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रेलवे बोर्ड की बैठक में उठा बुजुर्गो को रियायत का मुद्दा, ट्रेनों के ठहराव को लेकर दिए सुझाव - रेलवे बोर्ड की बैठक में बुजुर्गो को रियायत का मुद्दा

रेलवे बोर्ड की बैठक में मध्य प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और रेलवे बोर्ड के सदस्य डॉ. अभिलाष पांडेय ने कई मुद्दों पर अपने सुझाव दिए. उन्होनें सीनियर सिटीजन को रेल किराए में रियायत पुन: चालू करने को लेकर सुझाव दिया. साथ ही ट्रेनों के ठहराव को लेकर और इंटरसिटी ट्रेन चलाने पर भी सुझाव दिया.

issue of concession to elderly in meeting of Railway Board
रेलवे बोर्ड की बैठक में बुजुर्गो को रियायत का मुद्दा
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Published : Mar 25, 2022, 4:36 PM IST

भोपाल। कोरोना महामारी के काल में रेल यात्रा के दौरान विभिन्न वर्गों को मिलने वाली रियायत में रेल विभाग ने कटौती की थी, इसमें एक मसला है बुजुर्गो को किराए में मिलने वाली छूट. मध्य प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और रेलवे बोर्ड के सदस्य डॉ. अभिलाष पांडेय ने बुजुर्गो को किराए में मिलने वाली रियायत को फिर से शुरू करने का सुझाव बोर्ड की बैठक में दिया है. नई दिल्ली में रेलवे बोर्ड की बैठक हुई. इस बैठक में डॉ. पांडेय ने सुझाव दिया गया कि रेलवे को सीनियर सिटीजन को रेल किराए में रियायत पुन: चालू करना चाहिए, ताकि पूरे देश के बुजुर्गों को लाभ मिल सके.

यात्रियों की सुविधा को लेकर चर्चा: प्लास्टिक के नुकसानों की चर्चा करते हुए डॉ. पांडेय ने सुझाव दिया कि, रेलवे को स्वच्छता और पर्यावरण को ध्यान मे रखते हुए पॉलीथिन की जगह ऐसे बैग का उपयोग करना चाहिए, ताकि उन्हें आसानी से नष्ट किया जा सके और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत और सेव पर्यवारण का सपना पूरा हो सके. इसके साथ ही यात्रियों को यात्रा के दौरान बेहतर भोजन मिले, इसके लिए ट्रेन के अंदर रेलवे की तरफ से डिवीजनल स्तर पर फूड ट्राली का उपयोग किया जा सकता है. जिसमें ऑनलाइन पेमेंट की भी सुविधा हो, ताकि यात्रियों को गुणवत्ता वाला भोजन और अन्य जरूरत की वस्तु मिल सकें.

भोपाल में आहार रेल कोच रेस्टोरेंट लोगों के लिए खुला, हर प्रांत के भोजन का मजा ले सकेंगे यात्री

बंद हुए स्टॉपेज और ट्रेनों के ठहराव पर जोर: रेलवे बोर्ड के सदस्य अभिलाष पांडेय का मध्य प्रदेश से नाता है और उन्होंने इस इलाके को सुविधाएं दिलाने पर जोर दिया. उन्होनें कहा कि, कोरोना के समय जो ट्रेन स्टापेज बंद हुए हैं, उन्हें फिर शुरू किया जाना चाहिए. उदाहरण के तौर कई गाड़ियां वर्तमान में उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, शाजापुर, मक्सी, शुजालपुर, उज्जैन, रतलाम नहीं रुकती हैं, यहां गाड़ी का ठहराव फिर शुरू हो.

इंटरसिटी ट्रेन चलाने का सुझाव: प्रदेश में जबलपुर ऐसा जिला है, जो सीधे तौर पर नागपुर से जुड़ा है. जहां से बड़ी संख्या में लोग इलाज कराने जाते है. डॉ. पांडेय ने इसका जिक्र करते हुए जबलपुर से नागपुर (घंसौर , नैनपुर, बालाघाट, गोंदिया) इंटरसिटी ट्रेन चलाए जाने का भी सुझाव दिया, ताकि एक ही दिन में लोग इलाज कराके रात तक लोग वापस आ जाएं. इसके अलावा जबलपुर से अजमेर जाने वाली दयोदय एक्सप्रेस ट्रेन को बढ़ा कर अजमेर से माउंट आबू तक किया जाए, ताकि बड़ी संख्या में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्था के धर्मावलंबी का लाभ मिल सके. इससे रेलवे की भी आय बढ़ेगी.

इनपुट - आईएएनएस

भोपाल। कोरोना महामारी के काल में रेल यात्रा के दौरान विभिन्न वर्गों को मिलने वाली रियायत में रेल विभाग ने कटौती की थी, इसमें एक मसला है बुजुर्गो को किराए में मिलने वाली छूट. मध्य प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और रेलवे बोर्ड के सदस्य डॉ. अभिलाष पांडेय ने बुजुर्गो को किराए में मिलने वाली रियायत को फिर से शुरू करने का सुझाव बोर्ड की बैठक में दिया है. नई दिल्ली में रेलवे बोर्ड की बैठक हुई. इस बैठक में डॉ. पांडेय ने सुझाव दिया गया कि रेलवे को सीनियर सिटीजन को रेल किराए में रियायत पुन: चालू करना चाहिए, ताकि पूरे देश के बुजुर्गों को लाभ मिल सके.

यात्रियों की सुविधा को लेकर चर्चा: प्लास्टिक के नुकसानों की चर्चा करते हुए डॉ. पांडेय ने सुझाव दिया कि, रेलवे को स्वच्छता और पर्यावरण को ध्यान मे रखते हुए पॉलीथिन की जगह ऐसे बैग का उपयोग करना चाहिए, ताकि उन्हें आसानी से नष्ट किया जा सके और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत और सेव पर्यवारण का सपना पूरा हो सके. इसके साथ ही यात्रियों को यात्रा के दौरान बेहतर भोजन मिले, इसके लिए ट्रेन के अंदर रेलवे की तरफ से डिवीजनल स्तर पर फूड ट्राली का उपयोग किया जा सकता है. जिसमें ऑनलाइन पेमेंट की भी सुविधा हो, ताकि यात्रियों को गुणवत्ता वाला भोजन और अन्य जरूरत की वस्तु मिल सकें.

भोपाल में आहार रेल कोच रेस्टोरेंट लोगों के लिए खुला, हर प्रांत के भोजन का मजा ले सकेंगे यात्री

बंद हुए स्टॉपेज और ट्रेनों के ठहराव पर जोर: रेलवे बोर्ड के सदस्य अभिलाष पांडेय का मध्य प्रदेश से नाता है और उन्होंने इस इलाके को सुविधाएं दिलाने पर जोर दिया. उन्होनें कहा कि, कोरोना के समय जो ट्रेन स्टापेज बंद हुए हैं, उन्हें फिर शुरू किया जाना चाहिए. उदाहरण के तौर कई गाड़ियां वर्तमान में उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, शाजापुर, मक्सी, शुजालपुर, उज्जैन, रतलाम नहीं रुकती हैं, यहां गाड़ी का ठहराव फिर शुरू हो.

इंटरसिटी ट्रेन चलाने का सुझाव: प्रदेश में जबलपुर ऐसा जिला है, जो सीधे तौर पर नागपुर से जुड़ा है. जहां से बड़ी संख्या में लोग इलाज कराने जाते है. डॉ. पांडेय ने इसका जिक्र करते हुए जबलपुर से नागपुर (घंसौर , नैनपुर, बालाघाट, गोंदिया) इंटरसिटी ट्रेन चलाए जाने का भी सुझाव दिया, ताकि एक ही दिन में लोग इलाज कराके रात तक लोग वापस आ जाएं. इसके अलावा जबलपुर से अजमेर जाने वाली दयोदय एक्सप्रेस ट्रेन को बढ़ा कर अजमेर से माउंट आबू तक किया जाए, ताकि बड़ी संख्या में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्था के धर्मावलंबी का लाभ मिल सके. इससे रेलवे की भी आय बढ़ेगी.

इनपुट - आईएएनएस

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