भोपाल। क्राइम ब्रांच पुलिस एक ऐसे गैंग को गिरफ्तार किया है, जो पुलिस की वर्दी पहन कर चोरी की वारदात को अंजाम देते थे. आरोपी चोरी करने से पहले मोटरसाइकिल से सूने मकानों की रेकी करते थे इसके बाद रात में चोरी की वारदात को अंजाम देते थे. (Bhopal Fake Police) इस गिरोह ने भोपाल में कई नकबजनी की वारदातों को करना स्वीकार किया है, साथ ही लगभग एक दर्जन से अधिक चोरी की वारदात को स्वीकार किया है. (Bhopal Crime Branch Police Arrested Fake Police) आरोपियों के पास से CISF उप निरीक्षक की नकली वर्दी, एक पिस्टल, राडनुमा ताला तोड़ने का हथियार, पेचकस, प्लास, मोटर साईकिल मौके पर जब्त कर ली गई है.
दोनों संदेही गिरफ्तार: क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली थी कि, दो लड़के लाल-काले रंग की मोटरसाइकिल से कस्तूरबा अस्पताल के सामने बीएचईएल क्वाटरों के पास बने सूने मकानों में तांक झांक कर रहे हैं. दोनों पुलिस की वर्दी पहने हैं, जो नकली लग रही है. सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच की टीम BHEL क्वाटर हबीबगंज पहुंची. यहां दोनों पुलिस की वर्दी में मोटर साइकिल पर एक सूने मकान के सामने खड़े दिखे. दोनों संदेहियों का वर्दी पहनने का तरीका सही ना होने से संदिग्ध लग रहे थे. क्राइम ब्रांच ने पूछताछ की तो पता चला कि, मोटर साईकिल चला रहे व्यक्ति का नाम जुबैर मंसूरी निवासी भीम नगर थाना अरेरा हिल्स तथा पीछे बैठे व्यक्ति ने अपना नाम शुभम आट्या जोन-1 एमपी नगर भोपाल का बताया. क्राइम ब्रांच की टीम ने संदेहियों से पुलिस का परिचय पत्र मांगा. परिचय पत्र नहीं होने पर पुलिस का संदेह और पुख्ता हो गया. इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर क्राइम ब्रांच थाने ले जाया गया.
भोपाल क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े 10 सट्टेबाज, पूछताछ शुरु
इंदौर में माल को लगाते थे ठिकाने : आरोपी चोरी किए गए घरेलू सामान को इंदौर में ठिकाने लगाने का काम करते थे. चोरी किए गए माल को फुटकर ग्राहकों में मोहल्ले और कालोनी के ग्राहकों को बेच दिया करते थे. पूछताछ करने पर जुबेर मंसूरी और उसके साथी ने थाना अयोध्या नगर, ऐशबाग, गोविन्दपुरा, बागसेवनिया क्षेत्र में लगभग एक दर्जन से अधिक चोरियां स्वीकार की हैं. चोरी किए गए माल को बरामद करने की कार्रवाई जारी है.