ग्वालियर। चंबल अंचल में इस वक्त कड़ाके की सर्दी पड़ रही रही है, इसके कारण सबसे अधिक परेशानियों का सामना उन लोगों को करना पड़ रहा है, जिनके सिर पर छत तक नहीं है. ऐसे में इन लोगों के लिए रैन बसेरे एक बड़ा सहारा होते हैं. इस वक्त ग्वालियर शहर में 12 रैन बसेरे संचालित किए जा रहे हैं, जिनका रियलिटी चेक ईटीवी भारत ने किया.
ग्वालियर शहर के अंतरराज्यीय बस स्टैंड पर स्थित रैन बसेरे में 30 से 40 लोगों के ठहरने की व्यवस्था है. यहां पर महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग कक्ष बनाए गए हैं, जहां यात्रियों को रात गुजारने के हिसाब से पर्याप्त सुविधाएं देखने को मिली. दोनों ही कक्ष में साफ-सुथरे गद्दे और कंबल भी मिले, तो यहां पर रुके यात्री रैन बसेरे की सुविधाओं से संतुष्ट नजर आए.
रैन बसेरे के केयरटेकर का कहना है कि वे रातभर यहां डूयूटी करते हैं. यहां पहचान पत्र और रजिस्टर में एंट्री के बाद ही लोगों को रैन बसेरे में एंट्री मिलती है, जबकि जो लोग कुछ समय के लिए रैन बसेरे में आते हैं, उनके लिए अलाव की व्यवस्था की गई है, ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े.