भोपाल। कृषि कानून के विरोध में अब दिल्ली के आंदोलन की तरह मध्यप्रदेश में भी अनिश्चितकालीन शहीद श्रद्धांजलि पदयात्रा की शुरुआत हो रही है. यह पदयात्रा किसानों की मांगें पूरी नहीं होने तक जारी रहेगी. इस पदयात्रा की शुरुआत रविवार को होशंगाबाद जिले के सांडिया नर्मदा घाट से हो रही है. जो पूरे मध्यप्रदेश में लगातार भ्रमण करती रहेगी. जिसका उद्देश्य किसानों को इस आंदोलन के लिए जागरूक करना और सरकार को चेताना है. वहीं 28 अक्टूबर को गाडरवाड़ा में किसानों की महापंचायत भी है.
लखीमपुर खीरी के मृतक किसानों के लिए अस्थि कलश यात्रा
संयुक्त किसान मोर्चा लखीमपुर खीरी में दुर्घटना के दौरान मृतक किसानों की अस्थियों को मध्य प्रदेश के चार अलग-अलग भाग मालवा प्रांत, बुंदेलखंड, महाकौशल और मध्य भारत क्षेत्र से अस्थि कलश यात्रा निकाल रहा है. तीनों कृषि कानून को वापस लेने और एमएसपी कानून बनाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा यात्रा निकालेगा. जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों के किसान शामिल होंगे. शिवकुमार कक्का जी ने एक कलश बुंदेलखंड के लिए भोपाल से रवाना भी किया है.
28 को गाडरवाड़ा में होगी महापंचायत
कृषि कानून वापस लेने ओर MSP कानून बनाने के लिए भी शहीद किसान श्रद्धांजलि पदयात्रा निकली जा रही है. यह नरसिंहपुर जिले के गाडरवाड़ा में 28 अक्टूबर को पहुंचेगी. जहां पर महापंचायत आयोजित की जाएगी . इस दौरान बड़ी संख्या में किसान शामिल होंगे. वहीं देशभर के किसान नेता भी शामिल हो सकते हैं. वहीं मध्यप्रदेश के किसानों को जगाने के लिए प्रदेशभर में यात्रा अनिश्चितकाल तक जारी रहेगी.
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'अभी तक की सबसे लंबी चलने वाली यात्रा'
शिवकुमार कक्का इस यात्रा को अभी तक की सबसे अधिक समय तक चलने वाली यात्रा बता रहे हैं. जो किसान संघटन 2024 तक चलने की बात कह रहे हैं. साथ ही इस यात्रा में लखीमपुर सहित अन्य मृत किसानो के गांव से लाई गई मिट्टी को भी एक बड़े कलश में रखकर जाया जाएगा.