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Uma Bharti U TURN सीएम से बातचीत के बाद 2 अक्टूबर को होने वाला आंदोलन निरस्त, बोली-शराब MP की नहीं पूरे देश की समस्या

मीडिया से बातचीत के दौरान उमा भारती ने कहा कि सीएम शिवराज ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वे अगली शराब नीति में हमारे प्रस्ताव और संशोधन को मानेंगे. उन्होंने कहा कि मैं इतना चाहती हूं कि सरकार शराब से आए राजस्व को अपना मूल आधार न बनाए. शराब मध्यप्रदेश की नहीं पूरे देश की समस्या है. उमा ने कहा कि मैंने पूर्ण शराबबंदी की बात कभी नहीं कही.Uma Bharti U TURN , bjp leader um bharti, mp liquor ban ,agitation on liquor ban

Uma Bharti U TURN
शराबबंदी आंदोलन निरस्त
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Published : Sep 9, 2022, 5:07 PM IST

भोपाल। पूर्व सीएम और बीजेपी की फायरब्रांड नेता उमा भारती ने शराबबंदी पर यू टर्न लिया है. एक प्रेस क्रॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि मैं अभी भी शराब बंदी के समर्थन में हूं, लेकिन मैंने पूर्ण शराबबंदी की बात कभी नहीं कही. उमा भारती ने कहा कि एमपी की नई शराब नीति महिलाओं और युवाओं के हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरी शराब बंदी को लेकर 2 अक्टूबर को किए जा रहे आंदोलन को लेकर सीएम से विस्तार से चर्चा हो चुकी है. उमा भारती ने शराब बंदी आंदोलन कार्यक्रम को भी निरस्त कर दिया है. हालांकि प्रतीकात्मक तरीके से वे पैदल मार्च और एक जनसभा भी करेंगी.

सीएम ने दिया भरोसा, हमारे प्रस्ताव और संशोधन पर करेंगे विचार: मीडिया से बातचीत के दौरान उमा भारती ने कहा कि सीएम शिवराज ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वे अगली शराब नीति में हमारे प्रस्ताव और संशोधन को मानेंगे. उन्होंने कहा कि मैं इतना चाहती हूं कि सरकार शराब से आए राजस्व को अपना मूल आधार न बनाए. शराब मध्यप्रदेश की नहीं पूरे देश की समस्या है. उमा ने कहा कि मैंने पूर्ण शराबबंदी की बात कभी नहीं कहीं मैंने सरकार में रहते कभी शराबबंदी नहीं की तो मैं दूसरे को कैसे कह सकती हूं. मेरा सुझाव सिर्फ इतना था कि सरकार को राजस्व के दूसरे विकल्प भी ढूंढना चाहिए. सरकार अवैध शराब की बिक्री को लेकर पुलिस पर सख्त कार्रवाई करे मैं पूर्ण शराबबंदी का समर्थन करती हूं ,लेकिन ये हो नहीं सकती इसे रोकने के लिए केंद्र कोई नीति नहीं बना सकता. शराब को लेकर राज्यों को नीति बनाना चाहिए मेरा कहना यही है कि शराब किसी भी प्रदेश की अर्थव्यवस्था नहीं बनना चाहिए.

Liquor Ban in MP: उमा भारती के शराबबंदी अभियान ने पकड़ा जोर! गांधी जयंती तक रहेगा बरकरार, निकालेंगी पैदल मार्च

सीएम से बातचीत के बाद निरस्त किया आंदोलन: 2 अक्टूबर को शराब बंदी को लेकर प्रदेश भर में होने वाले आंदोलन को उमा भारती ने निरस्त कर दिया है. उन्होंने कहा कि सीएम से हुई बातचीत के बाद बड़े स्तर पर किया जाना वाला आंदोलन निरस्त कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि वे 2 अक्टूबर को अब सीमित संख्या में कुछ महिलाओं के साथ भोपाल में लिली टॉकीज चौराहे पर सभा करेंगी. इसके बाद मिंटो हॉल में गांधी प्रतिमा तक पैदल मार्च करेंगीं.

राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पर भी बोलीं: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर भी उमा भारती ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा बहुत पहले करनी चाहिए तो कांग्रेस पार्टी को फायदा हो सकता था, अब नहीं होगा. उन्होंने कहा कि अब बीजेपी बहुत ज्यादा मजबूत है .वह पुरानी विचारधारा और नई तकनीक को एक साथ लेकर चल रही है. मध्यप्रदेश से बीजेपी को अगले 15 से 20 साल तक कोई नहीं हटा सकेगा.

पुरातत्व विभाग के अधीन मंदिरों का मामला: पुरातत्व विभाग के अधीन आने वाले मंदिरों के बंद रहने को लेकर भी उन्होंने बयान दिया. उमा ने कहा कि शिवरात्रि के पहले पुरातत्व विभाग के अंतर्गत बंद मंदिर खुल जाएंगे. सरकार ऐसे मामलों पर जल्द ही अध्यादेश लाने की तैयारी कर रही है. उमा भारती रायसेन किले स्थित सोमेश्वर महादेव के मंदिर को खोले जाने को लेकर बड़ा आंदोलन कर चुकी हैं.इसके अलावा उन्होंने प्रदेश के बुंदेलखंड और चंबल अंचल में बिगड रहे क्षेत्रीय जातीय संतुलन को लेकर भी अपनी बात कही. इसके साथ ही मदरसों की पढ़ाई को टेक्नीकल टच दिए जाने की भी जरूरत बताई.

भोपाल। पूर्व सीएम और बीजेपी की फायरब्रांड नेता उमा भारती ने शराबबंदी पर यू टर्न लिया है. एक प्रेस क्रॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि मैं अभी भी शराब बंदी के समर्थन में हूं, लेकिन मैंने पूर्ण शराबबंदी की बात कभी नहीं कही. उमा भारती ने कहा कि एमपी की नई शराब नीति महिलाओं और युवाओं के हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरी शराब बंदी को लेकर 2 अक्टूबर को किए जा रहे आंदोलन को लेकर सीएम से विस्तार से चर्चा हो चुकी है. उमा भारती ने शराब बंदी आंदोलन कार्यक्रम को भी निरस्त कर दिया है. हालांकि प्रतीकात्मक तरीके से वे पैदल मार्च और एक जनसभा भी करेंगी.

सीएम ने दिया भरोसा, हमारे प्रस्ताव और संशोधन पर करेंगे विचार: मीडिया से बातचीत के दौरान उमा भारती ने कहा कि सीएम शिवराज ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वे अगली शराब नीति में हमारे प्रस्ताव और संशोधन को मानेंगे. उन्होंने कहा कि मैं इतना चाहती हूं कि सरकार शराब से आए राजस्व को अपना मूल आधार न बनाए. शराब मध्यप्रदेश की नहीं पूरे देश की समस्या है. उमा ने कहा कि मैंने पूर्ण शराबबंदी की बात कभी नहीं कहीं मैंने सरकार में रहते कभी शराबबंदी नहीं की तो मैं दूसरे को कैसे कह सकती हूं. मेरा सुझाव सिर्फ इतना था कि सरकार को राजस्व के दूसरे विकल्प भी ढूंढना चाहिए. सरकार अवैध शराब की बिक्री को लेकर पुलिस पर सख्त कार्रवाई करे मैं पूर्ण शराबबंदी का समर्थन करती हूं ,लेकिन ये हो नहीं सकती इसे रोकने के लिए केंद्र कोई नीति नहीं बना सकता. शराब को लेकर राज्यों को नीति बनाना चाहिए मेरा कहना यही है कि शराब किसी भी प्रदेश की अर्थव्यवस्था नहीं बनना चाहिए.

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सीएम से बातचीत के बाद निरस्त किया आंदोलन: 2 अक्टूबर को शराब बंदी को लेकर प्रदेश भर में होने वाले आंदोलन को उमा भारती ने निरस्त कर दिया है. उन्होंने कहा कि सीएम से हुई बातचीत के बाद बड़े स्तर पर किया जाना वाला आंदोलन निरस्त कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि वे 2 अक्टूबर को अब सीमित संख्या में कुछ महिलाओं के साथ भोपाल में लिली टॉकीज चौराहे पर सभा करेंगी. इसके बाद मिंटो हॉल में गांधी प्रतिमा तक पैदल मार्च करेंगीं.

राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पर भी बोलीं: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर भी उमा भारती ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा बहुत पहले करनी चाहिए तो कांग्रेस पार्टी को फायदा हो सकता था, अब नहीं होगा. उन्होंने कहा कि अब बीजेपी बहुत ज्यादा मजबूत है .वह पुरानी विचारधारा और नई तकनीक को एक साथ लेकर चल रही है. मध्यप्रदेश से बीजेपी को अगले 15 से 20 साल तक कोई नहीं हटा सकेगा.

पुरातत्व विभाग के अधीन मंदिरों का मामला: पुरातत्व विभाग के अधीन आने वाले मंदिरों के बंद रहने को लेकर भी उन्होंने बयान दिया. उमा ने कहा कि शिवरात्रि के पहले पुरातत्व विभाग के अंतर्गत बंद मंदिर खुल जाएंगे. सरकार ऐसे मामलों पर जल्द ही अध्यादेश लाने की तैयारी कर रही है. उमा भारती रायसेन किले स्थित सोमेश्वर महादेव के मंदिर को खोले जाने को लेकर बड़ा आंदोलन कर चुकी हैं.इसके अलावा उन्होंने प्रदेश के बुंदेलखंड और चंबल अंचल में बिगड रहे क्षेत्रीय जातीय संतुलन को लेकर भी अपनी बात कही. इसके साथ ही मदरसों की पढ़ाई को टेक्नीकल टच दिए जाने की भी जरूरत बताई.

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