भोपाल। मध्य प्रदेश में नर्स का पद नाम परिवर्तित हो गया है. प्रदेश भर में अब स्टाफ नर्स (Staff Nurse) को नर्सिंग ऑफिसर (Nursing Officer) और नर्सिंग सिस्टर (Nursing Sister) को सीनियर नर्सिंग ऑफिसर (Senior Nursing Officer) के पदनाम से जाना जाएगा.
पदनाम बदलने से वेतनमान में भी आएगा बदलाव
नर्सों के पद नाम में बदलाव के साथ उनके वेतनमान में भी बदलाव होगा. पदनाम बदलने को लेकर प्रदेश की नर्सों ने कई आंदोलन और हड़ताल किया था. बाद में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के आश्वासन के बाद हड़ताल वापस ली गई थी.
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जुलाई 2021 में आंदोलन और हड़ताल किया
बता दें कि कई सालों से लगातार अपनी मांगों को लेकर नर्सिंग स्टाफ आंदोलन कर रहा है. नर्सेस कोविड में भी लगातार काम करते हुए संक्रमित हुई हैं. कई के परिवार में लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है. नर्सों ने जुलाई 2021 में आंदोलन को दौरान कहा था-
- अन्य राज्यों में नर्सेज को नर्सिंग ऑफिसर के पद पर माना जाता है
- नर्सों को grade-2 की सुविधा दी जाती है .
- मध्य प्रदेश में अभी भी स्टाफ नर्स का ही मानदेय दिया जाता है.
- रात में ड्यूटी करने के दौरान भी इनका अलाउंस अन्य राज्यों के मुकाबले कम है
लिखित आदेश मिलने तक जारी रखी थी हड़ताल
जुलाई 2021 में की गई हड़ताल में मुख्य रूप से वो ट्रेनिंग करने वाली नर्स शामिल थीं जो शुरुआती दौर में ही काम कर रही हैं और इन्हें मानदेय के रूप में मात्र 3000 महीना मिलता है. इन ट्रेनिंग नर्सेज ने बताया था कि हड़ताल के दौरान नर्सेज को हमीदिया और सुल्तानिया के अधीक्षकों ने बुलाया था और इनसे साफ तौर पर कहा गया है कि अगर यह हड़ताल में शामिल होती हैं तो इन्हें सस्पेंड करने की कार्रवाई की जाएगी. इस पर नर्सेज एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष मंजू मेश्राम ने कहा था कि सरकार भले ही दबाव बनाए, लेकिन जब तक लिखित में आदेश नहीं मिलता तब तक हड़ताल जारी रहेगी.