ग्वालियर। 15 सितंबर को ग्वालियर में एलिवेटेड रोड का भूमि पूजन और 17 सितंबर को श्योपुर के कूनो पालपुर में अफ्रीकन चीतों को छोड़े जाने की टाइमिंग पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अजीत भदौरिया ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि हिंदू मान्यताओं के अनुसार पितृ पक्ष में किसी नए प्रोजेक्ट का शुभारंभ नहीं किया जाता. लेकिन नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन पर इवेंट करने के लिए कूनो नेशनल पार्क में अफ्रीकन चीतों को ला रहे हैं. (Modi Government Organize Program in Pitru Paksha)
कांग्रेस के तंज पर बीजेपी का जवाब: कांग्रेस प्रवक्ता के ट्वीट को बीजेपी के ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने निजी राय बताया है. उनका मानना है कि अच्छा काम करने का कोई मुहूर्त नहीं होता है. अच्छा काम जितनी जल्दी हो जाए वही बेहतर होता है ऐसा उनका मानना है. इस मामले को लेकर लगातार कांग्रेस बीजेपी पर निशाना साध रही है.
एलिवेटेड रोड का भूमिपूजन: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी, केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आगामी 15 सितंबर को ग्वालियर में लगभग 447 करोड़ रुपये की लागत से बनने जा रहे प्रथम चरण के एलिवेटेड रोड का भूमिपूजन एवं आईएसबीटी की अधाराशिला रखेंगे. एलीवेटेड रोड के भूमिपूजन समारोह में राज्य सरकार के मंत्री और अन्य नेता उपस्थिति रहेंगे. (Elevated Road Bhumi Pujan in Gwalior)
6 छोटे बाड़े स्थापित: आठ चीतों को 17 सितंबर की सुबह हेलीकॉप्टर से मध्य प्रदेश के कुनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान लाया जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी उसी दिन उन्हें चीता पुनरुत्पादन कार्यक्रम के हिस्से के रूप में संगरोध बाड़ों में छोड़ेंगे. जानवरों को एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप में स्थानांतरित करने के दौरान आवश्यक कानूनी आदेश के अनुसार 6 छोटे संगरोध बाड़े स्थापित किए जाएंगे. प्रोटोकॉल के अनुसार, जानवरों को एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप में जाने से पहले और बाद में एक-एक महीने के लिए क्वारंटाइन करने की जरूरत है. (African Cheetahs Brought in Kuno)