भोपाल। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के पॉलिटिकल ड्रामा के बाद रविवार को सीएम शिवराज (digvijay meeting with cm shivraj in bhopal) ने उनसे मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी मौजूद थे. मुलाकात के बाद दोनों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की. जहां उन्होंने भाजपा को घेरा. उन्होंने सीएम शिवराज के आरोप को झूठा करार दिया.
सीएम से मुलाकात पर क्या बोले दिग्विजय
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि शिवराज ने झूठ बोला कि मैंने मुलाकात का समय नहीं मांगा. मैंने उन्हें कई बार पत्र लिखे, लेकिन जब अधिकारी ही उन्हें सूचित नहीं करते तो मैं क्या करूं. मुझे समय मिला. हम 21 को मुलाकात करने जा रहे थे. उस मुलाकात को कैंसिल कर दिया गया. फिर अधिकारी मनीष रस्तोगी ने फोन पर 23 तारीख को मिलने की सूचना दी. उसके बाद हमारी मुलाकात हो पाई है. हम सीएम शिवराज से किसानों और डूब प्रभावित इलाकों को लेकर मिलना चाह रहे थे.
सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर अर्पित किये फूल
प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (kamalnath press conference in bhopal) और दिग्विजय सिंह ने भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की. दिग्विजय सिंह ने कहा कि नेताजी का नेतृत्व और उनका व्यक्तित्व अदभुत था. आजादी की लड़ाई में उनका योगदान अग्रणी था. उनके बताए रास्ते पर चलकर लोकतंत्र पर विश्वास न रखने वालों के खिलाफ आवाज उठाएं. जैसे ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ लड़ाई लड़ी, वैसे ही बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ लड़ें. उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा कांग्रेस के लोगों को डराया जा रहा है.
कमलनाथ ने नेताजी को किया याद
पूर्व सीएम कमलनाथ ने संबोधित करते हुए कहा कि देश की आजाद में नेताजी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. स्वतंत्रता के संघर्ष में कांग्रेस के पूर्व नेताओं ने भी योगदान दिया था. उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार का जो रवैया है. उसके खिलाफ लड़ाई लड़नी पड़ेगी. मोदी सरकार द्वारा संविधान के मूल्य को कुचला जा रहा है. संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है.
पूर्व सीएम कमलनाथ ने अमर ज्योति को हटाने को लेकर केंद्र और मध्य प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किस नीयत से काम कर रही है. यह पूरा देश देख रहा है. पीएम मोदी देश का इतिहास मिटाना चाहते हैं, लेकिन उनका इतिहास क्या होगा, यह 2024 में पता चलेगा. वहीं केपी यादव द्वारा जेपी नड्डा को लिखे पत्र पर कमलनाथ ने कहा कि कई लोग भाजपा में परेशान हैं. उन्होंने कहा कि यादव के पत्र से पार्टी में चल रही गुटबाजी का सच सामने आ गया है. वहीं सीएम के सागर दौरे पर कमलनाथ ने कहा कि वे जिस बूथ पर जा रहे हैं- वहां लाइट, पानी, शौचालय नहीं हैं. पूरे प्रदेश में यही हालत है.