इंदौर। क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 15 अवैध पिस्टल, 590 अधबनी बैरल के साथ 3 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पकड़े गए आरोपी मध्य प्रदेश के विभिन्न जिले में अवैध हथियार की तस्करी करते थे. इंदौर पुलिस ने अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त पर लगाम लगाने के लिए अभियान चलाया हुआ है. इसी अभियान के तहत क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली थी, कि खंडवा रोड़ तेजाजी नगर क्षेत्र में सिकलीगर अवैध हथियार खरीद-फरोख्त करने वाला है. जिस पर क्राइम ब्रांच डीसीपी द्वारा एक टीम गठित कर मुखबिर द्वारा बताए हुलिए के व्यक्ति को घेराबंदी कर पकड़ा गया.
15 अवैध देसी पिस्टल और 590 बैरल जब्त: पुलिस ने आरोपी की तलाशी ली, तो अकाल सिंह सिकलीगर के पास से 7 देसी पिस्टल और 3 जिंदा कारतूस मिले. पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर अकाल सिंह द्वारा लेंथ मशीन पर अपराधियों के ऑर्डर पर पिस्टल बनाकर प्रदेश के विभिन जिलों में अवैध हथियार सप्लाई करना स्वीकार किया. अकाल सिंह ने पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर प्रेम सिंह और कृष्णकांत के नाम बताये, जिसके आधार पर पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो दोनों आरोपियों के कब्जे से 360 नग बैरल और 155 नग चौरस पाइप जब्त किए हैं. तीनों आरोपियों से पुलिस ने 15 अवैध देसी पिस्टल, 590 बैरल जब्त कर अवैध हथियारों की तस्करी करने वालों के बारे में पूछताछ शुरू कर दी है. पुलिस द्वारा उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में और भी अवैध हथियार की तस्करी करने वाले पुलिस गिरफ्त में आ सकते हैं.
एमपी के कई इलाके अवैध हथियारों के गढ़: फिलहाल पूरे मामले में पुलिस काफी बारीकी से जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है. पकड़े गए आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की जा रही है. बता दें कि मध्य प्रदेश के धामनोद और खरगोन में बड़ी मात्रा में अवैध हथियार बनाए जाते हैं और उन हथियारों को प्रदेश के अलग-अलग शहरों में सप्लाई किया जाता है. पिछले दिनों देश के अलग-अलग हिस्सों की पुलिस भी वहां पर छानबीन करने के लिए आई थी.