भोपाल। राजधानी में रहकर पढ़ाई कर रहे नर्मदापुरम के छात्र निशांक राठौर की आत्महत्या के मामले में कल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस अलग-अलग बिंदुओं से इस पूरे मामले की जांच कर रही थी. घटना में हत्या और आत्महत्या दोनों तरह की जांच पुलिस द्वारा की जा रही थी. अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जिसे देखते हुए मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रायसेन पुलिस को SIT गठित करके जांच के आदेश जारी किए हैं. (Nishank Rathore Case)
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इंजीनियरिंग छात्र निशांक राठौर केस से जुड़े सभी बिंदुओं की विस्तृत जांच के लिए रायसेन पुलिस अधीक्षक को SIT का गठन करने के निर्देश दिए गए है। pic.twitter.com/d4PvHA6Qcd
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) July 26, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) July 26, 2022इंजीनियरिंग छात्र निशांक राठौर केस से जुड़े सभी बिंदुओं की विस्तृत जांच के लिए रायसेन पुलिस अधीक्षक को SIT का गठन करने के निर्देश दिए गए है। pic.twitter.com/d4PvHA6Qcd
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कमर के ऊपर नहीं मिले चोट के निशान: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह तथ्य आया है कि निशांक की कमर के ऊपर कोई चोट का निशान नहीं है. ना ही किसी किस्म का कोई कट मार्क है. इसको देखते हुए पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मान रही है लेकिन मृतक के मोबाइल से फॉरवर्ड हुए मैसेज को देखते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एसआईटी गठित करने के निर्देश दे दिए हैं. मृतक छात्र का विसरा सुरक्षित कर लिया गया है और मोबाइल फोन की जांच की जा रही है. मिश्रा ने भोपाल में संवाददाताओं से कहा कि SIT हर चीज की जांच करेगी. यह पूछे जाने पर कि क्या निशंक ने क्रिप्टोकरेंसी सहित कुछ वित्तीय सौदों में कथित रूप से शामिल होने के कारण चरम कदम उठाया, गृह मंत्री ने कहा कि इस एंगल की भी IT जांच कर रही है.
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अब SIT करेगी मामले की जांच: प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि, "मामले में सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है. इसके अलावा जो मैसेज निशांक के मोबाइल से उनके परिजनों को भेजे गए हैं, उसकी भी जांच एसआईटी के माध्यम से की जाएगी. पूरी जांच पर चलते हैं जो भी नए तथ्य सामने आएंगे वह सभी अब एसआईटी देखेगी." इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (BJP) की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के बयानों और रविवार की घटना के बीच किसी भी तरह के संबंध को खारिज कर कर दिया. एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि परिस्थितियां "आत्महत्या" की ओर इशारा करती हैं, लेकिन संदेश के संबंध में जांच जारी है, जिसे भेजा गया था. मृतक का मोबाइल फोन से उसके पिता को यह मैसेज आया था. मृतक निशंक राठौर भोपाल के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ता था.
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क्या है पूरा मामला: "गुस्ताख-ए-नबी की एक सजा, सर तन से जुदा' कहने वाला संदेश निशंक के मोबाइल फोन से शाम 5:44 बजे (रविवार को) भेजा गया था. निशंक की मौत करीब 6 बजे तेज रफ्तार ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस की चपेट में आने से हुई, “अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अमृत मीणा ने संवाददाताओं से कहा. उन्होंने कहा कि एक अन्य ट्रेन के लोको पायलट ने शाम करीब 6 बजकर 13 मिनट पर रेलवे के एक कर्मचारी को ट्रैक पर शव पड़े होने की सूचना दी. उन्होंने कहा, "यह संदेश निशंक ने भेजा है या किसी और ने, जांच का विषय है. हम विशेषज्ञों से मोबाइल फोन की जांच करवा रहे हैं और रिपोर्ट मिलने के बाद टिप्पणी करने की स्थिति में होंगे." मीणा ने आगे कहा कि निशंक की निस्संदेह ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई.
नुपुर शर्मा से हादसे का कनेक्शन: एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि निशंक के मोबाइल से (अतीत में) कोई भी आपत्तिजनक संदेश नहीं भेजा गया था और नूपुर शर्मा से संबंधित कुछ भी नहीं मिला था. मीना ने कहा, "उसने कभी पुलिस या अपने माता-पिता को सूचित नहीं किया कि उसे खतरा महसूस हो रहा है. वह किसी संगठन या राजनीतिक दल से जुड़ा नहीं था. सभी परिस्थितियां आत्महत्या के एंगल की ओर इशारा कर रही हैं."