ग्वालियर। राजधानी भोपाल में प्रशासन अकादमी ने सिविल सर्विसेस डे (civil service day) पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chauhan) इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय सेवा के साथ राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे, तभी बिजली गुल हो गई. उनका माइक भी बंद हो गया. सीएम के कार्यक्रम में बिजली गुल होने पर जहां कांग्रेस सवाल उठा रही है वहीं उर्जा मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. हालांकि इस सब के बीच सीएम ने माना है कि ऐसे हालत प्रदेश में कोयले की कमी से बन रहे हैं.(national civil service day 2022)
अचानक छाया सन्नाटा: कार्यक्रम प्रशासनिक अकादमी के स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित किया गया था.कार्यक्रम के दौरान सभागार मेंं उस वक्त अचानक सन्नाटा छा गया. जब सीएम के संबोधन के दौरान बिजली गुल हो गई. सीएम ने मंच से पूछा- संजय दुबे "उर्जा विभाग के प्रमुख सचिव" हैं क्या यहां? हालांकि माइक बंद होने के बाद भी सीएम ने अपना संबोधन जारी रखा. सीएम ने स्वीकार किया कि प्रदेश के पावर प्लाटों में कोयले का संकट है. उन्होंने जिक्र किया कि विभाग के अधिकारी कल ही कोयले की और रैक की मांग कर रहे थे. हालांकि, 15 मिनट बाद जनरेटर से विद्युत व्यवस्था बहाल हो गई थी. (Energy Minister Praduman Singh Tomar ordered on inquiry)
सरकार पर कांग्रेस हमलावर: सीएम के कार्यक्रम में बिजली गुल होने के बाद से कांग्रेस लगातार सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस के नेता सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं. मामले को लेकर उर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रदेश में बिजली की समस्या को कांग्रेस सदन में क्यों नहीं उठाती. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेसी सिर्फ मीडिया के सामने ही क्यों बोलते हैं.