भोपाल। कम दबाव का क्षेत्र (Low Pressure Area) उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और गुजरात क्षेत्र के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है. संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है. पंजाब और आसपास के इलाकों में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. अगले 24 घंटों के दौरान, गुजरात में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है. कोंकण और गोवा, दक्षिण पूर्व राजस्थान के कुछ हिस्सों, गंगीय पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश (Heavy Rain) हो सकती है.
MP Weather Update: बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव लाएगा जोरदार बारिश
बंगाल की खाड़ी में बना गहरा कम दबाव(Low Pressure) का क्षेत्र वर्तमान में दक्षिण-पश्चिम मध्यप्रदेश और उससे लगे विदर्भ में सक्रिय हाे गया है. मानसून ट्रफ भी इंदौर से होकर गुजर रहा है. अलग-अलग स्थानों पर दो अन्य मौसम तंत्र भी सक्रिय हैं. इन चार सिस्टम के सक्रिय रहने से मध्य प्रदेश में अच्छी बारिश की उम्मीद है.
MP Weather Update: यहां हो सकती है भारी बारिश
रतलाम, उज्जैन, देवास, झाबुआ, शाजापुर, नरसिंहपुर, छिंदवाडा, सिवनी, बैतूल, खरगोन, धार, बड़वानी, अलीजरापुर में तेज बारिश बारिश का अलर्ट (Heavy Rain Alert) है.
MP Weather Update: यहां हल्की बारिश की संभावना
जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल, उज्जैन, इंदौर, भोपाल और होशंगाबाद संभाग में हल्की बारिश की बौछार (Showers)पड़ सकती है.
MP Weather Update: 24 घंटों में यहां हुई बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान सिवनी में 65, इंदौर में 42.2, खंडवा में 32, पचमढ़ी में 25, खरगोन में 17.6, छिंदवाड़ा में 16.2, सतना में 16, मंडला में 15, बैतूल में 12.6, जबलपुर में 11.9, मलाजखंड में 8.6, रीवा में 8.2, उमरिया में 7.6, दमोह में पांच, दतिया में तीन, उज्जैन में दो, सीधी में दो, भाेपाल (शहर) में 0.3, ग्वालियर में 0.2, खजुराहो में 0.2 मिलीमीटर बारिश हुई है.
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MP Weather Update: ये सिस्टम एक्टिव
मौसम विभाग ने बताया कि वर्तमान में गहरा कम दबाव का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश और उससे लगे विदर्भ पर बना हुआ है. मानसून ट्रफ राजस्थान से इंदौर होकर विदर्भ पर बने गहरे कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी(Low Pressure In Bay Of Bengal) तक बना हुआ है. विदर्भ पर पूर्वी-पश्चिमी हवाओं का टकराव हो रहा है. इसके अतिरिक्त पंजाब और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है. (Heavy Rain Alert) इन चार वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से प्रदेश में अच्छी बारिश होने की उम्मीद बढ़ गई है. 11 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है. इस वजह से प्रदेश में एक सप्ताह तक रुक-रुककर बारिश होने का सिलसिला बना रह सकता है.