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killer mobile: लॉकडाउन के दौरान बढ़ी घटनाएं, पासवर्ड नहीं बताया तो कटनी में भाई ने बहन को मार डाला - भोपाल न्यूज

मोबाइल ने दुनिया की दूरियां खत्म कर दी हैं. लेकिन इसी मोबाइल ने निजी जीवन और रिश्तों की नजदीकियों को दूरियों में बदल दिया है. मोबाइल को लेकर घरेलू हिंसा और जीवन को खत्म कर देने का कई मामले सामने आए हैं जहां मोबाइल किलर मोबाइल बन गया.

violence for mobile case in cress in lockdown
लॉकडाउन के दौरान बढ़ी हिंसक घटनाएं
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Published : May 27, 2021, 9:10 PM IST

भोपाल। मोबाइल जीवन का इतना जरूरी उपकरण बन गया है कि इसके बिना कुछ देर भी रहना किसी को मंजूर नहीं होता है. मोबाइल ने दुनिया की दूरियां खत्म कर दी हैं. लेकिन इसी मोबाइल ने निजी जीवन और रिश्तों की नजदीकियों को दूरियों में बदल दिया है. मोबाइल को लेकर घरेलू हिंसा और जीवन को खत्म कर देने का कई मामले सामने आए हैं. कभी-कभी तो मोबाइल को लेकर हुए विवाद बहुत हिंसक और जानलेवा भी हो चुके हैं. सुविधा से ज्यादा मोबाइल की लत अब एक बड़ी दुविधा में बदल चुकी है. यहीं मोबाइल अब आपसी संबंधों और रिश्तों का किलर बन रहा है.

कटनी में पासवर्ड न बताने पर भाई ने ले ली बहन की जान

मोबाइल पर गेम खेलने की लत किस कदर बच्चों का दिमागी पागलपन बढ़ा रही है ये किसी से छुपा नहीं है. लेकिन ये गेम किसी की जान भी ले सकता है तो शायद आपको विश्वास नहीं होगा. लेकिन यह सच है. हालही में बीते 23 मई को मध्यप्रदेश के ही कटनी में एक मामला सामने आया जहां मोबाइल पर गेम खेलने की लत में एक भाई ने अपनी बहन की जान ले ली. एक नाबालिग भाई को गेम की लत ऐसी लगी थी कि उसने मोबाइल का पासवर्ड न बताने को लेकर बहन से हुई बहस के बाद उसे मौत के घाट उतार दिया. कटनी के बड़वारा थाना क्षेत्र के ग्राम कांटी में रहने वाले एक किसान पत्नी सहित खेत पर गया हुआ था. घऱ पर भाई-बहन अकेले थे. तभी 15 साल के भाई पप्पू का मोबाइल का पासवर्ड न बताने पर अपनी बहन एक घर पर रहने वाला किसान परिवार खेत गया हुआ था. घर पर अकेले भाई-बहन रह रहे थे, तभी नाबालिग भाई ने अपनी बड़ी बहन पूनम से गेम खेलने के लिए मोबाइल मांगा जिसे लेकर दोनों के बीच जमकर झगड़ा हो गया. जैसे-तैसे भाई ने मोबाइल छीन लिया, लेकिन पासवर्ड न बताने पर भाई का गुस्सा और बढ़ गया जिसके बाद उसने धारदार हंसिए से बहन के सिर और गर्दन पर वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया.

कैमरे वाला मोबाइल नहीं मिला तो युवती ने तालाब में लगा दी छलांग

राजधानी भोपाल में भी इसी तरह का मामला सामने आया. शनिवार की सुबह लगभग 6:15 बजे एक युवती ने भोपाल के बड़ा तालाब में छलांग लगा दी. इस दौरान युवती का भाई भी उसे बचाने के लिए तालाब में कूद गया, हालांकि कुछ देर दोनों को गोताखोरों ने बचा लिया. मामले में सामने आया कि युवती अपने भाई से कैमरे वाले एक अच्छे मोबाइल की मांग कर रही थी और मोबाइल नहीं मिलने पर उसने गुस्से में आकर बड़े तालाब में छलांग लगा दी. हालांकि घटना के बाद पुलिस ने युवती को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया. प्राइवेट जॉब करने वाले युवती के भाई ने कहा था कि वह लॉकडाउन खुल जाने के बाद उसे कैमरे वाला मोबाइल दिला देगा. इसे लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ जिसके बाद युवती स्कूटी से सीधे वीआईपी रोड़ स्थिति बड़े तालाब पर पहुंची और पानी में छलांग लगा दी.

छोला में भी युवक ने किया आत्महत्या का प्रयास

राजधानी भोपाल के छोला थाना क्षेत्र से भी कुछ दिन पहले ही एक और ऐसा मामला आया जहां महंगा मोबाइल न खरीद पाने के चलते एक युवक ने फांसी लगाकर जान देने की कोशिश की. बताया गया कि युवक लॉकडाउन की वजह से बेरोजगार हो गया था. लेकिन वह एक महंगा मोबाइल खरीदना चाहता था. उसके दोस्तों की हालत भी खराब थी और कहीं से पैसे न मिलने पर वह डिप्रेशन में आ गया. जिसके बाद उसने फांसी लगा ली. हालांकि समय रहते मकान मालिक ने उसे देख लिया और तुरंत पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को फांसी के फंदे से नीचे उतारा गया.

विदेशों में सामने आ चुके है ऐसे मामले

जकार्ता में मोबाइल फोन का पासवर्ड न बताने पर पत्नी ने पति को जला डाला. फोन पासवर्ड को लेकर शुरू हुए दोनों के झगड़े में पति की मौत हो गई. झगड़े के दौरान गुस्साई पत्नी ने पति पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी, पति को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया.

लॉकडाउन में मोबाइल पर ज्यादा वक्त बिता रहे हैं भारतीय

कोरोना वायरस महामारी के समय में वायरस के प्रसार को रोकने और वर्क फ्रॉम होम के नए नियम के शुरू होने के साथ लोग अब ज्यादा से ज्यादा वक्त मोबाइल, ऐप्स और कम्प्यूटर पर बिता रहे हैं. दुनिया भर में औसतन 4.2 घंटे का समय लोगों का ऐप्स पर ही बीतता है. जो पिछले दो सालों के मुकाबले 30 फीसदी अधिक है. भारत में ऐसा होते सबसे अधिक देखा गया, जहां ग्राहकों ने साल 2019 की पहली तिमाही के मुकाबले साल 2021 की पहली तिमाही में 80 फीसदी अधिक वक्त मोबाइल और एप्प में बिताया है.

भोपाल। मोबाइल जीवन का इतना जरूरी उपकरण बन गया है कि इसके बिना कुछ देर भी रहना किसी को मंजूर नहीं होता है. मोबाइल ने दुनिया की दूरियां खत्म कर दी हैं. लेकिन इसी मोबाइल ने निजी जीवन और रिश्तों की नजदीकियों को दूरियों में बदल दिया है. मोबाइल को लेकर घरेलू हिंसा और जीवन को खत्म कर देने का कई मामले सामने आए हैं. कभी-कभी तो मोबाइल को लेकर हुए विवाद बहुत हिंसक और जानलेवा भी हो चुके हैं. सुविधा से ज्यादा मोबाइल की लत अब एक बड़ी दुविधा में बदल चुकी है. यहीं मोबाइल अब आपसी संबंधों और रिश्तों का किलर बन रहा है.

कटनी में पासवर्ड न बताने पर भाई ने ले ली बहन की जान

मोबाइल पर गेम खेलने की लत किस कदर बच्चों का दिमागी पागलपन बढ़ा रही है ये किसी से छुपा नहीं है. लेकिन ये गेम किसी की जान भी ले सकता है तो शायद आपको विश्वास नहीं होगा. लेकिन यह सच है. हालही में बीते 23 मई को मध्यप्रदेश के ही कटनी में एक मामला सामने आया जहां मोबाइल पर गेम खेलने की लत में एक भाई ने अपनी बहन की जान ले ली. एक नाबालिग भाई को गेम की लत ऐसी लगी थी कि उसने मोबाइल का पासवर्ड न बताने को लेकर बहन से हुई बहस के बाद उसे मौत के घाट उतार दिया. कटनी के बड़वारा थाना क्षेत्र के ग्राम कांटी में रहने वाले एक किसान पत्नी सहित खेत पर गया हुआ था. घऱ पर भाई-बहन अकेले थे. तभी 15 साल के भाई पप्पू का मोबाइल का पासवर्ड न बताने पर अपनी बहन एक घर पर रहने वाला किसान परिवार खेत गया हुआ था. घर पर अकेले भाई-बहन रह रहे थे, तभी नाबालिग भाई ने अपनी बड़ी बहन पूनम से गेम खेलने के लिए मोबाइल मांगा जिसे लेकर दोनों के बीच जमकर झगड़ा हो गया. जैसे-तैसे भाई ने मोबाइल छीन लिया, लेकिन पासवर्ड न बताने पर भाई का गुस्सा और बढ़ गया जिसके बाद उसने धारदार हंसिए से बहन के सिर और गर्दन पर वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया.

कैमरे वाला मोबाइल नहीं मिला तो युवती ने तालाब में लगा दी छलांग

राजधानी भोपाल में भी इसी तरह का मामला सामने आया. शनिवार की सुबह लगभग 6:15 बजे एक युवती ने भोपाल के बड़ा तालाब में छलांग लगा दी. इस दौरान युवती का भाई भी उसे बचाने के लिए तालाब में कूद गया, हालांकि कुछ देर दोनों को गोताखोरों ने बचा लिया. मामले में सामने आया कि युवती अपने भाई से कैमरे वाले एक अच्छे मोबाइल की मांग कर रही थी और मोबाइल नहीं मिलने पर उसने गुस्से में आकर बड़े तालाब में छलांग लगा दी. हालांकि घटना के बाद पुलिस ने युवती को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया. प्राइवेट जॉब करने वाले युवती के भाई ने कहा था कि वह लॉकडाउन खुल जाने के बाद उसे कैमरे वाला मोबाइल दिला देगा. इसे लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ जिसके बाद युवती स्कूटी से सीधे वीआईपी रोड़ स्थिति बड़े तालाब पर पहुंची और पानी में छलांग लगा दी.

छोला में भी युवक ने किया आत्महत्या का प्रयास

राजधानी भोपाल के छोला थाना क्षेत्र से भी कुछ दिन पहले ही एक और ऐसा मामला आया जहां महंगा मोबाइल न खरीद पाने के चलते एक युवक ने फांसी लगाकर जान देने की कोशिश की. बताया गया कि युवक लॉकडाउन की वजह से बेरोजगार हो गया था. लेकिन वह एक महंगा मोबाइल खरीदना चाहता था. उसके दोस्तों की हालत भी खराब थी और कहीं से पैसे न मिलने पर वह डिप्रेशन में आ गया. जिसके बाद उसने फांसी लगा ली. हालांकि समय रहते मकान मालिक ने उसे देख लिया और तुरंत पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को फांसी के फंदे से नीचे उतारा गया.

विदेशों में सामने आ चुके है ऐसे मामले

जकार्ता में मोबाइल फोन का पासवर्ड न बताने पर पत्नी ने पति को जला डाला. फोन पासवर्ड को लेकर शुरू हुए दोनों के झगड़े में पति की मौत हो गई. झगड़े के दौरान गुस्साई पत्नी ने पति पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी, पति को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया.

लॉकडाउन में मोबाइल पर ज्यादा वक्त बिता रहे हैं भारतीय

कोरोना वायरस महामारी के समय में वायरस के प्रसार को रोकने और वर्क फ्रॉम होम के नए नियम के शुरू होने के साथ लोग अब ज्यादा से ज्यादा वक्त मोबाइल, ऐप्स और कम्प्यूटर पर बिता रहे हैं. दुनिया भर में औसतन 4.2 घंटे का समय लोगों का ऐप्स पर ही बीतता है. जो पिछले दो सालों के मुकाबले 30 फीसदी अधिक है. भारत में ऐसा होते सबसे अधिक देखा गया, जहां ग्राहकों ने साल 2019 की पहली तिमाही के मुकाबले साल 2021 की पहली तिमाही में 80 फीसदी अधिक वक्त मोबाइल और एप्प में बिताया है.

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