भोपाल। 23 जून से महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षाएं आयोजित होने वाली हैं. जिसको लेकर विभाग ने समस्त विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को गाइडलाइन जारी की है. लेकिन शासकीय प्रांतीय महाविद्यालय संघ ने इसका विरोध शुरू कर दिया है. प्राध्यापक महासंघ ने राज्यपाल को खत लिखकर इसका विरोध किया है.
जनरल प्रमोशन देने की मांग
पत्र के जरिए शासकीय प्रांतीय महाविद्यालय संघ ने इन परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग की है. प्रोफेसर आनंद शर्मा ने कहा कि विभाग को छात्र हित में निर्णय लेना चाहिए. तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए इन परीक्षाओं को स्थगित करना चाहिए. स्थिति सामान्य होने के बाद परीक्षाएं आयोजित की जाए या फिर छात्रों को जनरल प्रमोशन दिया जाए.
गाइडलाइंस को फॉलो कर पाना आसान नहीं
प्रांतीय शासकीय महाविद्यालयइन प्राध्यापक संघ के प्रांत अध्यक्ष प्रोफेसर कैलाश त्यागी का कहना है कि कोरोना संक्रमण के बीच छात्रों की परीक्षाएं कराना चिंताजनक है. इस बात के लिए संघ कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत करा चुका है.
लेकिन उच्च शिक्षा विभाग ने गाइडलाइन का पालन करने के लिए महाविद्यालयों को निर्देश जारी कर दिए हैं. प्रोफेसर कैलाश त्यागी ने कहा कि जब यह परीक्षाएं आयोजित होंगी तो इन निर्देशों का खुला उल्लंघन होगा. हजारों की संख्या में छात्र जब कॉलेज आएंगे तो इन गाइडलाइंस को फॉलो कर पाना शिक्षकों के लिए आसान नहीं होगा.
बता दें उच्च शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में अंडर ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष और पोस्ट ग्रेजुएशन के चौथे सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित कराने के लिए निर्देश जारी किए हैं. वहीं इसकी तैयारी के लिए 15 जून से प्रोफेसर और कर्मचारियों को कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देश भी जारी किए गए हैं, जिस पर प्रोफेसर विरोध दर्ज करा रहे हैं.