उज्जैन। बाबा महाकाल की नगर उज्जैन में आज शिवराज कैबिनेट की अहम बैठक हुई. खास बात रही है कि उज्जैन के राजा बाबा महाकाल ने इस बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान कैबिनेट में कई अहम फैसले लिए गए. जिसमें महाकाल कॉरिडोर का नाम बदलकर महाकाल लोक करने सहित क्षिप्रा की विस्तार और उसे गुजरात से साबरमती नदि के रिवर फ्रंट की तरह विकसित किए जाने का फैसला भी शामिल हैं. कैबिनेट मीटिंग के बाद प्रेस ब्रीफिंग में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कैबिनेट के अहम फैसलों की जानकारी दी.
शिव'राज' कैबिनेट के अहम फैसले
- महाकाल कॉरिडोर का नाम बदला गया अब यह 'महाकाल लोक' के नाम से जाना जाएगा.
- उज्जैन में हवाई पट्टी का विस्तार किया जाएगा. करीब 30 हेक्टर की जमीन पर बनी हवाई पट्टी अब 41 हेक्टर क्षेत्र में विकसित होगी. इसके लिए जल्द ही जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा.
- मां शिप्रा 12 माह कल कल बहें इसके लिए प्रोजेक्ट बनाया जाएगा. शिप्रा के घाटों को साबरमती रिवर फ्रंट की तरह विस्तार और विकसित किया जाएगा.
- 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से पहले की तैयारियों को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई. पीएम के दौरे कि दिन उज्जैन में स्थानीय अवकाश रहेगा.
- पुलिस बैंड को लेकर फैसला किया गया जिसमें बैंड का विस्तार किया जाएगा. अभी बैंड में 11 सदस्य हैं जिनकी संख्या अब 47 होगी. बैंड में नई भर्ती के लिए 36 पद स्वीकृत किए गए.
- बैठक में बताया गया कि महाकालेश्वर कॉरिडोर प्रस्ताव 2017 में सरकार द्वारा स्वीकृत किया गया था. जिसके बाद से यह परियोजना लगातार अपडेट होती रही. बीच में कमलनाथ की सरकार आई तब से अब तक इस परियोजना पर 800 करोड़ से अधिक का बजट खर्च किया जा चुका है.
सीएम ने साधु संतों के साथ भी की बैठक: सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन स्थित कालिदास अकादमी के संकुल भवन में साधु संतों, प्रभारी मंत्री, स्थानीय मंत्री, सांसद विद्यायकों व कार्यक्रम की आयोजन समिति के सदस्यों के साथ भी बैठक की. बैठक में सीएम को कई सुझाव भी दिए गए. जिसमें...
- कार्यक्रम समिति के सदस्यों ने कहा कि 11 अक्टूबर को भारत में वैसे ही शंख और थाली बजाए जाएं जैसे कोरोना काल के समय देशभर में बजाए गए थे.
- सीएम ने संतों को दिया आमंत्रण. मार्गदर्शक कमिटी में भी शामिल होंगे संत.
- कार्यक्रम के लिए 4 मंत्रियों की कमिटी बनाई जाएगी. जिसमें जगदीश देवड़ा, भूपेंद्र यादव,मोहन यादव और उषा ठाकुर होंगी शामिल.
- महाकाल मंदिर के 2 किलोमीटर क्षेत्र को मांस-मदिरा घोषित किया जाए. जिसे बाद में पूरे उज्जैन शहर में लागू किया जाए.
- शहर को पवित्र नगरी घोषित किया जाए. मालवा की संस्कृति का कार्यक्रम में समावेश किया जाए.
- 11 अक्टूबर को उज्जैन आने वाले हर यात्री को निःशुल्क भोजन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए.