नई दिल्ली/हाथरस। हाथरस गैंगरेप मामले को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया है. जिसमें कहा गया कि अदालत को स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई जांच का निर्देश देना चाहिए. हलफनामे में यह भी कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट को CBI जांच की निगरानी करनी चाहिए. बता दें कि योगी सरकार ने केंद्र से सीबीआई जांच की सिफारिश की है.
यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में ऐफिडेविट देकर कहा है कि कथित गैंगरेप मामले में जांच को पटरी से उतारने की कोशिश की जा रही है. यूपी सरकार ने इस मामले में यह भी कहा है कि हिंसा से बचने के लिए रात में ही पीड़िता का अंतिम संस्कार कराना पड़ा था. यूपी सरकार ने कहा है कि हाथरस मामले पर दुष्प्रचार करके सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.
योगी सरकार द्वारा दिए गए हलफनामे में सुप्रीम कोर्ट को बताया गया है कि हाथरस मामले में सरकार को लगातार बदनाम करने की कोशिश की जाए रही है. जबकि इस पूरे मामले फर नफरत फैलाकर उत्तर प्रदेश का माहौल खराब करने की साजिश रजी जा रही है. क्योंकि कुछ लोग अपने निजी हित साधने के लिए इस तरह का माहौल बनाने में जुटे हैं.
हाथरस का पूरा मामला
यूपी के हाथरस जिले के चंदपा क्षेत्र के तहत आने वाले बूलगढ़ी गांव में 14 सितंबर को चार लोगों ने एक अनुसूचित जाति की लड़की के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था. जिसमें आरोपियों पर आरोप है कि उन्होंने युवती के साथ बेरहमी से मारपीट करते हुए उसकी रीढ़ की हट्टी तोड़ दी और उसकी जीभ भी काट दी थी. जहां दिल्ली में इलाज के दौरान 29 सितंबर को पीड़िता की मौत हो गयी है. इस पूरे मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. घटना के बाद पुलिस ने रात में युवती का अंतिम संस्कार कर दिया. जिसके बाद मामला गर्मा गया. अब इस पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग उठ रही है.