ग्वालियर। पूरे देश में कोरोना का खौफ है. पुलिस इस दौरान सड़कों पर है. कोरोना कर्फ्यू का पालन कराने सहित बाकी व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखना है. लेकिन पुलिस का कोराना ड्यूटी में व्यस्त रहना, जिले के अपराधियों के लिए जैसे सुरक्षा कवच बन गया है. शहर के कई अपराधी संक्रमण की आड़ में या तो अंडरग्राउंड हो गए हैं, या शहर छोड़कर दूसरे शहरों और जिलों में छुपे हुए हैं. पुलिस को कई बदमाशों की लोकेशन भी मिल गई है, लेकिन बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण पुलिस की टीमें इनको पकड़ने से कतरा रही हैं, हालांकि कई गंभीर मामलों में कोरोना प्रोटोकॉल फॉलो करते हुए कार्रवाई भी की गई है, लेकिन पुलिस को कोरोना का डर सता रहा है क्योंकि पिछले दिनों पुलिसकर्मियों ने कुछ बदमाशों को पकड़ा था जिनमें से ज्यादातर पॉजिटिव मिले. इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी भी संक्रमित हुए हैं. यही वजह है अब पुलिस बदमाशों को पकड़ने में ढिलाई बरत रही है, जो शहर से बाहर हैं या फिर कहीं छुपे हुए हैं.
कोराना का खौफ, अपराधियों की मौज
कोरोना संक्रमण के बढ़ते खौफ से लोग डरे और सहमे हुए हैं, ज्यादातर लोग अपने घरों में हैं. यही कोरोना कर्फ्यू अपराधियों के लिए पुलिस से बचने और छुपने का जरिया बन गया है. यही वजह है कि कई अपराधी शहर से बाहर भाग गए हैं या छुपे हुए हैं. बदमाशों को इस बात की जानकारी है कि कोरोना संक्रमण में पुलिस बदमाशों को पकड़ने के लिए नहीं जा पा रही है, क्योंकि बढ़ते संक्रमण का डर पुलिसकर्मियों को भी है, जबकि अपराधी इसका फायदा उठाते हुए सुरक्षित स्थानों पर रह रहे हैं, हालांकि इस दौरान कुछ गंभीर मामलों में पुलिस ने कार्रवाई भी है. ईटीवी भारत से बातचीत में एडिशनल एसपी हितिका वासल ने बताया कि कुछ जगहों पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बदमाशों की गिरफ्तारी की गई है.
कुछ गंभीर मामलों में हम अपनी फोर्स को बदमाशों की धरपकड़ के लिए भेज रहे हैं. पुलिसकर्मियों को यह हिदायत दी जा रही है कि वे कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए, डबल मास्क, गल्ब्स, सैनेटाइजर का यूज करते हुए कार्रवाई करें. हाल ही में एक केस आया था जिसमें एक बदमाश के कोरोना पॉजिटिव होने की आशंका थी, लेकिन सीरियस केस था इस दौरान सभी कोरोना प्रोटोकॉल को फॉलो करते हुए बदमाश की धरपकड़ की गई थी.
हितिका वासल, एडिशनल एसपी ग्वालियर (प्रभारी एसपी)
बड़े अधिकारी भी नहीं बना रहे दबाव
बढ़ते कोरोना संक्रमण और पुलिसकर्मियों सहित ग्वालियर के पुलिस एसपी के भी कोरोना पॉजिटिव होने की वजह से बड़े अधिकारी बदमाशों की धरपकड़ के लिए दबाव नहीं बना रहे हैं. क्योंकि धरपकड़ के दौरान अगर कोई भी अपराधी कोरोना पॉजिटिव निकला तो वह कई पुलिसकर्मियों को अपनी चपेट में ले सकता है. यही वजह है कि कोरोना संक्रमण के दौरान पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने की कार्रवाई बहुत धीमी कर दी है. किसी बड़े और गंभीर मामले में ही कार्रवाई की जा रही है, जबकि छोटे अपराधियों को पकड़ने में कम दिलचस्पी दिखाई जा रही है. हालांकि पिछले दिनों हथियारों के तस्करों की गिरफ्तारी को लेकर ग्वालियर एसपी ने (कोरोना पॉजिटिव) होने से पहले कार्रवाई की थी. जिसके कुछ दिनों बाद ही एसपी की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.
मूलत:खरगोन के रहने वाले हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. जिनसे 9 पिस्टल और 16 जिंदा कारतूत बरामद किए गए हैं. इसके अलावा शहर के गोल पहाड़िया इलाके में भी झगड़े के दौरान कुछ अपराधियों को पकड़ा गया है.
अमित सांघी, एसपी, ग्वालियर (कोरोना पॉजिटिव होने से पहले)
कई आरोपी निकले हैं पॉजिटिव
अभी हाल में ही शहर में पुलिस ने बदमाशों की धरपकड़ की थी. इस दौरान पुलिस की गिरफ्त में आए कई अपराधी कोरोना संक्रमित पाए गए, जिससे कई पुलिसकर्मी भी संक्रमण की चपेट में आ गए.
15 अप्रैल- ग्वालियर के पुरानी छावनी इलाके में अवैध शराब बेचने के मामले में पीलू खटीक और किशन साहू को गिरफ्तार किया था. इनसे पूछताछ में धर्मवीर रावत नाम के एक और अपराधी की जानकारी मिली थी. वह आसपास के जिले में ही कहीं छुपा हुआ. पुलिस ने लोकेशन ट्रेस कर ली है, लेकिन वह फिलहाल उसे पकड़ने नहीं जा पा रही है.
19 अप्रैल- बाल संप्रेषण गृह में 8 बच्चे भी कोरोना संक्रमित मिले थे, जिन्हें महल गांव स्थित एक आइसोलेशन सेंटर में रखा गया है. यहां से पोस्को एक्ट में बंद दुष्कर्म का एक आरोपी भाग निकला, हालांकि वह बाद में पुलिस की गिरफ्त में आ गया, लेकिन जब उसका टेस्ट किया गया तो वह पॉजिटिव निकला. इसके बाद 5 पुलिसकर्मियों को भी होम आइसोलेट किया गया था.
23 अप्रैल- पुलिस ने छोटू परिहार नाम के एक आरोपी को नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचते हुए पकड़ा था. छोटू को जेल भेजने से पहले उसका कोरोना टेस्ट कराया गया तो वह पॉजिटिव आया. इस मामले में पुलिस को उसके अन्य साथियों की लोकेशन मुरैना के आसपास पता चली है, लेकिन पुलिस वहां जाने से बच रही है.
सतर्क भी, सावधान भी
कोरोना संक्रमण काल में जिले में पुलिस का पूरा फोकस फिलहाल शहर में कोरोना कर्फ्यू का पालन कराने पर है. इस दौरान पुलिस के बड़े अधिकारी जिले की कानून व्यवस्था पर भी पूरी नजर रखे हुए हैं. ऐसे में शहर के हर चौराहे पर पुलिस मुस्तैद नजर आ रही है. यही वजह है कि पुलिस संक्रमण काल में छोटे अपराधियों और दूसरे राज्यों में छुपे बदमाशों को पकड़ने में रूचि नहीं दिखा रही है. इससे पहले के कुछ मामलों में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुछ बदमाशों को गिरफ्तार भी किया था , लेकिन उनके पॉजिटिव आने के बाद पूरे थाने को ही क्वॉरेंटाइन करना पड़ा है. ऐसे में बड़े पुलिस अधिकारी भी सतर्कता बरत रहे हैं. पुलिस अपराधियों की लोकेशन लगातार ट्रेस कर रही है और उनके मूवमेंट को लेकर सतर्क भी है वहीं कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर सावधानी भी बरत रही है.