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Mineral Blocks Auction: मध्य प्रदेश की आर्थिक स्थिति सुधारने ने लिए 100 से अधिक खनिज ब्लॉक्स की होगी नीलामी

कोरोना काल में मध्य प्रदेश की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई है. ऐसे में राज्य की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए वर्ष 2022 तक प्रदेश में एक सौ से अधिक खनिज ब्लाक्स (more than 100 mineral blocks)की नीलामी (auction) का टारगेट रखा गया है.

Union Mineral Minister Prahlad Joshi & Chief Minister Shivraj Singh Chauhan
केंद्रीय खनिज मंत्री प्रहलाद जोशी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
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Published : Jul 9, 2021, 8:45 PM IST

Updated : Jul 9, 2021, 9:01 PM IST

भोपाल | मध्य प्रदेश की कोरोना संक्रमण के कारण आर्थिक स्थिति प्रभावित हुई है, इसे दुरुस्त करने के राज्य सरकार के प्रयास जारी हैं. इसी क्रम में सरकार ने आगामी वर्ष 2022 तक सौ से अधिक खनिज ब्लाक्स (mineral blocks) की नीलामी ( auction) की योजना बनाई है. केंद्रीय खनिज मंत्री प्रहलाद जोशी (Union Mineral Minister Prahlad Joshi) से प्रदेश के खनिज संबंधित विषयों पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोविड से अर्थ-व्यवस्था प्रभावित हुई है. खनिज गतिविधियां अर्थ-व्यवस्था को गति देती हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने में अधिकतम सहयोग करना हमारा संकल्प है.

वर्ष 2022 तक प्रदेश में एक सौ से अधिक खनिज ब्लाक्स की नीलामी का लक्ष्य

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश में माइनिंग गतिविधियों को गति देने के लिए हर संभव प्रयास किये जायेंगे. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होगा कि वर्ष 2022 तक प्रदेश में एक सौ से अधिक खनिज ब्लाक्स (more than 100 mineral blocks) की नीलामी (auction) हो. केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि खनिज तिविधियां मूलभूत अर्थ-व्यवस्था में योगदान देती हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा है कि आत्म-निर्भर भारत के निर्माण के लिए खनिज क्षेत्र में प्रक्रियाओं को सरलीकृत कर खनिज ब्लाक्स की नीलामी में तेजी लाई जाए. इसके लिये विभिन्न कानूनों में आवश्यक सुधार भी किया गया है. ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (ease of doing business) के अंतर्गत कार्यवाही जारी है.
दमोह और बक्सवाह में हीरा खनन परियोजना का विरोध, जंगल बचाने के लिए पेड़ों से चिपके लोग

मध्यप्रदेश में प्रचुर मात्रा में हैं कोयले के भंडार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोयले के भंडार प्रचुर मात्रा में हैं. प्रदेश में कोयला खनन का कार्य भारत सरकार की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों द्वारा किया जा रहा है. मध्यप्रदेश में इन कंपनियों को कोल गैसीफिकेशन और लिक्विडिफिकेशन के लिए कार्य करने के निर्देश दिए जाएं. इससे पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा के स्रोत को समृद्ध करने में मदद मिलेगी

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने कहा कि भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग (Geological Survey of India Department) द्वारा बैतूल और छतरपुर जिले में दुर्लभ खनिजों की खोज के लिए सर्वे जारी है. यह कार्य समय-सीमा में पूर्ण किया जाये. बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में मुख्य खनिज की 831 खदानों से वर्ष 2020-21 में 2908 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ. गौण खनिज की 6338 खदानों से वर्ष 2020-21 में 1538 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ. आगामी वर्षों में नीलाम होने वाले खनिज ब्लाक्स से 50 साल तक लगभग 30 हजार करोड़ का राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य है.

--आईएएनएस

भोपाल | मध्य प्रदेश की कोरोना संक्रमण के कारण आर्थिक स्थिति प्रभावित हुई है, इसे दुरुस्त करने के राज्य सरकार के प्रयास जारी हैं. इसी क्रम में सरकार ने आगामी वर्ष 2022 तक सौ से अधिक खनिज ब्लाक्स (mineral blocks) की नीलामी ( auction) की योजना बनाई है. केंद्रीय खनिज मंत्री प्रहलाद जोशी (Union Mineral Minister Prahlad Joshi) से प्रदेश के खनिज संबंधित विषयों पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोविड से अर्थ-व्यवस्था प्रभावित हुई है. खनिज गतिविधियां अर्थ-व्यवस्था को गति देती हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने में अधिकतम सहयोग करना हमारा संकल्प है.

वर्ष 2022 तक प्रदेश में एक सौ से अधिक खनिज ब्लाक्स की नीलामी का लक्ष्य

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश में माइनिंग गतिविधियों को गति देने के लिए हर संभव प्रयास किये जायेंगे. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होगा कि वर्ष 2022 तक प्रदेश में एक सौ से अधिक खनिज ब्लाक्स (more than 100 mineral blocks) की नीलामी (auction) हो. केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि खनिज तिविधियां मूलभूत अर्थ-व्यवस्था में योगदान देती हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा है कि आत्म-निर्भर भारत के निर्माण के लिए खनिज क्षेत्र में प्रक्रियाओं को सरलीकृत कर खनिज ब्लाक्स की नीलामी में तेजी लाई जाए. इसके लिये विभिन्न कानूनों में आवश्यक सुधार भी किया गया है. ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (ease of doing business) के अंतर्गत कार्यवाही जारी है.
दमोह और बक्सवाह में हीरा खनन परियोजना का विरोध, जंगल बचाने के लिए पेड़ों से चिपके लोग

मध्यप्रदेश में प्रचुर मात्रा में हैं कोयले के भंडार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोयले के भंडार प्रचुर मात्रा में हैं. प्रदेश में कोयला खनन का कार्य भारत सरकार की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों द्वारा किया जा रहा है. मध्यप्रदेश में इन कंपनियों को कोल गैसीफिकेशन और लिक्विडिफिकेशन के लिए कार्य करने के निर्देश दिए जाएं. इससे पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा के स्रोत को समृद्ध करने में मदद मिलेगी

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने कहा कि भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग (Geological Survey of India Department) द्वारा बैतूल और छतरपुर जिले में दुर्लभ खनिजों की खोज के लिए सर्वे जारी है. यह कार्य समय-सीमा में पूर्ण किया जाये. बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में मुख्य खनिज की 831 खदानों से वर्ष 2020-21 में 2908 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ. गौण खनिज की 6338 खदानों से वर्ष 2020-21 में 1538 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ. आगामी वर्षों में नीलाम होने वाले खनिज ब्लाक्स से 50 साल तक लगभग 30 हजार करोड़ का राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य है.

--आईएएनएस

Last Updated : Jul 9, 2021, 9:01 PM IST
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