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Ukraine Russia Crisis: रूसी हमलों के बीच परिजन चिंतित, यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहीं इटारसी की तनुजा - यूक्रेन में फंसे मध्य प्रदेश भारत के छात्र

यूक्रेन में करीब 20 हजार भारतीयों से फंसे होने की खबरें हैं. रूसी हमले के बाद यूक्रेन से विमान सेवाएं बंद कर दी गई हैं. ऐसे में वहां रह रहे भारतीय नागरिकों को भारत के दूतावास ने दिलासा दिया है. दूतावास ने कहा कि कोई भी भारतीय व्याकुल न हों, वे जहां भी हैं, सुरक्षित रहें. एमपी के इटारसी की तनुजा पटेल भी यूक्रेन में फंसी हुई है, जिसको लेकर परिजन चिंतित है.

Itarsi's Tanuja studying MBBS stuck in Ukraine
यूक्रेन में फंसी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहीं इटारसी की तनुजा
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Published : Feb 24, 2022, 10:40 PM IST

भोपाल/इटारसी। यूक्रेन पर मिसाइलों से हमले हो रहे हैं और इन हमलों ने यूक्रेन में पढ़ाई करने गए बच्चों के परिजनों की चिंता बढ़ा दी है. मगर वहां पढ़ाई करने वाले कई छात्र निश्चिंत हैं, उन्हीं में से एक हैं मध्य प्रदेश के इटारसी की तनुजा पटेल. वह यूक्रेन में एमबीबीएस-एमडी की पढ़ाई पूरी कर रही हैं. तनुजा पटेल के पिता बलराम पटेल शिक्षक हैं और मां ममता गृहिणी हैं. तनुजा यूक्रेन के पोलतवा विश्वविद्यालय में छह वर्षीय एमबीबीएस-एमडी के पाठ्यक्रम की पढ़ाई कर रही हैं और उसकी पढ़ाई पूरी होने में महज दो माह ही बचे हैं. वह जल्दी देश लौटने का सोच रही थीं, मगर अचानक वहां के हालात बिगड़े हैं.

बच्चों को लेकर परिजन चिंतित

तनुजा के मामा मनोज सारन जो इटारसी के सूरजगंज में रहते हैं, बताते हैं कि उनकी भांजी छह साल पहले आईपीएस इटारसी से 12 वीं तक पढ़ी उसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए यूक्रेन चली गई. उन्होंने बताया कि तनुजा का डिग्री कोर्स पूरा होने में केवल दो महीने का समय शेष है. हमने वर्तमान स्थिति को देखते हुए पोलतवा विश्वविद्यालय प्रबंधन से भी बात की है, उन्होंने कहा कि घबराने की बात नहीं है. पोलतवा शहर बॉर्डर से 490 किमी दूर है, हम बच्चों का पूरा ध्यान रख रहे हैं, वे सुरक्षित हैं. मनोज ने बताया कि बीते रोज तक चिंता तो थी, मगर अब रूस द्वारा यूक्रेन पर मिसाइलों से हमला किए जाने के बाद चिंता पहले से कहीं ज्यादा होने लगी है. तनुजा से सुबह ही रूस का हमला होने से पहले वीडियो कॉल पर बात हुई, वह यही कह रही थीं कि आप लोग चिंता मत करिए.

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विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों को डिग्री देकर भारत भेजेगा

तनुजा ने अपने परिजनों से कहा कि मेरी चिंता न करें, मैं सुरक्षित हूं. पोलतवा विश्वविद्यालय परिसर और शहर में सब कुछ सामान्य है. विश्वविद्यालय प्रबंधन ने हमें जाने को नहीं कहा है. भारतीय दूतावास ने भी मदद का भरोसा दिलाया है. उसके एमबीबीएस-एमडी पाठ्यक्रम छह साल के कोर्स को पूरा होने में केवल दो महीने शेष हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन ने विश्वास दिलाया कि वे दो महीने का कोर्स यहां रहकर पूरा करें और एमबीबीएस की डिग्री लेकर ही जाएं. अगर इस बीच आपात स्थिति बनती है, तो विश्वविद्यालय प्रशासन डिग्री देकर भारत भेजेगा. तनुजा के मामा की मानें तो मिसाइलों से हमलों की आ रही खबरें चिंता में डालने वाली हैं. अच्छी बात यह है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन स्वयं छात्रों की चिंता कर रहा है और भारतीय दूतावास भी संपर्क में है.

इनपुट - आईएएनएस

भोपाल/इटारसी। यूक्रेन पर मिसाइलों से हमले हो रहे हैं और इन हमलों ने यूक्रेन में पढ़ाई करने गए बच्चों के परिजनों की चिंता बढ़ा दी है. मगर वहां पढ़ाई करने वाले कई छात्र निश्चिंत हैं, उन्हीं में से एक हैं मध्य प्रदेश के इटारसी की तनुजा पटेल. वह यूक्रेन में एमबीबीएस-एमडी की पढ़ाई पूरी कर रही हैं. तनुजा पटेल के पिता बलराम पटेल शिक्षक हैं और मां ममता गृहिणी हैं. तनुजा यूक्रेन के पोलतवा विश्वविद्यालय में छह वर्षीय एमबीबीएस-एमडी के पाठ्यक्रम की पढ़ाई कर रही हैं और उसकी पढ़ाई पूरी होने में महज दो माह ही बचे हैं. वह जल्दी देश लौटने का सोच रही थीं, मगर अचानक वहां के हालात बिगड़े हैं.

बच्चों को लेकर परिजन चिंतित

तनुजा के मामा मनोज सारन जो इटारसी के सूरजगंज में रहते हैं, बताते हैं कि उनकी भांजी छह साल पहले आईपीएस इटारसी से 12 वीं तक पढ़ी उसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए यूक्रेन चली गई. उन्होंने बताया कि तनुजा का डिग्री कोर्स पूरा होने में केवल दो महीने का समय शेष है. हमने वर्तमान स्थिति को देखते हुए पोलतवा विश्वविद्यालय प्रबंधन से भी बात की है, उन्होंने कहा कि घबराने की बात नहीं है. पोलतवा शहर बॉर्डर से 490 किमी दूर है, हम बच्चों का पूरा ध्यान रख रहे हैं, वे सुरक्षित हैं. मनोज ने बताया कि बीते रोज तक चिंता तो थी, मगर अब रूस द्वारा यूक्रेन पर मिसाइलों से हमला किए जाने के बाद चिंता पहले से कहीं ज्यादा होने लगी है. तनुजा से सुबह ही रूस का हमला होने से पहले वीडियो कॉल पर बात हुई, वह यही कह रही थीं कि आप लोग चिंता मत करिए.

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विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों को डिग्री देकर भारत भेजेगा

तनुजा ने अपने परिजनों से कहा कि मेरी चिंता न करें, मैं सुरक्षित हूं. पोलतवा विश्वविद्यालय परिसर और शहर में सब कुछ सामान्य है. विश्वविद्यालय प्रबंधन ने हमें जाने को नहीं कहा है. भारतीय दूतावास ने भी मदद का भरोसा दिलाया है. उसके एमबीबीएस-एमडी पाठ्यक्रम छह साल के कोर्स को पूरा होने में केवल दो महीने शेष हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन ने विश्वास दिलाया कि वे दो महीने का कोर्स यहां रहकर पूरा करें और एमबीबीएस की डिग्री लेकर ही जाएं. अगर इस बीच आपात स्थिति बनती है, तो विश्वविद्यालय प्रशासन डिग्री देकर भारत भेजेगा. तनुजा के मामा की मानें तो मिसाइलों से हमलों की आ रही खबरें चिंता में डालने वाली हैं. अच्छी बात यह है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन स्वयं छात्रों की चिंता कर रहा है और भारतीय दूतावास भी संपर्क में है.

इनपुट - आईएएनएस

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