भोपाल। मध्यप्रदेश में गर्मी का सितम जारी है. पश्चिम से आ रही गर्म हवाएं लोगों को झुलसा रही हैं. गर्म हवाएं अगले दो दिनों तक तापमान ऐसा ही बनाए रखेंगी, कहीं-कहीं तापमान और बढ़ भी सकता है. वहीं भोपाल में गुरूवार को सूरज के तेवर तीखे रहे. हालांकि दोपहर में हल्के बादल छाए रहे, लेकिन गर्मी से राहत नहीं दिला सके. मौसम विभाग ने बताया कि 22 मई तक गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है. 23 मई के बाद बादल छाने से तापमान में गिरावट आने की संभावना.
16 साल बाद भोपाल में पड़ रही इतनी गर्मी: मध्यप्रदेश में गर्मी का आलम यह है कि कई जगहों पर सुबह 11 बजे ही पारा 40 डिग्री के पार जा रहा है. मई में भोपाल में करीब 16 साल बाद ऐसी भीषण गर्मी पड़ रही है. ऐसे में शहर में कोल्ड ड्रिंक समेत अन्य पैक्ड शीतल पेय व छाछ, लस्सी, श्री-खंड आदि की खपत बढ़ गई है. आज शुक्रवार 12 बजे राजधानी भोपाल का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस रहा. इंदौर का 39 डिग्री, ग्वालियर में पारा 44 डिग्री और जबलपुर का 41 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा.
MP में फिलहाल भीषण गर्मी से राहत नहीं, 28 मई से मौसम बदलने के संकेत
प्री-मानसून की संभावना: हालांकि मध्यप्रदेश के लोगों के लिए राहत भरी खबर यह है कि यहां प्री-मानसून की गतिविधियां शुरू होने की संभावना बन रही है. लेकिन परेशानी की बात ये है कि ये परिस्थितियां नौतपा के दौरान बन रही हैं. और ऐसा कहा जाता है कि जिस वर्ष नौतपा में बारिश हो जाती है, उस साल अपेक्षाकृत कम बारिश होती है. यानि नौतपा के दौरान बारिश को अच्छा नहीं माना जाता. लेकिन मौसम वैज्ञानिक इसे सही नहीं मानते. उम्मीद की जा रही है कि 10 से 15 जून के बीच मानसून मध्यप्रदेश पहुँच सकता है. मौसम विभाग ने गुरुवार को ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, दमोह, छतरपुर और टीकमगढ़ में लू का येलो अलर्ट जारी किया था.
(MP weather report) (dangerous heat lying in MP) (Gwalior mercury reached 44 degrees)