भोपाल। जानलेवा हमला, हत्या, लूट जैसे गंभीर मामलों में जेल की सजा काट रहे कैदी अपनी कला से लोगों का दिल जीत रहे हैं. जेल विभाग द्वारा कैदियों को पेंटिंग, पॉवर लूम, वुडन वर्क, प्रिंटिंग आदि की ट्रेनिंग दी जा रही है. प्रदेश की सागर केन्द्रीय जेल में कैदियों द्वारा महेश्वरी और चंदेरी साड़ी तैयार की जा रही है और इनकी सेलिंग का पूरा जिम्मा एक ट्रस्ट को सौंपा गया है. कैदियों द्वारा तैयार प्रोडक्ट को प्रोडक्ट इम्पोरियम के माध्यम से बेचा जा रहा है. साथ ही विभाग द्वारा इन प्रोडक्ट को ऑनलाइन बेचने की तैयारी भी की जा रही है.
सागर में कैदी बना रहे महेश्वर, चंदेरी साड़ियां: प्रदेश की सागर सेंट्रल जेल के कैदी महेश्वरी और चंदेरी साड़ियां तैयार करने में अपना हुनर दिखा रहे हैं. इसके लिए जेल विभाग ने कैपिटल जैन समाज ट्रस्ट के साथ मिलकर पीपीपी मोड पर साडियां तैयार करने का काम शुरू किया है. कैदियों द्वारा तैयार साड़ियों की मार्केटिंग और सैलिंग का पूरा जिम्मा ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है. यहां जेल बंदियों द्वारा 1 हजार रुपए से लेकर 15 हजार रुपए कीमत तक की साड़ियां बनाई जा रही हैं. इससे प्राप्त होने वाली आय में से कैदियों को पारिश्रमिक भी दिया जा रहा है.
कैदी जेल में दिखा रहे कला: भोपाल सेंट्रल जेल में बंदियों से पेंटिंग कराई जा रही है. भोपाल सेंट्रल जेल में इंस्ट्रक्टर शैलेन्द्र नामदेव खुद बहुत अच्छे पेंटर हैं. वे पेंटिंग आटर्स में पीएचडी हैं, उन्होंने पेंटिंग में रूचि रखने वाले कैदियों को प्रोत्साहित किया. करीब 25 कैदियों द्वारा पेंटिंग की जा रही है. इस पेंटिंग की मुख्यमंत्री शिवराज भी तारीफ कर चुके हैं. इन पेंटिंग को ओपन मार्केट में भी बेचा जा रहा है.
कैदियों द्वारा बनाए जा रहे प्रोडक्ट जेलों में हो रहे सप्लाई: एडीजी जेल संजय पांडे के मुताबिक, 'इंदौर में कैदियों द्वारा स्टील के बर्तन बनाए जा रहे हैं. प्रदेश की सभी जेलों के लिए यहीं से बर्तनों की सप्लाई की जा रही हैं. इसी तरह ग्वालियर जेल में पावर लूम का काम किया जा रहा है. यहां कंबल, दरी आदि तैयार की जा रही हैं. जेलों में कंबल, दरी आदि की पूर्ति यहीं से की जा रही हैं. इसी तरह उज्जैन जेल में भैरोगढ़ प्रिंट का काम किया जा रहा है. कैदियों द्वारा कई स्कूलों की यूनिफॉर्म भी तैयार की जा रही है'.
कान्हा इम्पोरियम को किया जा रहा रिनोवेट: एडीजी जेल संजय पांडे के मुताबिक, कैदियों द्वारा तैयार प्रोडक्ट को राजधानी स्थिति कान्हा इम्पोरियम से आम लोगों को बेचा जा रहा है. इस इम्पोरियम को नए सिरे से रिनोवेट भी किया जा रहा है. इन प्रोडक्ट को ऑनलाइन भी बेचने की तैयारी की जा रही है.