भोपाल। मध्यप्रदेश के नवागत डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने गाड़ी को रस्सी से खींचकर विवेक जौहरी को विदाई दी. डीजीपी सुधीर सक्सेना ने कहा कि प्रदेश में महिला अपराध और माफियाओं पर नकेल कसी जाएगी. विदाई समारोह में पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए विवेक जौहरी ने कहा कि मुझे गर्व है कि मैं मध्य प्रदेश पुलिस विभाग का सदस्य हूं. मध्य प्रदेश पुलिस ने कोरोना जैसे विपरीत समय में पुलिसिंग की मिशाल पेश की, हालांकि इस दौरान प्रदेश में 162 पुलिसकर्मियों ने अपने प्राणों की आहुती दी.
अपराधियों पर कसी जाएगी नकेल
1987 बैच के आईपीएस अधिकारी सुधीर सक्सेना ने प्रदेश के डीजीपी के तौर पर कार्यभार संभाल लिया है. विवेक जौहरी ने सुधीर सक्सेना को पीएचक्यू में कार्यभार सौंपा. डीजीपी का पदभार संभालने के बाद सुधीर कुमार सक्सेना ने कहा कि डीजीपी कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्मार्ट पुलिसिंग की जो परिकल्पना की है, उसे साकार करने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिला अपराध और माफियाओं पर कंट्रोल करने के लिए प्रयास किए जाएंगे.
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गाड़ी को रस्सी से खींचकर दी विदाई
विदाई समारोह में नवागत डीजीपी सुधीर सक्सेना सहित पुलिस के आला अधिकारियों ने विवेक जौहरी को खुली जिप्सी में बैठाकर गाड़ी को रस्सी से खींचकर परंपरागत तरीके से विदाई दी. इससे पहले विवेक जौहरी ने परेड की सलामी ली. उन्होंने पुलिस को संबोधित करते हुए कहा कि 2020 में हमने ऐसी विपदा का सामना किया, जिसके लिए पुलिस पहले से प्रशिक्षित नहीं थी. लेकिन इसके बाद भी प्रदेश की पुलिस ने अपनी पुलिसिंग और जनसेवा से कीर्तिमान स्थापित किया है. हालांकि इस दौरान पुलिस ने अपने 162 पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को खो दिया. प्रदेश पुलिस ने नक्सली समस्या, महिला अपराध में निपटने में काफी हद तक सफलता पाई है, स्पॉट इंवेस्टिगेशन जैसे कई नवाचार भी हुए हैं. डीजीपी के तौर पर विवेक जौहरी का कार्यकाल करीब 2 साल का रहा.