इंदौर। अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले इंदौर के भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने अजान को लेकर विवादित बयान दिया है.आकाश विजयवर्गीय ने लाउडस्पीकर से होने वाली नमाज को बंद करने की मांग दोहराई है. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि जिन्हें नमाज पढ़ना है, वह बंद कमरे में या बिना माइक के मस्जिद में पढ़ सकते हैं. हालांकि विधायक आकाश विजयवर्गीय से पहले भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने भी हाईकोर्ट के निर्णय के आधार पर लाउडस्पीकर हटाने की मांग सरकार से की है. (Hanuman Chalisa Vs Azan Controversy)
चर्चा में लाउडस्पीकर: देशभर में लाउडस्पीकर का मुद्दा चर्चा में है. कई राज्यों में मस्जिदों के लाउडस्पीकर हटाने की मांग की जा रही है. खासतौर पर महाराष्ट्र, यूपी में इस मुद्दे ने सबसे ज्यादा विवाद पैदा किया है. यहां MNS चीफ राज ठाकरे इसे लेकर कई बयान दे चुके हैं. साथ ही उन्होंने राज्य सरकार को अल्टीमेटम भी दिया है. मध्य प्रदेश में भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने भी हाईकोर्ट के निर्णय के आधार पर मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारने की मांग की थी. इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि हाईकोर्ट की जो गाइडलाइन महाराष्ट्र के लिए लागू है. उसका पालन मध्य प्रदेश सरकार को भी करना चाहिए. (kailash vijayvargiya in indore)
लाउडस्पीकर की कोई जरूरत नहीं: एक धार्मिक समारोह में आकाश विजयवर्गीय शामिल होने पहुंचे थे. यहां मीडिया से बात करते हुए आकाश ने कहा, "यदि आप अपने धर्म को मानते हैं. यदि कोई दूसरा वर्ग लाउडस्पीकर पर रोज नमाज नहीं सुनना चाहता तो यह नहीं सुनाई देना चाहिए. आप नमाज पढ़ना चाहते हैं तो बंद कमरे में क्यों ना पढ़ें, लाउडस्पीकर की कोई जरूरत नहीं है.
हनुमान चालीसा अजान के विरोध का तरीका: उन्होंने कहा "यदि दूसरे धर्म को मानने वाला हों और दूसरा ग्रंथ पढ़ता हो तो उसे जबरदस्ती सुनाया जाए. यह जरूरी नहीं है. मुझे लगता है यह बंद होना चाहिए." विधायक आकाश विजयवर्गीय ने हनुमान चालीसा के सवाल पर कहा, कई मंदिरों में शुरू हनुमान चालीसा अजान के विरोध का तरीका है. इसलिए मुझे लगता है जो नियम में है वह होना चाहिए. कोई जबरदस्ती नहीं सुनना चाहता तो उसे नहीं सुनाया जाना चाहिए. (protest against azaan from hanuman chalisa)