भोपाल। मध्यप्रदेश में बिना मंत्रिमंडल के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह कोरोना से जंग लड़ने में जी जान से लगे हैं, जबकि कई दिनों से मंत्रिमंडल गठन को लेकर विपक्ष सरकार पर सवाल उठा रहा है, प्रदेश के पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने मंत्रिमंडल गठन में हो रही देरी के पीछे ज्योतिरादित्य सिंधिया का हाथ बताया है.
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लूटे हुए जनादेश को बंदरबांट करने में मध्यप्रदेश और उसके हितों को खूंटी पर टांग दिया गया है।
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एक नेता और उसके लोग नाराज ना हो जाये इस डर से एक स्वास्थ्य मंत्री तक नहीं बनाया है।
शिवराज जी साहस कीजिये महाराज की दवाव वाली राजनीति से निकलकर प्रदेश की जनता के हित में फैसला लीजिए।
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— Jaivardhan Singh (@JVSinghINC) April 17, 2020
एक नेता और उसके लोग नाराज ना हो जाये इस डर से एक स्वास्थ्य मंत्री तक नहीं बनाया है।
शिवराज जी साहस कीजिये महाराज की दवाव वाली राजनीति से निकलकर प्रदेश की जनता के हित में फैसला लीजिए।लूटे हुए जनादेश को बंदरबांट करने में मध्यप्रदेश और उसके हितों को खूंटी पर टांग दिया गया है।
— Jaivardhan Singh (@JVSinghINC) April 17, 2020
एक नेता और उसके लोग नाराज ना हो जाये इस डर से एक स्वास्थ्य मंत्री तक नहीं बनाया है।
शिवराज जी साहस कीजिये महाराज की दवाव वाली राजनीति से निकलकर प्रदेश की जनता के हित में फैसला लीजिए।
जयवर्धन सिंह ने ट्विटर पर लिखा-'लूटे हुए जनादेश का बंदरबांट करने में मध्यप्रदेश और उसके हितों को खूटी पर टांग दिया गया है. एक नेता और उसके लोग नाराज न हो जाएं, इस डर से एक स्वास्थ्य मंत्री तक नहीं बनाया. शिवराज सिंह साहस कीजिये और महाराज की दबाव वाली राजनीति से निकलकर प्रदेश की जनता के हित में फैसला लीजिए.
कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे जयवर्धन सिंह ने कहा कि सिंधिया के चलते प्रदेश को कोरोना जैसी महामारी की स्थिति में भी स्वास्थ्य मंत्री तक नहीं मिल पाया है. उन्होंने कहा कि सरकार बनाने के लिए प्रदेश की जनता और राज्य के हितों को अनदेखा कर दिया गया है. बीजेपी की सरकार बनने के बाद से ही मत्रिमंडल गठन की कवायद चल रही है और ये चर्चा भी है कि आज शाम पांच बजे शिवराज मंत्रिमंडल का गठन हो सकता है.