भोपाल। भोपाल एम्स में देश का पहला एपेक्स पीडियाट्रिक सेंटर बनने जा रहा है. जिसमें नवजात शिशु से 18 साल तक के बच्चों के लिए डेंटल, सर्दी-झुकाम, पेट से जुड़ी समाया, ऑर्थोपेडिक्स, लिवर, हार्ट, कैंसर समेत सभी बिमारियों के इलाज की सुविधा होगी. अब मध्य प्रदेश वासियों को बच्चों से जुड़े ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा. एम्स के डायरेक्टर अजय सिंह के अनुसार एम्स में देश का पहला अत्याधुनिक सेंटर बच्चो के लिए बनने जा रहा है. इसी साल प्रपोजल को केंद्र से सहमति मिलने का अनुमान है. जिसके बाद लगभग 2 साल के अंदर यह सेंटर बनकर तैयार हो जाएगा. (AIIMS child hospital)
एक ही छत के नीचे मिलेगा इलाज: भोपाल एम्स के डायरेक्टर अजय सिंह के अनुसार एम्स में शुरू होने वाले इस बच्चों के अस्पताल में कैंसर, लीवर, के साथ ही ऑर्गन ट्रांसप्लांट की सुविधा भी हो सकेगी. जिससे कि टर खुलने के बाद गंभीर बीमार बच्चों को या ट्रांसप्लांट के लिए माता-पिता को इधर-उधर भटकना न पड़े. अजय सिंह ने बताया कि एपेक्स पीडियाट्रिक सेंटर में हार्ट,लिवर से जुड़ी समस्या, हिमोफिलिया,समेत कैंसर जैसी सभी बिमारियों के लिए अत्याधुनिक तकनीकों वाली मशीने जांच और सर्जरी के लिए मौजूद होंगी. यही नहीं समय पूर्व पैदा होने वाले बच्चों को भी इलाज की विशेष सुविधा मिलेगी. इसके लिए सभी विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी और दवा का स्टाक भी अलग से मौजूद रहेगा. (Bhopal AIIMS hospital)
150 बेड से की जाएगी आईपीडी की शुरुआत: एम्स डायरेक्टर के अनुसार एम्स में इसके लिए अलग से बिल्डिंग बनाई जाएगी. जिसमें करीब 150 बेड से शुरुआत की जाएगी, बाद में जरुरत के हिसाब से इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी. इसके अलावा बच्चों में होने वाले कैंसर के रोकथाम के लिए भी कार्य किए जाएंगे. जिससे बच्चों को समय रहते इस खतरनाक बीमारी से बचाया जा सके. एपेक्स पीडियाट्रिक सेंटर में आईसीयू, ओटी, लैब, इमरजेंसी विभाग, समेत सभी चीज़े बिमारियों को देखते हुए बनाई जाएंगी. संक्रामक बिमारियों के लिए सेंटर में अलग से व्यवस्था की जाएगी. (pediatric center in MP)
नए सेंटर में होंगी ये सुविधाएं-
- बच्चों के लिए डॉक्टरों की अलग टीम.
- एमआई स्कैन, सिटी स्कैन, बायोप्सी, एक्स-रे समेत बच्चों की सभी जांचे होंगी.
- बोनमैरो ट्रांसप्लांट, कीमो थेरेपी जैसी विधियां भी इसी सेंटर में उपलब्ध होंगी.
- बच्चों में होने वाली बिमारियों के रोकनथाम के लिए रिसर्च भी होगीं.
- ओपीडी-आईपीडी, दवाएं, आईसीयू, ऑपरेशन थिएटर इत्यआदि.
(Bhopal AIIMS child hospital) (MP Bhopal AIIMS)