भोपाल। जबलपुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी और बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह की जबान फिसलने से अर्थ का अनर्थ हो गया. एक सभा को संबोधित करने के दौरान राकेश सिंह भगवा आतंकवाद की चर्चा अपने भाषण में कर रहे थे लेकिन इस दौरान उन्होंने गलती से मिस्टेक कर दी.
जनसभा को संबोधित करने के दौरान राकेश सिंह ने कहा, 'भगवा कभी आतंकवाद नहीं होता, भगवा धारण करने वाला कभी आतंकवादी नहीं होता, 'आतंकवाद तो त्याग, तपस्या और बलिदान का प्रतीक होता है.' हालांकि राकेश सिंह के कहने का मतलब कुछ और था लेकिन कुछ और ही कह गये. राकेश सिंह के कहने का मतलब यह था कि भगवा का आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं है. उनका पूरा भाषण सुनने पर अंदाजा लगाया जा है कि वो आतंकवाद की जगह भगवा कहना चाहते थे.
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा जब चुनाव का वक्त आता है तब कांग्रेस के नेता और ये दिग्विजय सिंह खुद इसी भगवा की शरण में माथा टेकते हुए दिखाई देते हैं. चुनावी दौर में जहां सब एक दूसरे को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, ऐसे में राकेश सिंह के इस बयान ने विरोधी दलों को बीजेपी पर हावी होने का मौका दे दिया है, बहरहाल इस बारे में किसी भी पार्टी से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.