छिन्दवाड़ा। जिले के चंदनगांव में रहने वाले युवा अरविंद ढाकरे ने कबाड़ में पड़े खाली डिब्बे और सामान की सहायता से ऑटोमेटिक हैंड सैनिटाइजर मशीन बनाई है, इस मशीन के सामने हाथ लाते ही अपने आप सेनेटाइजर आपके हाथों पर आता है, ताकि आप कोरोना महामारी के इस दौर में संक्रमण से बचा जा सके, इस मशीन को बनाने के लिए 5 लीटर का खाली डिब्बा, स्प्रे का नोजल और एक इलेक्ट्रॉनिक किट के जरिए बनाया गया है, जिसकी लागत करीब 300 से 400 रुपए है.
चौकीदारी का काम करने वाले युवक ने बनाई मशीन
अरविंद ढाकरे ने आईटीआई की पढ़ाई की है, लेकिन कोरोना काल में उसे उसकी फिल्ड की नौकरी नहीं मिली, लेकिन मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कार्पोरेशन में नाइट शिफ्ट के लिए चौकीदार की जरुरत थी, ऐसे में उसने मजबूरन यह ड्यूटी ज्वाइन कर ली.
300 रुपए में बनाई सैनिटाइजर मशीन
अरविंद ढाकरे को सरकारी दफ्तरों में लगी ऑटोमेटिक सैनिटाइजर मशीन देखकर ख्याल आया कि वह भी ऐसा कुछ बना सकता है और फिर कबाड़ का जुगाड़ कर उसने मशीन बना डाली, वो भी सिर्फ 300 रुपए की खर्च पर, अरविंद की बनाई मशीन को देखकर हर कोई हैरान है, लोगों का कहना है कि ऑटोमेटिक मशीन महंगे दामों में मिलती है, लेकिन अरविंद ने इतने कम कीमतों में मशीन बनाई है, जो वाकई में काबिले तारीफ है.
मरीजों के लिए समाजसेवियों ने कबाड़ से तैयार किए 100 पलंग
संक्रमण से बचाती है ऑटो हैंड सैनिटाइजर मशीन
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए किसी भी बाहरी चीज को छूने से बचना चाहिए, इसलिए इस मशीन में ऐसी तकनीक है कि बिना हाथ लगाए सेंसर के जरिए सैनिटाइजर आपके हाथों में आता है, कोई भी व्यक्ति मशीन के नोजल के सामने जैसे ही हाथ रखता है, सेंसर काम करने लगता है, और मशीन में लगी मोटर के जरिए सैनिटाइजर मशीन से निकलने लगता है, जिससे मशीन को छूने की जरूरत नहीं पड़ती है.