छिंदवाड़ा। जिले में कोरोना संक्रमण कहर बरपा रहा है. हर नए दिन मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. बड़ी संख्या में कोविड प्रोटोकॉल के तहत मरीजों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. परसिया रोड स्थित मोक्षधाम में हालत ये है कि रोजाना दर्जनों शव जलाए जा रहे हैं . लेकिन प्रशासन ये मानने के लिए तैयार नहीं हैं, कि कोविड-19 के चलते इतने मरीजों की मौत हो रही है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी सवाल उठाते हुए सरकार पर आंकड़े छिपाने का आरोप लगाया है.
आठ दिनों में 130 की हुई अंत्येष्टि , प्रशासन बता रहा सिर्फ सात लोगों की मौत
अप्रैल महीने में कोविड-19 मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. उसी हिसाब से मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है . आठ अप्रैल तक प्रशासन के आंकड़ों में कोविड-19 से सिर्फ 7 लोगों की मौत बताई गई है. हकीकत ये है कि सिर्फ छिंदवाड़ा में कोविड-19 गाइडलाइन के मुताबिक 130 लोगों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है. इन आठ दिनों में 545 कोविड-19 मरीज भी सामने आए हैं.
भोपाल में मृत कोरोना मरीजों के अंतिम संस्कार के लिए कम पड़ रहे श्मशान घाट!
शमशान घाट में कोविड प्रोटोकॉल से हुए अंतिम संस्कार के आंकड़े
तारीख | मौत | संक्रमित |
1 अप्रैल | 14 | 48 |
2 अप्रैल | 14 | 71 |
3 अप्रैल | 09 | 68 |
4 अप्रैल | 16 | 67 |
5 अप्रैल | 09 | 70 |
6 अप्रैल | 17 | 70 |
7 अप्रैल | 25 | 72 |
8 अप्रैल | 26 | 79 |
'श्मशान आओ, खुल जाएगी आंकड़ों की पोल'
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी जिला प्रशासन के आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए कहा था कि ये बनावटी आंकड़े हैं. जिला प्रशासन के हिसाब से छिंदवाड़ा जिले में और खास तौर सौंसर और पांढुर्ना में स्थिति ठीक है. कमलनाथ का दावा है कि अकेले सौसर विधानसभा में करीब 150 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है.