भोपाल। कांग्रेस और बीजेपी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कोयला खदानों के शुभारंभ को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर झूठा श्रेय लेने का आरोप लगाया है. कमलनाथ ने कहा है कि शिवराज सिंह चौहान ने जस धनकासा और शारदा कोयला खदान का मंत्रालय में बैठकर शुभारंभ किया उसका शुभारंभ 11 साल पहले ही हो चुका था. केंद्रीय मंत्री रहते एक खदान का शुभारंभ उन्होंने ही किया था, जबकि शारदा खदान का शुभारंभ पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती द्वारा किया गया था.
कमलनाथ में आरोप लगाया कि सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा जिस कोयला खदान को लेकर श्रेय लिया जा रहा है. वह उनके सालों की मेहनत का नतीजा है. इसमें शिवराज सिंह का बिल्कुल भी योगदान नहीं है. 1980 में छिंदवाड़ा सांसद बनने पर उन्होंने एमईसीएल द्वारा पूरे कोयला क्षेत्र में विस्तृत बोरिंग करवाई थी और एक कार्य योजना तैयार की थी कि नई खदानें कहां-कहां खुल सकती हैं. इसके बाद कोयला खदानों की क्षमता और उसकी गहराई के हिसाब से सर्वे किया गया.
धनकासा खदान को लेकर 17 जून 2018 को डब्ल्यूसीएल बोर्ड द्वारा क्लीयरेंस दिया गया और इसका शिलान्यास 22 फरवरी 2009 को हुआ. संशोधित प्रोजेक्ट की फाइनल रिकॉर्ड 3 फरवरी 2020 को पूरी हुई. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोप लगाया कि शिवराज सिंह चौहान को इस प्रक्रिया का शायद पता भी नहीं होगा.