भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर ने जोर पकड़ लिया है. इस लहर को लाने वाला कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमीक्रोन है. बताया जा रहा है यह वायरस हवा में तेजी से फैलता है, जिसके कारण लोग डरे हुए हैं. इस वायरस का नेचर क्या है, डेल्टा वैरिएंट से ये कितना अलग है, ये जानना जरूरी है, जिससे इस नए वैरिएंट से बचा जा सके. इसके अलावा ओमीक्रोन के सब वैरिएंट Stealth Omicron (BA2) की दस्तक ने राज्य में हड़कंप मचा दिया है.
यह हैं ताजा आंकड़े
कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमण भले तेजी से फैल रहा है, लेकिन ये उतनी घातक और जानलेवा नहीं होगी. लेकिन, मध्य प्रदेश के आंकड़ें इसे गलत साबित कर रहे हैं. बीते 24 घंटे में कोरोना के कारण 8 लोगों की मौत हो गई है. मरनेवालों में 5 दिन की बच्ची, युवा और महिला शामिल हैं. संक्रमण का हॉटस्पॉट बने इंदौर और भोपाल में 2-2 संक्रमितों की जान गई, वहीं जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन और खरगोन में भी 1-1 मौत हुई है. 24 घंटे में 8,467 मरीज ठीक हुए हैं और 9,451 नए केस आए हैं. वर्तमान में संक्रमण दर 13.07% और एक्टिव केस की संख्या 70,870 हैं.
52 जिलों में कोरोना का कहर
एमपी के हर जिले में कोरोना का कहर है. 24 घंटे के अंदर सभी 52 जिलों से कोरोना के नए केस मिले हैं. राज्य का कोई ऐसा कोई जिला नहीं है, जहां डबल डिजिट में केस न हों. वहीं चार बड़े शहरों के अलावा 19 जिलों में 24 घंटे के भीतर कोरोना ने आंकड़ों की सेंचुरी लगाई है. फिलहाल प्रदेश में 1118 संक्रमित/संदिग्ध मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से 142 ऑक्सीजन पर हैं.
सब वैरिएंट से दहला इंदौर
इंदौर में ओमीक्रॉन के सब वैरिएंट BA2 ने दस्तक दे दी है. ओमीक्रॉन के इस नए स्ट्रेन ने शहर में 21 लोगों संक्रमित कर दिया है. इनमें 1 और 2 महीने के बच्चे भी शामिल हैं. BA2 स्ट्रेन को ओमिक्रॉन का सबसे तेजी से फैलने वाला वैरिएंट माना जा रहा है. ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट Stealth Omicron (BA2) को मूल ओमीक्रॉन से भी ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है.
तीसरी लहर में अब तक इतनी मौतें
राज्य में पिछले 48 घंटे में 14 लोगों की कोराना से मौत हो चुकी है. पिछले दिनों के आंकड़ों को अगर मिला दें तो अब तक लगभग 27 लोग इस महामारी से जान गवां चुके हैं. मरने वालों में 2 माह के बच्चे से लेकर 86 साल तक के लोग शामिल हैं.
ज्यादा तेजी से फैलता है ओमीक्रोन (Omicron variant in MP)
कोरोना की तीनों लहर को बहुत ही नजदीक से देखने वाले एक्सपर्ट्स कहते हैं कि इससे पहले के दोनों ही वायरस में बहुत अंतर है. कोरोना की पहली लहर और डेल्टा वायरस की इंफेक्टिविटी रेट बहुत ज्यादा थी, लोगों को ज्यादा बीमार करता था, जबकि ओमीक्रोन अधिक तेजी से फैलने वाला वायरस है. यह वायरस स्वस्थ व्यक्ति को बीमार नहीं करता है, लेकिन जो कोमोरबीडिटी कंडीशन वाले मरीज हैं, उनके लिए ओमीक्रोन भी खतरनाक साबित हो रहा है. उनके फेफड़ों को डेमेज कर रहा है. यदि हम अमेरिकन और यूरोपियन देशों की बात करें तो वहां पर 80 से 90% ओमीक्रोन वायरस है, वहां पर लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं और मौत भी हो रही है. इसलिए ओमीक्रोन वेरिएंट को जरा भी हल्के में ना लें.
कैसे करें बचाव ?
नए वेरिएंट से बचाव के दो ही तरीके हैं. लोग मास्क लगाएं, दूरियां बनाकर रखें और लगातार खुद को सैनेटाइज करें. विशेषज्ञों की मानें तो इस संक्रमण को लेकर एक सकारात्मक बात यह है कि वैक्सीन (Vaccination protection shield) इस बीमारी के लिए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएगी. 15 साल से कम उम्र के बच्चों को वेक्सीन नहीं लगी है, ऐसे में वह लोग उन बच्चों का सुरक्षा कवच होंगे जिन्हें वैक्सीन लग गई है.
(difference between delta and omicron)