भोपाल। मध्यप्रदेश में माफिया (Mafia in MP) और बदमाशों पर सरकार की नजर टेढ़ी होते ही उनका बुरा वक्त आ गया है. शिवराज सरकार ने भोपाल, इंदौर, उज्जैन सहित कई जिलों में माफिया के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की है. जिसमें करोड़ों रुपए की करीब 2 हजार हेक्टेयर जमीन भूमाफिया के कब्जे से मुक्त कराई गई है. सरकार ने इस जमीन को गरीबों के लिए आवास बनाए जाने और सार्वजनिक उपयोग में लाए जाने का फैसला लिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Cm Shivraj singh chouhan) ने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर दिए हैं. राज्य सरकार ने यह निर्णय इसलिए लिया है, ताकि माफिया से मुक्त कराई गई जमीन पर फिर अवैध कब्जा न हो सके.
-
माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के लिए मैं इंदौर प्रशासन को बधाई देता हूं।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) September 24, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
मध्यप्रदेश की धरती पर गुंडे, माफियाओं के लिए कोई स्थान नहीं है। इनका पूरी तरह से सफाया कर आमजन के जीवन को सुगम बनाने तक कठोर कार्रवाई जारी रहेगी। https://t.co/QuQuQfl384
">माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के लिए मैं इंदौर प्रशासन को बधाई देता हूं।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) September 24, 2021
मध्यप्रदेश की धरती पर गुंडे, माफियाओं के लिए कोई स्थान नहीं है। इनका पूरी तरह से सफाया कर आमजन के जीवन को सुगम बनाने तक कठोर कार्रवाई जारी रहेगी। https://t.co/QuQuQfl384माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के लिए मैं इंदौर प्रशासन को बधाई देता हूं।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) September 24, 2021
मध्यप्रदेश की धरती पर गुंडे, माफियाओं के लिए कोई स्थान नहीं है। इनका पूरी तरह से सफाया कर आमजन के जीवन को सुगम बनाने तक कठोर कार्रवाई जारी रहेगी। https://t.co/QuQuQfl384
करीब 1500 भू-माफिया पर हुई कार्रवाई
राज्य में भले ही पिछले कुछ दिनों से माफिया के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है, लेकिन यह सिलसिला पिछले लगभग 2 साल से चल रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर माफिया और अतिक्रमण (Encroachment in MP) के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के साथ अपराधियों को आर्थिक रूप से भी कड़ी चोट पहुंचाई जा रही है. इस दौरान अपराध में संलिप्तता सामने आने के बाद आरोपी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई के साथ उसकी अवैध संपत्ति को भी छुड़ाया जा रहा है और अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है.
मुक्त कराई गए 2 हजार हेक्टेयर भूमि
माफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत प्रदेश भर में 2 हजार हेक्टेयर के करीब भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया है. मुक्त कराई गई इस भूमि का अनुमानित बाजार मूल्य करीब साढ़े 8 हजार करोड़ रुपये है. इसके अलावा रेत माफिया के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत 5281 केस दर्ज किए गए हैं. इनसे 25 करोड़ रुपये का रेत जब्त किया गया है और पांच हजार ट्रैक्टर-ट्राॅली, डंपर और ट्रक जब्त किए हैं.
प्रदेश के 4 बड़े शहरों में मुक्त कराई 4 हजार करोड़ की संपत्ति
माफिया के खिलाफ चलाए गए अभियान में प्रदेश के चार बड़े शहरों में करीब 4 हजार करोड़ की भूमि को माफिया से मुक्त कराया गया है. इसमें सबसे ज्यादा कार्रवाई इंदौर में हुईं.
- इंदौर में 115 माफिया के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 72 हेक्टेयर भूमि मुक्त कराई गई, जिसका बाजार मूल्य करीब 2400 करोड़ रुपए है.
- जबलपुर में 89 माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर करीब 340 करोड़ रुपए कीमत की 315 हेक्टेयर भूमि माफिया से मुक्त कराई गई.
- ग्वालियर में 82 माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर 430 करोड़ कीमत की 430 हेक्टेयर भूमि को मुक्त कराया गया.
- भोपाल में 47 माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर 250 करोड़ रुपए की कीमत के 94 प्लाॅट मुक्त कराए गए.
इन बड़े माफियाओं के खिलाफ हुई कार्रवाई
- इंदौर में दीपक जैन उर्फ दिलीप सिसौदिया, श्याम दवे, पिंटू ठाकुर और मोहन अग्रवाल के खिलाफ कार्रवाई की गई. - भोपाल में प्रदेश की सबसे विवादित रोहित गृह निर्माण हाउसिंग सोसायटी मामले में घनश्याम सिंह राजपूत, विजय श्रीवास्तव, हरीश शर्मा, कलीम पठान, डीके सिंह के खिलाफ कार्रवाई की गई.
- भोपाल में ईरानी डेरे के कब्जे को हटाकर 20 हजार हेक्टेयर भूमि को मुक्त कराया गया.
- कंप्यूटर बाबा द्वारा पहाड़ी पर किए गए कब्जे को हटाने की कार्रवाई की गई.
17 बदमाश जिला बदर किए गए
सरकार की तरफ से अपराधियों और माफियाओं पर नकेल कसने के लिए दी गई सख्त हिदायत के बाद प्रशासन भी हरकत में आ गया है. राजधानी भोपाल के 17 अपराधियों को जिला बदर किया गया है. भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया ने मध्यप्रदेश राज्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत विभिन्न अपराधों में संलिप्त अपराधियों को भोपाल जिला एवं इसके समीपवर्ती जिलों की सीमाओं से निष्कासित करने और थाना हाजिरी के आदेश जारी किए हैं. इन सभी अपराधियों के विरूद्ध जिले के विभिन्न थानों में गंभीर अपराध पंजीबद्ध हैं. अपराधियों के विरूद्ध पारित निष्कासन आदेश में जिला भोपाल और उससे लगे अन्य जिलों विदिशा, सीहोर, रायसेन, राजगढ़ तथा होशंगाबाद की राजस्व सीमाओं से बाहर चले जाने के आदेश दिये गये हैं.
अब गरीबों के लिए बनेंगे आवास
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए हैं कि माफियाओं से छुड़ाई गई जमीन पर गरीबों के लिए आवास बनाए जाएं, साथ ही इसका उपयोग अन्य सार्वजनिक उपयोग के लिए किया जाए, ताकि यहां फिर कब्जा न हो सके. सीएम के आदेश के बाद जिला प्रशासन द्वारा जहां हाउसिंग सोसायटी (Housing Society) के प्लाॅट पात्रों को सौंपे जाने की कार्रवाई की जा रही है. वहीं इस पर सरकारी भवन, पार्क और वृद्धाश्रम बनाए जाने की तैयारी भी की जा रही है.
इंदौर में हुई अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई
बीते रोज ही इंदौर जिला प्रशासन ने प्रदेश की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई शहर के कनाडिया रोड़ एरिया में की. जिसमें नगर निगम समेत अन्य विभागों के दल भी साथ रहे. कनाडिया रोड क्षेत्र में माफिया के करोड़ों के अवैध निर्माण ध्वस्त (Illegal Constructions Worth Crores of Mafia Demolished) कर दिए गए. सुबह 5 बजे से शुरू हुई इस कार्रवाई में राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने माफिया को यह संदेश देने की कोशिश की है कि अवैध गतिविधियों में लिप्त किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा. इस कार्रवाई को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर इंदौर प्रशासन को बधाई भी दी. प्रशासन की टीम ने शुक्रवार को कनाडिया रोड स्थित प्रेम बंधन गार्डन पर पहुंची. यहां पर भू-माफिया सलीम पटेल, सोहराब पटेल और यूनुस पटेल ने सीलिंग की जमीन पर अवैध तरीके से सैकड़ों दुकानें बना लीं थी. जिसमें बड़ी संख्या में अवैध गुमटियां भी थी. जिन्हें किराए पर दे दिया गया था. माफिया इन गुमटियों का किराया भी वसूल करते थे. प्रशासन ने इन गुमटियों को ढहा दिया है. जिस पर सीएम शिवराज सिंह ने ट्वीट कर इंदौर जिला प्रशासन को बधाई दी है.
माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के लिए मैं इंदौर प्रशासन को बधाई देता हूं।
मध्यप्रदेश की धरती पर गुंडे, माफियाओं के लिए कोई स्थान नहीं है। इनका पूरी तरह से सफाया कर आमजन के जीवन को सुगम बनाने तक कठोर कार्रवाई जारी रहेगी। https://t.co/QuQuQfl384— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) September 24, 2021
उज्जैन हिस्ट्रीशीटर के अवैध मकान तोड़े
उज्जैन (Ujjain) शहर के थाना महाकाल और नीलगंगा क्षेत्र के दो हिस्ट्रीशीटर बदमाशों (History Sheeter Gangster) के खिलाफ पुलिस और निगम की टीम ने बड़ी कार्रवाई की. दोनों फरार बदमाशों के अवैध मकानों (Illegal Construction) को ध्वस्त (Demolished) कर दिया गया है. इस दौरान आरोपियों के ठिकानों से कई जरूरी कागजात भी मिले हैं, जिसके आधार पर पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है. बदमाश शहंशाह के खिलाफ 38 से अधिक और सन्नी मराठा के खिलाफ 15 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. सन्नी के घर से कुछ हथियार और दस्तावेज भी पुलिस ने बरामद किए हैं.
विरोध का अनोखा तरीका: जर्जर सड़क के बीच में लगाए बोर्ड, लिखा- गड्ढों वाले शहर में आपका स्वागत है
'पहले हिस्ट्रीशीटर बदमाश शहंशाह के अवैध मकान को तोड़ा गया, जिसके खिलाफ जहरीली शराब, हत्या, हत्या का प्रयास जैसे 38 संगीन अपराध शामिल हैं. फिलहाल शहंशाह फरार है. वहीं दूसरी कार्रवाई नीलगंगा क्षेत्र के कुख्यात बदमाश सन्नी मराठा के खिलाफ की गई. जिसके खिलाफ हत्या का प्रयास, जुआ-सट्टा, अवैध वसूली समेत 15 अपराध दर्ज हैं. इसकी भी तलास जारी है. सन्नी के घर से अवैध हथियार और कुछ प्रॉपर्टी संबंधित कागजात भी मिले हैं, जिसकी पुलिस जांच कर रही है.'- पल्लवी शुक्ला, सीएसपी
कोरोना की वजह से रोका गया था अभियान, अब अपराधियों की खैर नहीं
मध्य प्रदेश में एंटी माफिया अभियान काफी लंबे समय से जारी है, हालांकि कोरोना के कारण अभियान रोकना जरूर पड़ा था, लेकिन उसके बाद से दोबारा से सीएम के सख्त निर्देशों के बाद माफिया और अपराधियों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है. इंदौर, उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर जबलपुर में भी जिला प्रशासन ने पुलिस के साथ मिलकर गुंडे और माफियाओं पर लगाम कसना शुरू कर दिया है.