भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा गौ कैबिनेट का गठन कर दिया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में गठित की गई कैबिनेट में पांच मंत्री सदस्य होंगे. मंत्री परिषद की पहली बैठक गोपाष्टमी 22 नवंबर को आगर स्थित गौ अभयारण्य में होगी.
गौ-कैबिनेट में ये मंत्री बनाए गए सदस्य
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एलान के साथ ही गौ कैबिनेट का गठन कर दिया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में पांच मंत्रियों को इसका सदस्य बनाया गया है. इसमें गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, वन मंत्री विजय शाह, कृषि मंत्री कमल पटेल, पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया और पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल को सदस्य बनाया गया है. पशुपालन विभाग के अपर मुख्य सचिव समिति के भार साधक सचिव होंगे.
सालरिया गौ अभयारण्य में बैठक
गौरतलब है कि शिवराज सरकार ने गौ-कैबिनेट बनाने का फैसला किया था. यह गायों के संरक्षण और संवर्धन के लिए काम करेगी. इसकी पहली बैठक गोपाष्टमी के दिन 22 नवंबर को दोपहर 12 बजे गौ अभयारण्य सालरिया आगर मालवा में होगी.
-
प्रदेश में गोधन संरक्षण व संवर्धन के लिए 'गौकैबिनेट' गठित करने का निर्णय लिया गया है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 18, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
पशुपालन, वन, पंचायत व ग्रामीण विकास, राजस्व, गृह और किसान कल्याण विभाग गौ कैबिनेट में शामिल होंगे।
पहली बैठक 22 नवंबर को गोपाष्टमी पर दोपहर 12 बजे गौ अभ्यारण, आगर मालवा में आयोजित की जाएगी।
">प्रदेश में गोधन संरक्षण व संवर्धन के लिए 'गौकैबिनेट' गठित करने का निर्णय लिया गया है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 18, 2020
पशुपालन, वन, पंचायत व ग्रामीण विकास, राजस्व, गृह और किसान कल्याण विभाग गौ कैबिनेट में शामिल होंगे।
पहली बैठक 22 नवंबर को गोपाष्टमी पर दोपहर 12 बजे गौ अभ्यारण, आगर मालवा में आयोजित की जाएगी।प्रदेश में गोधन संरक्षण व संवर्धन के लिए 'गौकैबिनेट' गठित करने का निर्णय लिया गया है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 18, 2020
पशुपालन, वन, पंचायत व ग्रामीण विकास, राजस्व, गृह और किसान कल्याण विभाग गौ कैबिनेट में शामिल होंगे।
पहली बैठक 22 नवंबर को गोपाष्टमी पर दोपहर 12 बजे गौ अभ्यारण, आगर मालवा में आयोजित की जाएगी।
सीएम शिवराज ने दे चुके हैं जानकारी
CM शिवराज सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा था कि 'प्रदेश में गोधन संरक्षण व संवर्धन के लिए 'गौ-कैबिनेट' गठित करने का निर्णय लिया गया है. पशुपालन, वन, पंचायत व ग्रामीण विकास, राजस्व, गृह और किसान कल्याण विभाग गौ कैबिनेट में शामिल होंगे. पहली बैठक 22 नवंबर को गोपाष्टमी पर दोपहर 12 बजे गौ अभयारण्य, आगर मालवा में आयोजित की जाएगी.'
गायों के संरक्षण के लिए उठाया कदम
दरअसल, प्रदेश में लगातार गायों की हो रही मौत को लेकर अब प्रदेश सरकार सख्त हो रही है. इसके लिए अब प्रदेश में शिवराज सरकार गायों के संरक्षण के लिए 'गौ कैबिनेट' बनाने का फैसला लिया है.
-
2018 के विधानसभा चुनाव के पूर्व प्रदेश में गौ मंत्रालय बनाने की घोषणा करने वाले शिवराज सिंह अब गोधन संरक्षण व संवर्धन के लिए गौकैबिनेट बनाने की बात कर रहे हैं। उन्होंने अपनी चुनाव के पूर्व की गयी घोषणा में गौमंत्रालय बनाने के साथ-साथ पूरे प्रदेश में गौ अभ्यारण और गौशालाओं के जाल
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 18, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">2018 के विधानसभा चुनाव के पूर्व प्रदेश में गौ मंत्रालय बनाने की घोषणा करने वाले शिवराज सिंह अब गोधन संरक्षण व संवर्धन के लिए गौकैबिनेट बनाने की बात कर रहे हैं। उन्होंने अपनी चुनाव के पूर्व की गयी घोषणा में गौमंत्रालय बनाने के साथ-साथ पूरे प्रदेश में गौ अभ्यारण और गौशालाओं के जाल
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 18, 20202018 के विधानसभा चुनाव के पूर्व प्रदेश में गौ मंत्रालय बनाने की घोषणा करने वाले शिवराज सिंह अब गोधन संरक्षण व संवर्धन के लिए गौकैबिनेट बनाने की बात कर रहे हैं। उन्होंने अपनी चुनाव के पूर्व की गयी घोषणा में गौमंत्रालय बनाने के साथ-साथ पूरे प्रदेश में गौ अभ्यारण और गौशालाओं के जाल
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 18, 2020
ये भी पढ़ेंः'गौ कैबिनेट' के गठन को लेकर सियासत, कमलनाथ ने सीएम शिवराज पर कसा तंज
पूर्व सीएम कमलनाथ ने उठाए सवाल
पूर्व सीएम कमलनाथ ने गौ संवर्धन को लेकर ट्वीट करते हुए कहा है कि 2018 के विधानसभा चुनाव के पूर्व प्रदेश में गौ मंत्रालय बनाने की घोषणा करने वाले शिवराज सिंह अब गौधन संरक्षण व संवर्धन के लिए गौ-कैबिनेट बनाने की बात कर रहे हैं. उन्होंने अपनी चुनाव के पूर्व की गई घोषणा में गौ मंत्रालय बनाने के साथ-साथ पूरे प्रदेश में गौ अभयारण्य और गौशालाओं के जाल बिछाने की बात भी कही थी. प्रत्येक घर में भी छोटी-छोटी गौशाला बनाने की भी बात उन्होंने अपनी चुनावी घोषणा में कही थी.