भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को भीख मुक्त और महिलाओं के हिसाब से सबसे सुरक्षित शहर बनाया जाएगा. स्वच्छता सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल को नंबर वन में लाने के लिए नगर निगम ने तैयारियां शुरू कर दी है. इसके तहत नगर निगम भीख मांगने वाले भिखारियों को यहां से बाहर करने की तैयारी में है. इस बारे में सीएम शिवराज ने लोगों से सहयोग करने की अपील की है.
सीएम शिवराज भोपाल को बनाएंगे नंबर वन शहर: भोपाल के श्यामा प्रसाद मुखर्जी नगर में लोकार्पण कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने इस दिशा में विभिन्न संस्थाओं और लोगों से भी सहयोग करने की अपील की है. सीएम ने कहा कि स्वच्छता के मामले में भोपाल को नंबर वन बनाने के लिए कई चीजें तय की गई है. उनका कहना है कि जो भी मार्केट निर्धारित मापदंड के आधार पर नंबर वन आएंगे और सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त होंगे, वहां 50 लाख तक के विकास कार्य कराए जाएंगे. साथ ही दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वाले मार्केट में 30 लाख और 20 लाख तक के विकास कार्य कराए जाएंगे. इसी तरह जो कॉलोनी सफाई के मामले में बेहतर काम करेगी, वहां 5 लाख तक के विकास काम कराए जाएंगे.
भोपाल को भीख मुक्त शहर बनाना उद्देश्य: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj in kolar) ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भोपाल शहर को भीख मुक्त (Bhopal will be beggars free) और महिलाओं की सुरक्षा (Safety of women) के मामले में भोपाल को सबसे सुरक्षित शहर बनाया जाएगा. शहर में कई स्थानों पर बच्चे भीख मांगते दिखाई देते हैं, कई बार ऐसे बच्चों को लोग नशे जैसी गलत आदत डलवा देते हैं, और फिर उन बच्चों का गलत दिशा में उपयोग करने लगते हैं. सीएम शिवराज ने कहा कि ऐसे बच्चों के साथ बात की जाएगी, और उन्हें समझाया जाएगा. इसी तरह महिलाओं के साथ गलत काम करने वालों के खिलाफ सरकार सिर्फ एफआईआर नहीं कर रही, बल्कि उनकी आर्थिक कमर भी थोड़ी जा रही है.
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विलीनीकरण आंदोलन की तारीख भूले विधायक: कार्यक्रम में सीएम शिवराज के संबोधन से पहले क्षेत्रीय विधायक और पूर्व प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा (MLA Rameshwar Sharma) ने जनता को संबोधित किया था. उन्होंने कहा कि कोलार ऐसा क्षेत्र है जहां से भोपाल का हर क्षेत्र जुड़ा हुआ है. इस बीच वे भोपाल के विलीनीकरण आंदोलन की तारीख भूलते दिखाई दिए. कोलार विधायक रामेश्वर शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि एक जुलाई को भोपाल का गौरव दिवस है. जबकि ये एक जून को (Bhopal gaurav diwas) मनाया जाता है. इस दौरान विधायक ने गौरव दिवस मनाने के पीछे का कारण जनता से पूछ दिया. साथ ही खुद ही इस प्रश्न का जवाब देते हुए बताया कि इस दिन नवाब से आजादी मिली थी और सरदार बल्लभ भाई पटेल ने भोपाल को देश में मिलाया था.