भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना से हाहाकार मचा है, कोविड मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इस खतरे के बाद भी पुलिस के जवान ढाल बनकर लोगों की सुरक्षा में हर दम तैनात हैं. लॉकडाउन हो या अनलॉक, जनता की सुरक्षा का जिम्मा पुलिस के ही कंधों पर है. जिसके चलते वे दिन-रात चेकिंग पॉइंट और कंटेंनमेंट इलाकों में ड्यूटी कर रहे हैं. शायद यही वजह है कि प्रदेश भर में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और उनके परिवार कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. लिहाजा अब गृह विभाग पुलिस कर्मियों को बहुत जल्द ऐसी वर्दी देने जा रहा है जो कोरोना संक्रमण से पुलिस कर्मियों का बचाव करेगी.
सेनिटाइजर, मास्क और काढ़ा दिया जा रहा है
पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर प्रदेश के सभी पुलिसकर्मियों को लगातार सेनिटाइजर, मास्क, काढ़ा और पीपीई किट उपलब्ध कराई जा रही है. बावजूद इसके प्रदेश भर में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं.
पुलिस मुख्यालय के मुताबिक अब तक प्रदेश भर में 323 से भी ज्यादा पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. जबकि पांच पुलिस के अधिकारी और कर्मचारियों की कोरोना के चलते मौत हो चुकी है. इसके अलावा पुलिस परिवार के कई सदस्य भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं.
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि वर्दी बनाने पर चल रहा विचार
यही वजह है कि गृह विभाग पुलिस कर्मियों के लिए ऐसी वर्दी तैयार करने पर विचार कर रहा है जो कोरोना से लड़ने में सक्षम हो, ताकि वर्दी पहनने के बाद पुलिसकर्मी कोरोना से बचे रहें. हालांकि अब तक भी यह साफ नहीं हुआ है कि इस वर्दी का प्रारूप क्या होगा.
यह पीपीई किट की तरह होगी या फिर किसी नई तकनीक का इस वर्दी में इस्तेमाल किया जाएगा. सूबे के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि पुलिस कर्मियों को ऐसी वर्दी देने पर विचार किया जा रहा है, इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है. भोपाल के एसपी सांई कृष्ण थोटा का कहना है कि पुलिस की सुरक्षा के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. ताकि कोरोना न फैल सके.
कोरोना काल में पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारी लगातार फील्ड पर उतरकर ड्यूटी कर रहे हैं. चेकिंग के दौरान भी उनका वाहन चालकों से सीधा संपर्क होता है. चेकिंग की कार्रवाई को पूरा करने में भी 10 से 12 मिनट का वक्त लग जाता है. ऐसे में फील्ड में तैनात पुलिस जवानों पर 24 घंटे ही कोरोना का खतरा मंडराता है. उम्मीद है कि जल्द ही पुलिसकर्मियों को ऐसी वर्दी मिल सकेगी जिससे कुछ हद तक कोरोना से बचाव किया जा सके.