भोपाल: 2014 के सात साल बाद 2022 में हुए नगरीय निकाय चुनाव में जनता किसके साथ होगी. सत्ताधारी पार्टी पर जनता का विश्वास जमता है या फिर वह कांग्रेस का साथ देती है. इसका खुलासा 17 जुलाई को सुबह 9 बजे शुरू होने वाली मतगणना के बाद हो जाएगा. मध्यप्रदेश में पहले चरण के मतदान का परिणाम 17 को और दूसरे चरण का 20 जुलाई को आएगा. जानते हैं जनता ने 2014 में कितने नगर निगम और कितने नगर पालिका में किसे जिताया था.
मोदी लहर में कांग्रेस का हुआ सूपड़ा साफ: 2014 में केंद्र में बीजेपी की सरकार बनने के बाद मोदी लहर में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था. यही हाल नगरीय निकाय चुनाव में भी हुआ. जनता ने मोदी के नाम पर बीजेपी को फिर जिताया और बीजेपी ने 16 की 16 नगर निगम पर जीत हासिल कर कांग्रेस को जीरो पर आउट किया था. वही नगर पालिकाओं की बात करें तो प्रदेश में 76 नगर पालिका हैं. 2014 में बीजेपी ने 45 नगरपालिका में कब्जा किया तो कांग्रेस को 22 नगर पालिकाओं में जीत मिली.
2014 सभी 16 नगर निगम बीजेपी के खाते में गए: रतलाम - सुनीता यार्दे, बीजेपी, खंडवा - सुभाष कोठारी, बीजेपी, सतना - ममता पांडे, बीजेपी, सिंगरौली - प्रेमवती खैरवार, बीजेपी ,बुरहानपुर - अनिल भोंसले, बीजेपी , रीवा - ममता गुप्ता, बीजेपी, ग्वालियर - विवेक शेजवलकर, बीजेपी, देवास - प्रेमकुमार शर्मा, बीजेपी, सागर - इंजीनियर अभय दरे, बीजेपी, कटनी - शषांक श्रीवास्तव, बीजेपी , मुरैना - अषोक अर्गल - बीजेपी, उज्जैन - मीना जोनवाल, बीजेपी, जबलपुर - स्वाती, बीजेपी, भोपाल - आलोक शर्मा, बीजेपी, इंदौर - मालिनी गौड़, बीजेपी, छिंदवाड़ा - कांता सदारंग, बीजेपी
2014 में नगर पालिका में यह रहा जीत हार का आंकड़ा:
देवरी - मयंक चौरसिया, निर्दलीय
गढ़ाकोटा - भरत चौरसिया, बीजेपी
रेहली - रेखा बृजेश हजारी, कांग्रेस
बीना -इटावा - नीतू सुनील राय, बीजेपी
खुरई - इंद्र कुमार राय, बीजेपी
शाहगढ़- गोकल राय, बीजेपी
राहतगढ़- नीरज शर्मा, बीजेपी
शाहपुर - कीर्ति जैन , बीजेपी
बंडा - पूनम वैभवराज कुकरेले, बीजेपी
आष्टा, सीहोर - कैलाश परमार, कांग्रेस
श्योपुर - दौलतराम गुप्ता, निर्दलीय
आगर मालवा- शकुंतला जायसवाल, निर्दलीय
राजगढ - मंगला गुप्ता, बीजेपी
ब्यावरा - अखिलेश जोशी, बीजेपी
नरसिंहगढ़- उर्मिला राजेन्द्र उपाध्याय, बीजेपी
गुना - राजेन्द्र सिंह सलूजा, निर्दलीय
डबरा - सत्यप्रकाशी परसेडिया, बीएसपी
जावरा - अनिल दसेड़ा, निर्दलीय
हटा - अरूणाबाई तंतुवाय, कांग्रेस
दमोह - मालती असाटी, बीजेपी
चंदेरी - ऊषा शरद कुमार कोली, कांग्रेस
अशोकनगर- सुशीला साहू, बीजेपी
महाराजपुर- रामदयाल अहिरवार, बीजपे
नौगांव - अभिलासा शिवहरे, बीजेपी
छतरपुर - अर्चना सिंह, बीजेपी
शिवपुरी - मुन्नालाल कुशवाहा, कांग्रेस
सनावद- नरेन्द्र शर्मा, कांग्रेस
बडवाह - प्रीति राय, कांग्रेस
खरगौन- विपिन गौर, बीजेपी
बैतूल - अलकेष आर्य, बीजेपी
आमला- लाजवंती अशोक नागले, बीजेपी
मुलताई- निशा गोस्वामी, कांग्रेस
पिपरिया, राजीव जायसवाल, बीजेपी
होशंगाबाद- अखिलेश खंडेलवाल, बीजेपी
इटारसी- सुधा अग्रवाल, बीजेपी
सिवनी मालवा - कल्पना यादव, बीजेपी
सिंरोज - उर्मिला यादव, बीजेपी
गंजबासौदा- मधुलिका अग्रवाल, बीजेपी
शुजालपुर - संदीप सणस, बीजेपी
दतिया - सुभाष लाल सर्राफ, बीएसपी
पन्ना - विजय वाजपेई, बीजेपी
नरसिंहपुर- अर्चना महाराज, बीजेपी
गाडरवाडा - अनीता जायसवाल, कांग्रेस
करेली - राजेन्द्र रघुवंशी, कांग्रेस
गोटेगांव - मालती बिलवार, कांग्रेस
महिदपुर - कययूम नागोरी, कांग्रेस
नागदा - अशोक मालवीय, बीजेपी
बड़नगर - मधु शोभावत, बीजेपी
खाचरौद - कमलेश शर्मा, बीजेपी
नीमच- राकेश जैन, बीजेपी
बैरसिया, भोपाल - राजमल गुप्ता, बीजेपी
बालाघाट - अनिल घुवारे, बीजेपी
वारासिवनी, विवेक पटेल, कांग्रेस
मलाजखंड - मीना मर्सकोले, बीजेपी
रायसेन - जमना सेन, निर्दलीय
बेगमगंज- नन्हीबाई जाट, निर्दलीय
टीकमगढ़ - लक्ष्मी गिरी, बीजेपी
सिवनी - आरती शुक्ला, बीजेपी
सिहोरा - सुशीला चौरसिया, कांग्रेस
पनागर - रीना जैन, बीजेपी
डांगर परासिया - गीता यादव, बीजेपी
चौरई - ओम अग्रवाल, कांग्रेस
अमरवाडा - नवीन जैन, बीजेपी
पोरसा - पुष्पा राठौर , कांग्रेस
अम्बाह - रामनिवास सखवार, कांग्रेस
सबलगढ - गीता सुरेश चौधरी, कांग्रेस
गोहद - भीकम सिंह कौशल, बीजेपी
भिंड - कलावती, बीजेपी
मंदसौर - प्रहलाद बंधवार, बीजेपी
सीहोर - अमीता अरोरा- बीजेपी
शाजापुर- शीतल भटट - कांग्रेस
मकरोनिया बुजुर्ग सागर - सुशीला रोहित, बीजेपी
सारंगपुर - रूपल कुमार, कांग्रेस
विदिशा - मुकेश टंडन - बीजेपी
मैहर - धर्मेश घई, कांग्रेस
मंडीदीप -बद्री सिंह चौहान, कांग्रेस
इस बार 2 चरणों में हुआ मतदान: मध्यप्रदेश में नगर सरकार चुने जाने के पहले चरण में 11 नगर निगम, 36 नगर पालिका और 86 नगर परिषद में वोटिंग हुई. इस दौरान कुल 61% वोट पड़े. आगर-मालवा जिले में सबसे ज्यादा 88% मतदान हुआ जबकि राजधानी भोपाल में सबसे कम 43.8% वोटिंग हुई. इसके अलावा इंदौर में 60%, जबलपुर में 60% व ग्वालियर में 49% मतदान हुआ. पहले चरण में 63.20% पुरुषों ने, 59.10% महिलाओं ने और 34.60% अन्य मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
कम मतदान, चुनाव आयोग जिम्मेदार: मध्य प्रदेश पहले चरण के मतदान में भोपाल सहित पूरे प्रदेश में कम मतदान हुआ 61% के करीब हुए मतदान के बाद जमकर सियासत भी हुई. कम मतदान होने को बीजेपी ने तगड़ा झटका माना. पार्टी निर्वाचन आयोग को इसका जिम्मेदार माना. कम मतदान प्रतिशत से सत्ताधारी पार्टी चिंतित नजर आई. प्रदेश में अभी तक हुए चुनाव में 70% के करीब मतदान होता आया है. पिछले चुनावों में बीजेपी ने 11 नगर निगम जीते थे वहीं नगर पालिका और नगर परिषद में उसका जीत का प्रतिशत 70% के करीब था.
इस बार भी जनता ही चुनेगी महापौर:
इस बार भी मेयर चुनाव पिछली बार की तरह जनता ही चुनेगी. कमलनाथ की कांग्रेस सरकार ने इस नियम को बदल दिया था, लेकिन बीजेपी की सरकार बनते ही मेयर का चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से कराने का ही नियम लागू कर दिया गया . महापौर मेंं ओबीसी के लिए चार सीटें आरक्षित रहीं, वहीं 99 नगर पालिकाओं में ओबीसी के लिए 28 और नगर परिषदों में 73 पद रिजर्व थे.