इंदौर। 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों के परिवारों की मदद के लिए पूरा देश आगे आ रहा है, वहीं एक 8 साल की बच्ची ने अपने गुल्लक में जमा किए पैसे शहीद जवानों के परिवारों के लिए कलेक्टर को सौंपा. कलेक्टर ने बच्ची की प्रशंसा करते हुए सक्षम लोगों को बच्ची से सीख लेने की बात कही है.
एक निजी स्कूल की कक्षा दूसरी में पढ़ने वाली 8 वर्षीय अनेरी पोद्दार अपनी मां के साथ कलेक्टर से मिलने कलेक्टर कार्यालय पहुंची. जहां उसके हाथ में एक लाल कलर का पिगी बैंक था. जब अनेरी से पूछा गया कि यह आप क्यों लेकर आए हैं, तो अनेरी का कहना था कि यह उसके द्वारा 6 महीने से इकट्ठे किए गए पैसे हैं, जो वो शहीद जवानों के परिवार को देना चाहती है.
अनेरी का कहना है कि उसे मदद करना अच्छा लगता है. यह पहला मौका नहीं है कि वह किसी की मदद कर रही है, इससे पहले भी वह अनाथ बच्चों और लोगों की मदद कर चुकी है. कलेक्टर लोकेश जाटव को अनेरी ने अपना पिगी बैंक सौंपकर पैसे शहीद जवानों के परिवारों तक पहुंचाने की बात कही.
इस बच्ची की प्रशंसा करते हुए कलेक्टर ने अनेरी की इस पहल की सराहना की और कहा कि यह एक नेक काम है और इससे लोगों को सीख लेनी चाहिए. कलेक्टर ने कहा कि बड़ी उम्र और सक्षम लोगों के लिए यह एक सकारात्मक संदेश देने वाली बात होगी कि एक 8 साल की बच्ची भी देश के लिए मर मिटने वाले सेना के जवानों और शहीदों के प्रति ऐसी सोच और संवेदनाएं रखती है.