भोपाल। जेपी हॉस्पिटल मे कोरोना संदिग्ध के शव परिजनों को देने के मामले में नया मोड आया है. बताया जा रहा है कि दो लोगों की मौत ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने के कारण हुई है. इस दौरान वार्ड के अंदर पीड़ितों ने शिकायत भी की थी. लेकिन कोई उनकी सुध लेने रात को नहीं पहुंचा. सुबह होते होते दो मरीजों की मौत हो गई. ये आरोप मृतक के परिजन सहित वार्ड मे भर्ती अन्य मरीज के परिजन लगा रहे हैं.
ऑक्सीजन नहीं मिलने से मौत, अस्पताल ने किया आरोपों से इनकार
अस्पताल प्रशासन इस आरोपों से इनकार कर रहा है. अस्पताल का कहना है कि दोनों मरीजों की हालत गंभीर थी. ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने का सवाल ही नहीं होता. परिजनों का आरोप है कि हॉस्पिटल प्रबंधन समय पर मरीजों को देखने नहीं पहुंचा. ऑक्सीजन की कमी के चलते ही दोनों की मौत हुई है.
मरीज की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में की तोड़फोड़, प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप
विभाग ने अस्पताल को दी क्लीन चिट!
स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने मामले में जांच कराने की बात कही थी. लेकिन अभी तक कोई जांच टीम नहीं बनाई गई है. इसलिए माना जा रहा है कि इस मामले में डॉक्टरों को स्वास्थ्य विभाग ने क्लीन चिट दे दी है. मृतकों के शव ले जाने को लेकर गुरुवार को भी जेपी अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ था. पुलिस की अभिरक्षा में शव को वापस वाहन से उतारकर रखा गया. इसके बाद कोरोना प्रोटोकॉल के तहत शव का अंतिम संस्कार किया गया.