भोपाल। उत्तर प्रदेश और उत्तरांचल समेत अन्य पांच राज्यों में करारी हार के बाद कांग्रेस अब एक बार फिर ईवीएम के खिलाफ मोर्चा खोलने को तैयार है. कांग्रेस आगामी चुनाव में ईवीएम की जगह बैलेट पेपर के इस्तेमाल पर जोर देगी. इसके लिए पार्टी रणनीति भी तैयार कर रही है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इंदौर प्रेस क्लब में इसके संकेत भी दिए. कमलनाथ ने यह भी कहा कि जल्द ही हाईकमान की परमीशन के बाद हम ईवीएम को लेकर एक बड़ा खुलासा करने जा रहे हैं. उन्होंने महंगाई और भ्रष्टाचार को लेकर भी शिवराज सरकार पर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि शिवराज में इंस्टीट्यूशनल करप्शन किया जा रहा है.
ईवीएम के खिलाफ कांग्रेस की रणनीति तैयार EVM को लेकर जल्द करेंगे बड़ा खुलासा: इंदौर प्रेस क्लब में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा ईवीएम से मतदान कराने के खिलाफ हम जल्दी एक बड़ा खुलासा करने जा रहे हैं. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा हमारे देश में ही ईवीएम का उपयोग किया जा रहा है, लेकिन अमेरिका, जापान और यूरोप के दूसरे देशों में लोग इसका विरोध कर रहे हैं. इसके जवाब में बीजेपी कहती है कि ईवीएम कांग्रेस लाई थी. नाथ ने कहा हां हम लाए थे ईवीएम लेकिन उस समय की टेक्नोलॉजी बहुत अलग थी. अब ईवीएम के चिप बनाने वाले देश भी अपने देश में कानून पास कर रहे हैं कि हम ईवीएम से चुनाव नहीं कराना चाहते पर अपने देश वाले कह रहे हैं कि हमें ईवीएम ही चाहिए. इसलिए भारत में भी इसपर रोक लगाने के लिए कांग्रेस शीर्ष स्तर पर ईवीएम के खिलाफ रणनीति तैयार कर रही है जिसका खुलासा जल्द किया जाएगा.
ईवीएम के खिलाफ कांग्रेस की रणनीति तैयार मध्यप्रदेश में इंस्टीट्यूशनल भ्रष्टाचार: प्रदेश की बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार पहले से आम है,लेकिन अब इंस्टीट्यूशनल भ्रष्टाचार हो रहा है. राज्य सरकार कर्ज लिए जा रही है जिसका भारी-भरकम ब्याज देना पड़ रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार ऐसा मानती है कि पैसा होगा तो योजनाएं बनेंगी योजनाएं आएंगी तो पैसा बनेगा इसी रणनीति पर काम चल रहा है. हर विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर हैं. कमलनाथ ने कहा कि राज्य का मतदाता भी इस बात को समझ रहा है और हमें भरोसा है कि वो आने वाले 16 17 महीने बाद वह सच का साथ देगा.
दिग्विजय पर बोले संगठन में सब की जरूरत: राज्य में कमलनाथ सरकार गिरने में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के रोल पर कमलनाथ का कहना था कि संगठन में सब की आवश्यकता होती है और सब का उपयोग होता है. उन्होंने कहा कि मैंने राजनीति में आने पर यह सबसे पहले सीखा था कि आप अपने को अपना ड्राइवर नहीं बना सकते, जो अच्छा कुक है वह ड्राइवर का काम नहीं कर सकता. आप ड्राइवर से खाना बनवाओगे तो आपको अच्छा खाना नहीं मिलेगा और यदि कुक से गाड़ी चलाओगे तो आपकी जान खतरे में है. अलग-अलग लोगों की अलग अलग काबिलियत होती है वह जिस काम के लायक है उसे उसी प्रकार का काम दिया जाना चाहिए. हमारे जो साथी हैं उन सब की आवश्यकता हमें हैं इसलिए हम सब मिलकर काम करेंगे और सभी मिलकर चुनाव में उतरेंगे.
गांधी परिवार से मुक्त नहीं होगी कांग्रेस: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर द्वारा शीर्ष पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के परिवर्तन के सवाल पर कमलनाथ का कहना था कि प्रशांत किशोर ने कुछ सुझाव दिए हैं उन पर पार्टी विचार कर रही है इसका मतलब यह नहीं है कि गांधी परिवार को कांग्रेस से अलग कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा यदि कोई अनुभवी व्यक्ति पार्टी को सुझाव दे रहा है और उसने कई पार्टियों के साथ काम किया है तो उसके सुझाव को मानने में कोई बुराई नहीं है.