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किसान सम्मेलन का आगाज, सीएम बोले- चौकीदार चोर का नारा लगाने वाले कर रहे कृषि कानूनों का विरोध

पूरे देश में किसान आंदोलन पर सियासी घमासान मचा हुआ है, वहीं मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार किसानों को मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि सुधार कानून के फायदे बताने के लिए किसान सम्मेलन का आयोजन किया है. इस दौरान सीएम शिवराज और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने किसानों को संबोधित करते हुए कृषि कानूनों के बारे में जानकारी दी.

kisan sammelan bhopal
किसान सम्मेलन आगाज
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Published : Dec 15, 2020, 6:06 PM IST

भोपाल: किसान कानूनों को लेकर चल रहे बवाल के बीच बीजेपी ने भोपाल से किसान सम्मेलन की शुरुआत की है. भोपाल के भेल दशहरा मैदान में आयोजित किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चौकीदार चोर के नारे लगाने वाले अब किसान कानून के विरोध में उतरे हैं. विरोध वे लोग कर रहे हैं जो कभी खेतों में नहीं गए. प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने प्रदेश के किसानों को कर्ज माफी के नाम पर बैंक का डिफाल्टर बना दिया. ऐसे किसानों को 14 फीसदी ब्याज देना पड़ रहा है. मुख्यमंत्री ने किसानों को भरोसा दिलाया कि इस स्थिति से किसानों को बीजेपी सरकार बाहर निकाल लेगी.

किसान सम्मेलन आगाज

18 दिसंबर को खाते में डाल दी जाएगी 1600 करोड़ की राशि

सीएम ने किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कमलनाथ ट्वीट कर रहे हैं कि शिवराज चौपाल लगाएंगे लेकिन इन ट्वीट करने वालों ने पहले क्या किया था. पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने 10 दिन में कर्ज माफी का वादा किया था लेकिन कर्ज माफी के नाम पर मध्य प्रदेश के किसान को रेगुलर डिफाल्टर कर दिया. बीजेपी की प्रदेश सरकार किसानों को जीरो पीजी पर ब्याज देती थी. लेकिन कांग्रेस ने इन किसानों को 14 फीसदी ब्याज पर पहुंचा दिया. मंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि पिछली सरकार फसल बीमा का बाईस सौ करोड रुपए दबा कर बैठी थी लेकिन कोरोना के संकट के समय भी बीजेपी सरकार ने 3000 करोड़ रुपए का फसल बीमा किसानों को दिया है. 18 दिसंबर को सरकार 1600 करोड़ रुपए की राहत राशि किसानों के खातों में डालने जा रही है.

कृषि कानूनों की बताई खूबियां

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए किसान कानूनों के बारे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि तीनों कानून किसानों की आय बढ़ाने के लिए हैं. अभी तक मंडी के बाहर किसान अपनी फसल नहीं भेज सकता था, ऐसा करने पर कहा जाता था कि वह मंडी टैक्स में चोरी कर रहा है, लेकिन अब नए कानून के बाद किसान अपनी मर्जी से फसल कहीं भी बेच सकेगा. किसान फसल बोते समय ही कंपनी से एग्रीमेंट कर सकता है और बाद में रेट नहीं मिलने पर एग्रीमेंट से बाहर भी निकल सकता है. कांग्रेस भ्रम फैला रही है कि इस कानून से किसानों की जमीनों पर उद्योगपति अपना कब्जा कर लेंगे जबकि इस कानून में इस तरह का कोई प्रावधान ही नहीं है. नए कानून में स्टॉक लिमिट खत्म कर दी गई है. इससे व्यापारी स्टॉक कर सकेंगे और फसलों के दाम बढ़ेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी मंडी बंद नहीं की जाएगी मंडी के बाहर खरीदने वालों को भी लाइसेंस दिए जाएंगे.

वीडी शर्मा बोले किसानों को भड़का रही अवार्ड वापसी गैंग

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि वामपंथी कांग्रेसी एमएसपी के नाम पर किसानों को भड़का रहे हैं. अवार्ड वापसी गैंग हमेशा खड़ी हो जाती है. आखिर इनका किसानों से क्या लेना-देना है. ऐसे ही लोग सीएए और धारा 370 का विरोध कर रहे थे. देशद्रोही ताकते किसान कानून के नाम पर लोगों को भड़का रही है. वीडी शर्मा ने कहा कि किसानों को अपनी फसलों का मूल्य तय करने का हक होना चाहिए, जब व्यापारी उद्योगपति अपने उत्पाद का रेट तय करते हैं तो फिर किसान बाजार के भरोसे नहीं रह सकते. कृषि कानून यही हक देश के किसानों को दे रहा है.

किसान सम्मेलन में सरताज सिंह की बीजेपी में वापसी

किसान सम्मेलन में बीजेपी के पूर्व वरिष्ठ नेता और कांग्रेस में जा चुके सरदार सिंह की पार्टी में वापसी कराई गई. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेशअध्यक्ष वीडी शर्मा ने भगवा पट्टी पहनाकर उनका पार्टी में स्वागत किया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरदार जी दुष्टों में कहां फंसे थे.

भोपाल: किसान कानूनों को लेकर चल रहे बवाल के बीच बीजेपी ने भोपाल से किसान सम्मेलन की शुरुआत की है. भोपाल के भेल दशहरा मैदान में आयोजित किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चौकीदार चोर के नारे लगाने वाले अब किसान कानून के विरोध में उतरे हैं. विरोध वे लोग कर रहे हैं जो कभी खेतों में नहीं गए. प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने प्रदेश के किसानों को कर्ज माफी के नाम पर बैंक का डिफाल्टर बना दिया. ऐसे किसानों को 14 फीसदी ब्याज देना पड़ रहा है. मुख्यमंत्री ने किसानों को भरोसा दिलाया कि इस स्थिति से किसानों को बीजेपी सरकार बाहर निकाल लेगी.

किसान सम्मेलन आगाज

18 दिसंबर को खाते में डाल दी जाएगी 1600 करोड़ की राशि

सीएम ने किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कमलनाथ ट्वीट कर रहे हैं कि शिवराज चौपाल लगाएंगे लेकिन इन ट्वीट करने वालों ने पहले क्या किया था. पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने 10 दिन में कर्ज माफी का वादा किया था लेकिन कर्ज माफी के नाम पर मध्य प्रदेश के किसान को रेगुलर डिफाल्टर कर दिया. बीजेपी की प्रदेश सरकार किसानों को जीरो पीजी पर ब्याज देती थी. लेकिन कांग्रेस ने इन किसानों को 14 फीसदी ब्याज पर पहुंचा दिया. मंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि पिछली सरकार फसल बीमा का बाईस सौ करोड रुपए दबा कर बैठी थी लेकिन कोरोना के संकट के समय भी बीजेपी सरकार ने 3000 करोड़ रुपए का फसल बीमा किसानों को दिया है. 18 दिसंबर को सरकार 1600 करोड़ रुपए की राहत राशि किसानों के खातों में डालने जा रही है.

कृषि कानूनों की बताई खूबियां

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए किसान कानूनों के बारे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि तीनों कानून किसानों की आय बढ़ाने के लिए हैं. अभी तक मंडी के बाहर किसान अपनी फसल नहीं भेज सकता था, ऐसा करने पर कहा जाता था कि वह मंडी टैक्स में चोरी कर रहा है, लेकिन अब नए कानून के बाद किसान अपनी मर्जी से फसल कहीं भी बेच सकेगा. किसान फसल बोते समय ही कंपनी से एग्रीमेंट कर सकता है और बाद में रेट नहीं मिलने पर एग्रीमेंट से बाहर भी निकल सकता है. कांग्रेस भ्रम फैला रही है कि इस कानून से किसानों की जमीनों पर उद्योगपति अपना कब्जा कर लेंगे जबकि इस कानून में इस तरह का कोई प्रावधान ही नहीं है. नए कानून में स्टॉक लिमिट खत्म कर दी गई है. इससे व्यापारी स्टॉक कर सकेंगे और फसलों के दाम बढ़ेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी मंडी बंद नहीं की जाएगी मंडी के बाहर खरीदने वालों को भी लाइसेंस दिए जाएंगे.

वीडी शर्मा बोले किसानों को भड़का रही अवार्ड वापसी गैंग

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि वामपंथी कांग्रेसी एमएसपी के नाम पर किसानों को भड़का रहे हैं. अवार्ड वापसी गैंग हमेशा खड़ी हो जाती है. आखिर इनका किसानों से क्या लेना-देना है. ऐसे ही लोग सीएए और धारा 370 का विरोध कर रहे थे. देशद्रोही ताकते किसान कानून के नाम पर लोगों को भड़का रही है. वीडी शर्मा ने कहा कि किसानों को अपनी फसलों का मूल्य तय करने का हक होना चाहिए, जब व्यापारी उद्योगपति अपने उत्पाद का रेट तय करते हैं तो फिर किसान बाजार के भरोसे नहीं रह सकते. कृषि कानून यही हक देश के किसानों को दे रहा है.

किसान सम्मेलन में सरताज सिंह की बीजेपी में वापसी

किसान सम्मेलन में बीजेपी के पूर्व वरिष्ठ नेता और कांग्रेस में जा चुके सरदार सिंह की पार्टी में वापसी कराई गई. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेशअध्यक्ष वीडी शर्मा ने भगवा पट्टी पहनाकर उनका पार्टी में स्वागत किया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरदार जी दुष्टों में कहां फंसे थे.

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