की कारम नदी पर ध्वस्त हुए बांध के निर्माण का ठेका दिल्ली की एएनएस कंपनी को दिया गया था, लेकिन जमीन पर काम सारथी कंस्ट्रक्शन नामक दूसरी कंपनी कर रही थी. सारथी नाम की कंपनी के प्रमोटर अशोक भारद्वाज हैं जिनके राज्य सरकार के कई मंत्रियों से करीबी संबंध बताए जाते हैं. हाल ही में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने भी आरोप लगाते हुए कहा था कि 2020 में कांग्रेस के विधायकों को खरीदने में अशोक भारद्वाज ही मास्टरमाइंड थे. दरअसल, पहले भी घटिया निर्माण के कारण सारथी कंस्ट्रक्शन को 2018 में ही ब्लैकलिस्टेड किया जा चुका था इसके अलावा दिल्ली की एएनएस कंस्ट्रक्शन कंपनी भी 2016-17 में ब्लैकलिस्टेड की जा चुकी है. हालांकि एक बार फिर से राज्य सरकार ने डेम के निर्माण संबंधी दिल्ली की एजेंसी एएनएस कंस्ट्रक्शन कंपनी और उसकी साझीदार ग्वालियर की सारथी कंपनी का पंजीयन निलंबित कर दोनों कंपनियों को ब्लैक लिस्टेड किया है.

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कार्रवाई के दावों की हवा निकली: डैम के ध्वस्त होने के बाद राज्य सरकार ने दावा किया था कि जांच दल की रिपोर्ट में निर्माण कंपनियों की लापरवाही पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. लेकिन इस मामले के लिए गठित जांच दल ने जो रिपोर्ट सौंपी है उसमें डेम को बनाने वाली कंपनियों अथवा जिम्मेदार लोगों पर गंभीर कार्रवाई होने के आसार नहीं है, क्योंकि जांच दल ने बांध की बाउंडरी को मिट्टी का बनाए जाने और निर्माण कार्य पूरा होने के पहले ही डैम में पानी भरने जैसे कारणों से डैम के क्षतिग्रस्त होने संबंधी रिपोर्ट शासन को दी है. हालांकि, राज्य सरकार पहले ही डैम की बाउंडरी को तोड़कर पानी निकालने वाले जेसीबी ड्राइवरों एवं अन्य कर्मचारियों को दो दो लाख रुपए देकर पहले ही सम्मानित कर चुकी है. (Karam Dam Leakage Case) (Dhar Karam Dam) (Narottam on Karam Dam)

इंदौर। धार की कारम नदी पर बने डैम के ध्वस्त होने के बाद बुधवार को इंदौर में इस मामले को लेकर प्रेस से चर्चा के दौरान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि- "धार में कारम नदी पर बना डैम दरअसल, तालाब है क्योंकि इसमें गेट नहीं लगे थे. यह तालाब नुमा संरचना थी इसलिए इसे बड़ा बांध नहीं कहा जा सकता." उन्होंने ठेका कंपनी के प्रमोटर से मित्रता के सवाल पर कहा कि- " हम सार्वजनिक जीवन जीते हैं, अशोक भारद्वाज मेरे मित्र हैं इसे लेकर हमने मना नहीं किया है." उन्होंने कहा इस मामले में डैम को लेकर वस्तुस्थिति पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट कर चुके हैं.

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा

सारथी कंस्ट्रक्शन को 2018 में ही ब्लैकलिस्टेड किया जा चुका है: धार जिले की कारम नदी पर ध्वस्त हुए बांध के निर्माण का ठेका दिल्ली की एएनएस कंपनी को दिया गया था, लेकिन जमीन पर काम सारथी कंस्ट्रक्शन नामक दूसरी कंपनी कर रही थी. सारथी नाम की कंपनी के प्रमोटर अशोक भारद्वाज हैं जिनके राज्य सरकार के कई मंत्रियों से करीबी संबंध बताए जाते हैं. हाल ही में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने भी आरोप लगाते हुए कहा था कि 2020 में कांग्रेस के विधायकों को खरीदने में अशोक भारद्वाज ही मास्टरमाइंड थे. दरअसल, पहले भी घटिया निर्माण के कारण सारथी कंस्ट्रक्शन को 2018 में ही ब्लैकलिस्टेड किया जा चुका था इसके अलावा दिल्ली की एएनएस कंस्ट्रक्शन कंपनी भी 2016-17 में ब्लैकलिस्टेड की जा चुकी है. हालांकि एक बार फिर से राज्य सरकार ने डेम के निर्माण संबंधी दिल्ली की एजेंसी एएनएस कंस्ट्रक्शन कंपनी और उसकी साझीदार ग्वालियर की सारथी कंपनी का पंजीयन निलंबित कर दोनों कंपनियों को ब्लैक लिस्टेड किया है.

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कार्रवाई के दावों की हवा निकली: डैम के ध्वस्त होने के बाद राज्य सरकार ने दावा किया था कि जांच दल की रिपोर्ट में निर्माण कंपनियों की लापरवाही पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. लेकिन इस मामले के लिए गठित जांच दल ने जो रिपोर्ट सौंपी है उसमें डेम को बनाने वाली कंपनियों अथवा जिम्मेदार लोगों पर गंभीर कार्रवाई होने के आसार नहीं है, क्योंकि जांच दल ने बांध की बाउंडरी को मिट्टी का बनाए जाने और निर्माण कार्य पूरा होने के पहले ही डैम में पानी भरने जैसे कारणों से डैम के क्षतिग्रस्त होने संबंधी रिपोर्ट शासन को दी है. हालांकि, राज्य सरकार पहले ही डैम की बाउंडरी को तोड़कर पानी निकालने वाले जेसीबी ड्राइवरों एवं अन्य कर्मचारियों को दो दो लाख रुपए देकर पहले ही सम्मानित कर चुकी है. (Karam Dam Leakage Case) (Dhar Karam Dam) (Narottam on Karam Dam)

Last Updated : Aug 24, 2022, 8:15 PM IST
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